प्रभावी सुधार: 115 करोड़ हुए मोबाइल उपभोक्ता, 10 साल में कनेक्टिविटी में हुआ प्रभावी सुधार

115 करोड़ हुए मोबाइल उपभोक्ता, 10 साल में कनेक्टिविटी में हुआ प्रभावी सुधार
  • 55 हजार गांवों में 4जी कनेक्टिविटी प्रदान करने की पहल
  • 41,331 करोड़ रूपये से कुल 41,160 मोबाइल टावर लगाने की मंजूरी

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली. देश में संचार नेटवर्क की समस्या से भले ही आमजन परेशान हों, लेकिन सरकार का दावा है कि पिछले 10 वर्षों के दौरान देश में दूरसंचार कनेक्टिविटी में प्रभावी सुधार हुआ है। केन्द्रीय संचार राज्य मंत्री देवुसिंह चौहान ने बुधवार को लोकसभा में कहा कि सरकार देश में दूरसंचार कनेक्टिविटी को और बेहतर बनाने के लिए कई योजनाएं चला रही है।

4जी कनेक्टिविटी प्रदान करने के लिए 41,331 करोड़ रूपये से कुल 41,160 मोबाइल टावर लगाने की मंजूरी

चौहान ने बताया कि लगभग 55 हजार गांवों में 4जी कनेक्टिविटी प्रदान करने के लिए 41,331 करोड़ रूपये से कुल 41,160 मोबाइल टावर लगाने की मंजूरी दी गई है। साथ ही बसे हुए गांवों को कनेक्ट करने के लिए 1.88 लाख करोड़ रूपये के परिव्यय से भारतनेट कार्यक्रम के दायरे का विस्तार किया गया है। उन्होंने बताया कि मार्च 2014 में बेस ट्रांसीवर स्टेशन (बीटीएस) की कुल संख्या 6.49 थी, जो दिसंबर 2023 में बढ़कर 28.78 लाख हो गई है।

मार्च 2014 में कुल मोबाइल उपभोक्ता 90.45 करोड़ थे जो नवंबर 2023 में बढ़कर 115.41 करोड़ हो गए हैं। केन्द्रीय मंत्री ने बताया कि इंटरनेट उपभोक्ताओं की संख्या मार्च 2014 में 25.15 करोड़ थी जो बढ़कर जून 2023 में 89.58 करोड़ हो गई है।

इसी प्रकार नवंबर 2023 तक देश के 6,44,131 गांवों में से लगभग 6,17,150 गांव अर्थात् 95.8 प्रतिशत गांवों में मोबाइल कनेक्टिविटी उपलब्ध है।

धीमी वीडियो कॉल, धीमी एप्लिकेशन या नेटवर्क गति, बफरिंग डाउनलोड, अस्थिर वीओआईपी गुणवत्ता और कोई इंटरनेट कनेक्शन नेटवर्क समस्या लक्षणों के उदाहरण हैं। यदि आप इंटरनेट पर रोजमर्रा के काम करने में संघर्ष कर रहे हैं, या महत्वपूर्ण ऐप्स का उपयोग करने में असमर्थ हैं, तो इस बात की संभावना रहती है कि इसके लिए मोबाइल नेटवर्क जिम्मेदार होता है।


Created On :   7 Feb 2024 11:59 AM GMT

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