Nagpur News: नागपुर शहर में आवारा श्वानों का आतंक , टूट पड़ता है पूरा झुंड

नागपुर शहर में आवारा श्वानों का आतंक ,  टूट पड़ता है पूरा झुंड
  • मासूम जयेश की मौत से लोगों में जबरदस्त रोष
  • प्रशासन की निष्क्रियता पर उठ रहे हैं सवाल

Nagpur News सोमवार को कलमना थाना क्षेत्र के पावन गांव में एक 12 वर्षीय मासूम की आवारा श्वान के कारण गई जान से शहरवासियों में रोष है। लोग प्रशासन की कार्यप्रणाली पर सवाल उठा रहे हैं कि, आखिर नसबंदी के दावों के बावजूद हर गली-मोहल्ले में आवारा श्वानों की संख्या क्यों बढ़ रही है। घटना के बाद लोग प्रशासन से इस मामले में तत्काल कार्रवाई करने की मांग कर रहे हैं। बता दें कि, 12 वर्षीय जयेश दोस्तों के साथ खेलने के बाद शाम 4 बजे घर लौट रहा था, तभी एक आवारा श्वान उसके पीछे दौड़ा। डर के मारे जयेश एक बहुमंजिला इमारत की सीढ़ियों पर भागा और पांचवीं मंजिल पर पहुंचने के बाद उसका संतुलन बिगड़ने से वह नीचे गिर गया और उसकी मौत हो गई थी।

रात को दौड़ता है झुंड : नागपुर में आवारा श्वानों की समस्या दिन-ब-दिन बढ़ती जा रही है। विशेषकर रात को आवारा श्वानों का झुंड गाड़ी के पीछे दौड़ने से वाहन चालक दुर्घटना का शिकार हो रहे हैं। कुछ मामलों में श्वान लोगों को काट भी रहे हैं। शहर के ऊंटखाना, कामठी रोड, पीली नदी, उप्पलवाड़ी, वनदेवी नगर, टीपू सुल्तान चौक, यशोधरा नगर, पारडी, भवानी नगर और नारी जैसे क्षेत्रों में श्वानों का आतंक चरम पर है।

नसबंदी अभियान की विफलता : मनपा ने कुछ समय पहले आवारा श्वानों की संख्या नियंत्रित करने के लिए नसबंदी अभियान शुरू किया था, लेकिन यह अभियान पूरी विफल रहा। वर्तमान में शहर में 90,000 से अधिक आवारा श्वान होने का अनुमान है। दिन में गलियों में सुस्त पड़े रहने वाले ये श्वान रात होते ही आक्रामक हो जाते हैं। इससे वाहन चालक घबराकर तेज रफ्तार वाहन चलाते हैं और दुर्घटनाग्रस्त हो जाते हैं।

त्वरित कार्रवाई करने की मांग : जयेश की मृत्यु के बाद प्रशासन के प्रति नाराजगी बढ़ रही है। लोग आवारा श्वानों की समस्या से निपटने के लिए ठोस और त्वरित कदम उठाने की मांग कर रहे हैं।


Created On :   9 July 2025 3:06 PM IST

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