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Nagpur News: रक्त की कमी से किसी को जान न गंवानी पड़े इसलिए 66 लोगों ने किया स्वैच्छिक रक्तदान

- रक्त न मिलने से आपातकालीन मरीजों के इलाज में आती है मुश्किलें
- स्वस्थ व्यक्ति को हर तीन महीने में एक बार रक्तदान अवश्य करना चाहिए
Nagpur News सरकारी अस्पताल में आनेवाले किसी भी मरीज को रक्त की किल्लत से गुजरना ना पड़े। किसी भी मरीज की रक्त के अभाव में जान नहीं जानी चाहिए। इसलिए नियमित रक्तदान करते रहना चाहिए। ऐसा रुग्णसेवा फाउंडेशन की तरफ से आयोजित रक्तदान शिविर में पदाधिकारियों ने आह्वान किया। फाउंडेशन के पुरुषोत्तम भोसले ने कहा कि सरकारी अस्पतालों में मरीजों की संख्या बढ़ रही है, वहीं दूसरी ओर रक्तदान की किल्लत भी बनी है। सरकारी ब्लड बैंकों में जरुरत के हिसाब से रक्त उपलब्ध नहीं होता। इससे आपातकालीन मरीजों के इलाज में मुश्किलें बढ़ गई हैं।
गर्मियों में हर साल होती है समस्या : ब्लड बैंक अधिकारियों के अनुसार स्कूल-कॉलेज बंद होने और गर्मी की छुट्टियों के चलते स्वैच्छिक रक्तदान शिविरों की संख्या में भारी गिरावट आती है। इसके चलते दुर्घटनाओं, प्रसव, थैलेसीमिया और कैंसर जैसे रोगों से जूझ रहे मरीजों को समय पर रक्त मिलना कठिन हो रहा है। समय पर रक्त न मिलने के कारण मरीजों के परिजनो को काफी परेशानियों का सामना करना पडता है। रक्त न मिलने से मर्ज और बढ़ जाता है। 18 से 65 वर्ष की उम्र के स्वस्थ व्यक्ति को हर तीन महीने में एक बार रक्तदान अवश्य करना चाहिए। एक यूनिट रक्त किसी की जान बचा सकता है। "रक्तदान महादान है" सिर्फ नारा नहीं, आज की आवश्यकता बन गया है।
सरकारी में ही करे रक्तदान :शासकीय चिकित्सा महाविद्यालय व अस्पताल (मेडिकल) की आदर्श ब्लड बैंक टीम के सह्योग से रुग्णसेवा फाउंडेशन ने रक्तदान शिविर आयोजित किया। शिविर का आयोजन मेडिकल परिसर में हुआ। शिविर में 66 दाताओं ने रक्तदान किया। फाउंडेशन के प्रमुख पुरुषोत्तम भोसले, ललित वंजारी, पंकज वाघमारे, भूषण सातपुते, आकाश चौधरी, विजय राजुरकर, राहुल अवथे, पंकज सावरकर, सुजल चकोले, ने सहयोग किया। फाउंडेशन की तरफ से अपील की गई है कि जब भी रक्तदान करना हो तो सरकारी ब्लड बैंक में ही करें। वहां गरीब मरीज आते हैं, उन्हें समय पर रक्त मिल सकेगा।
Created On :   29 May 2025 3:56 PM IST