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Nagpur News: फलाहारी खाद्य पदार्थ कितने सुरक्षित, जांच के लिए एफडीए ने कसी कमर

Nagpur News उपवास के समय बाजारों में दूषित फलाहारी खाद्य पदार्थों की भरमार है, लेकिन यह कितना सुरक्षित है, यह कहना मुश्किल है। कई बार लोगों की जान पर तक बन गई है। ऐसे में इस नवरात्रि को देखते हुए अन्न व औषधि विभाग ने कमर कस ली है।
सोमवार से ही जांच मुहिम शुरू कर दी गई है। फंगस का प्रभाव हो सकता है। नवरात्रि का पावन पर्व शुरू है। कई लोग एक या दो समय का उपवास करते हैं। उपवास में खाए जाने वाले खाद्य पदार्थ जैसे भगर, साबूदाना, सिंघाड़ा आटा और राजगिरा आटे की बिक्री बढ़ जाती है। स्वास्थ्य विशेषज्ञ हर बार चेतावनी जारी करते हैं कि इन खाद्य पदार्थों को बहुत सावधानी से खरीदना चाहिए। भगर में एस्परजिलस नामक फंगस का बड़े पैमाने पर प्रभाव हो सकता है, जिससे फ्यूमिगाक्लेविन जैसे जहरीले पदार्थ उत्पन्न होते हैं।
सितंबर-अक्टूबर के मौसम में बढ़ती नमी और तापमान इस फंगस की वृद्धि के लिए अनुकूल वातावरण प्रदान करता है। यदि ऐसी संक्रमित भगर का सेवन किया जाए, तो फूड पॉइजनिंग का खतरा बढ़ जाता है, जिससे उल्टी, मितली, पेट दर्द और अन्य स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं।
नागरिकों के लिए महत्वपूर्ण सुझाव : भगर, साबुदाना, सिंघाड़ा आटा, राजगिरा आटा और खाद्य तेल जैसे उत्पादों को हमेशा पैकबंद रूप में खरीदें। खुले उत्पादों से बचें। यदि इन उत्पादों पर कोई ब्रांड नाम नहीं लिखा है, तो दुकानदार से ब्रांड के बारे में जरूर पूछताछ करें। प्रोसेस्ड उत्पादों पर उत्पादन की तारीख और ‘बेस्ट बिफोर' (एक्सपायरी डेट) की जांच करें। पुराने स्टॉक से दूर रहें। बाजार से खुले भगर का आटा बिल्कुल न खरीदें, क्योंकि इसमें फंगस लगने की संभावना अधिक होती है। भगर खरीदने के बाद उसे अच्छी तरह धोकर ही घरेलू तरीके से आटा तैयार करें। भगर के आटे में नमी सोखने की क्षमता अधिक होती है, जिससे फंगस लगने का खतरा बढ़ता है। बाकी पदार्थों की जगह खिचड़ी बनाकर खाएं, जो पचने में आसान होती है।
संक्रमण की आशंका अधिक : स्वास्थ्य विभाग के अनुसार, नवरात्रि के दौरान उपवास के इन खाद्य पदार्थों का सेवन बढ़ने से संक्रमण की संभावना अधिक होती है। इसलिए अन्न व औषधि विभाग की ओर से जांच मुहिम शुरू की है। विभाग ने नागरिकों और खाद्य व्यवसायियों को विशेष सावधानी बरतने की सलाह दी है। विभाग ने कहा है कि सही तरीके से स्टोरेज और खरीदारी से इस खतरे को काफी हद तक टाला जा सकता है।
लगातार कार्रवाई : दूधजन्य पदार्थों में मिलावट को लेकर लगातार कार्रवाई की जा रही है। हाल ही में दही की बड़ी कार्रवाई की है। इसके अलावा नवरात्रि को देखते हुए, उपवास के पदार्थों को मिलावटखोरी व असुरक्षितता से बचाने को लेकर जांच मुहिम शुरू की है। -कृष्ण जयपुरकर, सह आयुक्त, अन्न व औषधि विभाग नागपुर
Created On :   23 Sept 2025 2:26 PM IST