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Mumbai News: 24 नप और नपं का चुनाव टलने से पक्ष-विपक्ष सब नाराज, राज्य चुनाव आयोग पर भड़के मुख्यमंत्री

- राज्य चुनाव आयोग पर भड़के मुख्यमंत्री
- 24 नप और नपं का चुनाव टलने से पक्ष-विपक्ष सब नाराज
- चुनाव टालने का फैसला अयोग्य - चव्हाण
Mumbai News. चुनावी सरगर्मी के बीच राज्य में अंबरनाथ, बारामती समेत करीब 24 नगर परिषदों और नगर पंचायतों में संपूर्ण और बाकी निकायों में नगरसेवक पद के 154 सीटों पर चुनाव टलने के कारण राजनीतिक दलों का गुस्सा फुट पड़ा है। चुनाव स्थगित होने के कारण सतापक्ष और विपक्ष सब नाराज हैं। सोमवार को छत्रपति संभाजीनगर में मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस राज्य चुनाव आयोग के फैसले पर भड़क गए हैं। जबकि उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने भी नाराजगी जताई है। प्रदेश में सत्तारूढ़ भाजपा ने राज्य चुनाव आयोग को पत्र लिखकर पहले की तारीख के अनुसार चुनाव कराने की मांग की है। हालांकि बाकी निकायों में 2 दिसंबर को ही मतदान होने के कारण यह संभव नहीं है। प्रदेश कांग्रेस ने भी राज्य चुनाव आयोग के फैसले के खिलाफ कड़ी टिप्पणी की है। पत्रकारों से बातचीत के दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य चुनाव आयोग ने कानून का गलत मतलब लगाया है। मुझे पता नहीं कि राज्य चुनाव आयोग किस कानून के आधार और कौन से वकीलों की सलाह पर चुनाव को स्थगित किया है। लेकिन मेरा भी कानून का अध्ययन है। मैंने भी कई वकीलों से बात की है। उनका कहना था कि इस तरह से चुनाव को नहीं टाला जा सकता है।
फडणवीस ने कहा कि चुनाव स्थगित करना एकदम गलत है। यदि ऐसे होता रहा तो कोई भी कोर्ट में जाएगा और चुनाव टल जाएगा। फडणवीस ने कहा कि जिन उम्मीदवारों ने मेहनत करके प्रचार किया था। उनके साथ कितना अन्याय हुआ है। अब उन्हें दोबारा प्रचार करना पड़ेगा। फडणवीस ने कहा कि लातूर के निलंगा नगर परिषद में एक उम्मीदवार अदालत में गए थे, वहां पर पूरा चुनाव ही रद्द कर दिया गया है। जबकि उपमुख्यमंत्री शिंदे ने कहा कि राज्य चुनाव आयोग का फैसला गलत है। इससे पहले हमेशा घोषित कार्यक्रम के अनुसार ही चुनाव होता रहा है। इस बीच राज्य चुनाव आयोग ने कहा है कि 24 नगर परिषदों और नगर पंचायतों के अलावा बाकी निकायों के 154 नगरसेवकों पद के उम्मीदवार संबंधित निर्वाचन निर्णय अधिकारी के खिलाफ अपील में गए थे, ऐसे जगहों पर जिला न्यायालय की ओर से 23 नवंबर अथवा उसके बाद आदेश दिया है। इस कारण इन जगहों पर 20 दिसंबर को चुनाव होगा।
चुनाव टालने का फैसला अयोग्य - चव्हाण
प्रदेश भाजपा अध्यक्ष रवींद्र चव्हाण ने कहा कि राज्य निर्वाचन आयोग के फैसले के कारण राज्य के 24 नगराध्यक्ष और 154 नगरसेवकों के पदों का चुनाव टल गया है। अचानक चुनाव टालने का फैसला अयोग्य है। यह सभी उम्मीदवारों पर अन्याय करने वाला है। चव्हाण ने राज्य चुनाव आयोग को पत्र लिखकर पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार चुनाव कराने की मांग की है। उन्होंने कहा कि चुनाव आयोग अपना फैसला बदलकर पहले की तारीख के अनुसार कराए।
चुनाव स्थगित करना अकल्पनीय, 3 दिसंबर के नतीजों पर लगे रोक- हर्षवर्धन सपकाल
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष हर्षवर्धन सपकाल ने कहा कि राज्य चुनाव आयोग अपने ही नियमों का पालन करने में विफल साबित हुआ है। सपकाल ने कहा कि मतदान के केवल 48 घंटे पहले चुनाव को स्थगित करने का फैसला अकल्पनीय है। यदि अपील वाली सीटों पर अदालत ने 22 नंबर को आदेश दिया था तब पिछले 8 दिनों तक चुनाव आयोग क्या सो रहा था? सपकाल ने कहा जिन नगर परिषदों और नगर पंचायतों के चुनाव के लिए 2 दिसंबर को वोटिंग होगी। वहां के चुनाव परिणाम को 3 दिसंबर को घोषित नहीं जाना चाहिए। क्योंकि इन नतीजों का बाकी बचे हुए निकायों में होने वाले चुनाव पर प्रभाव पड़ सकता है। इसलिए 3 दिसंबर के नतीजे स्थगित किए गए जगहों पर 20 दिसंबर को मतदान के बाद घोषित किए जाएं।
Created On :   1 Dec 2025 10:26 PM IST














