- Home
- /
- राज्य
- /
- महाराष्ट्र
- /
- नागपुर
- /
- मनपा चुनाव : हर बूथ पर 31 की समिति...
Nagpur News: मनपा चुनाव : हर बूथ पर 31 की समिति तैयार करना भाजपा के लिए बड़ी चुनौती

- विविध योजनाओं के लाभार्थियों को जोड़ रहे संगठन से
- नेताओं के रिश्तेदार व पूर्व नगरसेवकों की उम्मीदवारी संकट में
Nagpur News रघुनाथसिंह लाेधी .मनपा में लगातार 15 वर्ष से सत्ता में रहने के बाद भी भाजपा के लिए सभी वार्डों में स्थिति अनुकूल नहीं है। पार्टी ने संगठन कार्य के लिए 2158 बूथ तैयार किए हैं। प्रत्येक बूथ पर 31 सदस्यों की समिति बनाने का लक्ष्य रखा गया है, लेकिन सभी बूथ पर इस लक्ष्य को पाना भाजपा के लिए चुनौती है। ऐसे में सरकारी योजनाओं के लाभार्थियों को संगठन से जोड़कर संगठन कार्य को गति देने का प्रयास किया जा रहा है। पार्टी की ओर से कराए 3 सर्वे की रिपोर्ट के आधार पर कुछ नए निर्णय भी लिए जा रहे हैं।
इस बार इन पर संकट संभव : संगठन मामले के एक प्रमुख पदाधिकारी के अनुसार, उम्मीदवारी चयन के मामले में आरंभिक चर्चाएं चल रही है। यह तय माना जा सकता है कि नेताओं के रिश्तेदार व कुछ पूर्व नगरसेवकों की उम्मीदवारी इस बार संकट में है।
सदस्य संख्या कायम रहने के आसार : उच्चतम न्यायालय के आदेश के बाद सभी प्रमुख दलों ने चुनाव तैयारी तेज कर दी है। 2011 की जनगणना के अनुसार शहर में जनसंख्या 24,47, 494 है। लोकसभा व विधानसभा चुनावों में मतदाताओं की संख्या बढ़ी है। अब माना जा रहा है कि 30 लाख से अधिक जनसंख्या है। 2017 में मनपा में 39 प्रभाग व 151 चुने हुए नगरसेवक थे। भाजपा के 4 व विपक्ष के 3 मनोनीत सदस्यों की संख्या मिलाकर सदस्य संख्या 158 थी। 4 सदस्यीय प्रभाग रचना कायम रहने से सदस्यों की संख्या भी कायम रह सकती है।
बदल सकती है कुछ वार्डों की रचना : वार्ड व प्रभाग की रचना के विषय को राज्य चुनाव आयोग के अधिकार का विषय ठहराते हुए सत्ता पक्ष के नेताओं ने इस विषय पर अधिक बोलने से इनकार किया है। लेकिन यह अवश्य माना जा रहा है कि वार्ड व प्रभाग की रचना में बदलाव होगा। वार्ड व प्रभाग की सीमा में बदलाव के संबंध में पहले ही स्थानीय प्रशासन ने सरकार को रिपोर्ट भेज दी है। उस रिपोर्ट पर चर्चा भी हुई है।
क्षेत्र का वर्गीकरण : भाजपा ने पिछले चुनावों में मिले मतदान के आधार पर बूथ क्षेत्र का वर्गीकरण किया गया है। ए प्लस वर्ग में ऐसे क्षेत्र हैं, जहां भाजपा को भरपूर मतदान मिलता रहा है। इनमें रामदासपेठ, धरपमेठ, लक्ष्मीनगर सहित अन्य कुछ क्षेत्रों का समावेश है। ए वर्ग में 70 प्रतिशत से अधिक मतदान क्षेत्र को रखा गया है। इनमें मध्य,पूर्व व पश्चिम नागपुर विधानसभा क्षेत्र के बूथों का समावेश है। सी वर्ग में ऐसे बूथ है जहां भाजपा को दो आंकड़ों मे ही मतदान मिले हैं। संगठन कार्य के लिए भाजपा ने 31 सदस्यों की समिति का लक्ष्य रखा लेकिन सी वर्ग के बूथ क्षेत्र में 31 मतदान भी नहीं मिल पाए। संगठनात्मक रचना के अनुसार प्रत्येक बूथ समिति को 800 से 1000 मतदाताओं को भाजपा से जोड़ने का दायित्व दिया गया है। कई बूथ समिति में जिन सदस्यों का नाम दर्ज किया गया वे अन्य दलों के लिए कार्य करते पाए गई है। चुनाव तैयारी की समीक्षा में पाया गया है कि कई पूर्व नगरसेवक जन सरोकार के कार्य से दूर है। पूर्व नगरसेवकों व नेताओं के रिश्तेदारों के कार्यालय बंद हो गए है। पश्चिम नागपुर जैसे क्षेत्र में तो मनपा चुनाव में भाजपा की उम्मीदवारी में सबसे अधिक रिश्तेदारी को महत्व मिला है। इससे पार्टी को नुकसान हुआ है। लिहाजा, भाजपा को अब नए सिरे से कुछ ठोस निर्णय लेने पड़ सकते हैं।
बूथ समिति मजबूत : पार्टी की बूथ समिति मजबूत है। कुछ बूथ पर सदस्यों की संख्या कम पायी गई। उन क्षेत्रों में भाजपा को कम मतदान मिलता रहा है। विपरित विचार व मानसिकता को सभी क्षेत्र में त्वरित नहीं बदला जा सकता है। कम सदस्य संख्या के बाद भी बूथ समिति पूरी तरह से सक्षम है। चुनाव तैयारी के तहत प्रत्येक बूथ क्षेत्र में जनसंवाद व सहभागिता बढ़ायी जा रही है। - दयाशंकर तिवारी, अध्यक्ष भाजपा नागपुर
पूरी तैयारी : भाजपा ने चुनाव की पूरी तैयारी कर ली है। बूथ समिति में 31 सदस्यों का लक्ष्य अवश्य रखा गया है लेकिन 15 से 16 सक्रिय सदस्य भी पर्याप्त होते हैं। वर्गीकरण के लिहाज से बूथ क्षेत्र में मतदाताओं को जोड़ने के लिए कई अभियान चलाए गए है। उत्तर नागपुर में 412 बूथ है। इनमें कुछ बूथों पर कम मतदान हुआ। लोकसभा व विधानसभा चुनाव में मतदान के विश्लेषण में कई दावे किए जाते हैं। लेकिन वास्तविकता यह है कि भाजपा का मतदान बढ़ा है। - वीरेंद्र कुकरेजा, पूर्व स्थायी समिति सभापति
Created On :   29 May 2025 11:52 AM IST