पवार की राजनीतिक उत्तराधिकारी होंगी सुप्रिया!, बेटी को सौंपी पार्टी की अहम जिम्मेदारी

पवार की राजनीतिक उत्तराधिकारी होंगी सुप्रिया!, बेटी को सौंपी पार्टी की अहम जिम्मेदारी
  • राजनीतिक उत्तराधिकारी होंगी सुप्रिया
  • पवार ने बेटी को सौंपी पार्टी की अहम जिम्मेदारी
  • महाराष्ट्र में सुप्रिया के सामने अजित के साथ तालमेल बनाने की होगी चुनौती

डिजिटल डेस्क, मुंबई। राकांपा अध्यक्ष शरद पवार ने पार्टी के कार्यकारी अध्यक्ष पद पर शनिवार को प्रफुल्ल पटेल और सुप्रिया सुले की नियुक्ति की है। प्रफुल्ल राकांपा के वरिष्ठ नेता तथा राज्यसभा सांसद हैं। जबकि सुप्रिया पवार की बेटी तथा सांसद हैं। समझा जा रहा है कि पवार ने सुप्रिया को कार्यकारी अध्यक्ष बनाकर एक तरीके से अपना उत्तराधिकारी तय कर दिया है। यह भी स्पष्ट हो गया है कि पवार के भतीजे तथा विधानसभा में विपक्ष के नेता अजित पवार महाराष्ट्र की राजनीति करेंगे और सुप्रिया केंद्र स्तर की राजनीति करेंगी। हालांकि सुप्रिया की नियुक्ति अजित के लिए बड़ा झटका माना जा रहा है। अब राकांपा की नवनियुक्त कार्यकारी अध्यक्ष सुप्रिया के सामने महाराष्ट्र में अजित के साथ तालमेल बिठाकर काम करने की चुनौती होगी। क्योंकि सुप्रिया को हरियाणा, पंजाब के साथ ही महाराष्ट्र का प्रभार दिया गया है। इससे महाराष्ट्र से जुड़े पार्टी के मुद्दे पर सुप्रिया और अजित का नियमित रूप से सामना होगा। अजित का कामकाज का तरीके और स्वभाव सख्त है। ऐसे में अब देखना होगा कि सुप्रिया कितने सहज तरीके से पार्टी का कामकाज देखेंगी। इससे पहले राकांपा अध्यक्ष पवार ने बीते मई में इस्तीफा देने की घोषणा की थी। लेकिन भारी दबाव के बाद उन्होंने पद पर बने रहने का फैसला लिया था।

पवार की तरह बालासाहेब ने भी तय किया था उत्तराधिकारी

राकांपा अध्यक्ष पवार की तरह शिवसेना प्रमुख दिवंगत बालासाहेब ठाकरे ने भी शिवसेना (उद्धव गुट) पक्ष प्रमुख उद्धव ठाकरे को अपना उत्तराधिकारी बनाया था। बालासाहेब ने पहले उद्धव को शिवसेना का कार्याध्यक्ष नियुक्त किया था। इसके बाद बालासाहेब के निधन के बाद उद्धव को शिवसेना का पक्ष प्रमुख बनाया गया था।

सुप्रिया का राजनीतिक सफर

सुप्रिया का जन्म 29 जून 1969 को हुआ है। वह पुणे के बारामती सीट से सांसद हैं। वे पहली बार साल 2006 में राज्यसभा के लिए निर्वाचित हुई थीं। सुप्रिया साल 2009 में पहली बार लोकसभा के लिए निर्वाचित हुई थीं। इसके बाद उन्होंने साल 2014 और साल 2019 के लोकसभा चुनाव में जीत हासिल की थी। वह संसद की विभिन्न समितियों की सदस्य भी रह चुकी हैं।

मैं नाराज नहीं हूं, मुझे महाराष्ट्र की राजनीति में रुचि- अजित

सुप्रिया को राकांपा का कार्यकारी अध्यक्ष बनाने जाने से नाराज होने की अटकलों पर अजित ने सफाई दी है। पुणे में अजित ने कहा कि मैं नाराज नहीं हूं। मुझे महाराष्ट्र की राजनीति में रुचि है। सुप्रिया को राकांपा का कार्यकारी अध्यक्ष सर्वसहमति से बनाया गया है। अजित ने कहा कि मैं विधानसभा में विपक्ष का नेता हूं। ऐसा कहना गलत है कि मुझे पार्टी ने कोई जिम्मेदारी नहीं दी है। मुझे लेकर मीडिया को कोई गलतफहमी नहीं फैलाना चाहिए। अजित ने कहा कि राकांपा में कार्यकारी अध्यक्ष नियुक्त करना पार्टी का अंतर्गत मामला है। इसलिए दूसरे दलों के नेताओं को टांग अड़ाने की जरूरत नहीं है।

अजित पर अन्याय हुआ है- बावनकुले

प्रदेश भाजपा अध्यक्ष चंद्रशेखर बावनकुले ने कहा कि राकांपा के नेता अजित पवार और राकांपा के वरिष्ठ नेता छगन भुजबल एक कार्यक्षम नेता हैं। मुझे लगता है कि अजित और भुजबल पर राकांपा ने अन्याय किया है।

Created On :   11 Jun 2023 11:58 AM GMT

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