New Delhi News: बनकर तैयार है देश का पहला नो बिलिंग काउंटर सुपर स्पेशियलिटी हॉस्पिटल, मोदी करेंगे उद्घाटन

बनकर तैयार है देश का पहला नो बिलिंग काउंटर सुपर स्पेशियलिटी हॉस्पिटल, मोदी करेंगे उद्घाटन
  • अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस, पूरी तरह नि:शुल्क उपचार की व्यवस्था
  • देश का पहला नो बिलिंग काउंटर सुपर स्पेशियलिटी हॉस्पिटल
  • कर्नाटक के मुद्देनहल्ली में तैयार अस्पताल लोगों का बनेगा सहारा

New Delhi News. बेंगलुरु/अजीत कुमार. ऐसे समय में जब देश में स्वास्थ्य सेवाएँ लगातार महंगी होती जा रही हैं और आम नागरिक भारी-भरकम चिकित्सा खर्च से जूझ रहा है, तब गंभीर बीमारियों का पूरी तरह नि:शुल्क इलाज होना एक असंभव सपना लगता है। लेकिन इस सपने को साकार किया है श्री मधुसूदन साईं इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज़ एंड रिसर्च ने। ‘एक विश्व – एक परिवार’ संस्था द्वारा स्थापित यह सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल 600 बिस्तरों वाला है, जहाँ कोई बिलिंग काउंटर नहीं होगा। यानी हर मरीज का इलाज पूरी तरह नि:शुल्क किया जाएगा।

कर्नाटक के मुद्देनहल्ली में तैयार अस्पताल

अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस यह अस्पताल कर्नाटक के सत्य साईं ग्राम, मुद्देनहल्ली में बनाया गया है। निर्माण पर लगभग 650 करोड़ रुपये का खर्च आया है।

अस्पताल प्रबंधन के अनुसार, सत्य साईं बाबा के शताब्दी उत्सव के अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी नवंबर में इसका उद्घाटन करेंगे।


अस्पताल की विशेषताएं

संस्थान के सीएमओ डॉ. विवेक कुमार ने बताया कि अस्पताल 6.5 लाख वर्ग फीट क्षेत्र में फैला है।

  • 11 ऑपरेशन थिएटर,
  • 400 जनरल बेड,
  • 100 आईसीयू बेड,
  • 100 प्राइवेट बेड होंगे

यह विश्वस्तरीय सुविधा पूरी तरह नि:शुल्क उपलब्ध कराई जाएगी। अस्पताल में जाति, धर्म, या आर्थिक स्थिति के आधार पर कोई भेदभाव नहीं होगा। प्रतीक्षालय से लेकर आईसीयू तक सभी क्षेत्रों में सीटी स्कैन, एमआरआई, और आधुनिक मेडिकल लैब्स जैसी अंतरराष्ट्रीय स्तर की सुविधाएं होंगी। मरीजों के परिजनों के लिए भी एक विशाल भोजनालय बनाया गया है, जहाँ एक समय में 300 लोग एक साथ भोजन कर सकेंगे।


पहले से संचालित नि:शुल्क अस्पताल नेटवर्क

  • श्री सत्य साई संजीवनी अस्पताल दुनिया का सबसे बड़ा नि:शुल्क बाल हृदय अस्पताल नेटवर्क है।
  • इसका पहला अस्पताल नया रायपुर (छत्तीसगढ़) में 2012 में खुला था।
  • इसके बाद हरियाणा, महाराष्ट्र (नवी मुंबई और यवतमाल), झारखंड, उत्तराखंड, और तेलंगाना में भी ऐसे अस्पताल स्थापित किए जा चुके हैं।

क्या है ‘नो बिलिंग काउंटर’ मॉडल

इस मॉडल की सबसे बड़ी विशेषता यह है कि मरीजों को इलाज, दवा, सर्जरी या जांचों के लिए कोई शुल्क नहीं देना होता। यहां डॉक्टर और स्टाफ सदस्य सेवा भाव से कार्य करते हैं, न कि व्यावसायिक लाभ के लिए।

पोषण और शिक्षा में भी सक्रिय पहल

  • ‘एक विश्व – एक परिवार’ संस्था न केवल स्वास्थ्य सेवाएँ देती है, बल्कि पोषण और शिक्षा के क्षेत्र में भी कार्यरत है।
  • ‘अन्नपूर्णा मॉर्निंग न्यूट्रिशन प्रोग्राम’ के तहत प्रतिदिन एक करोड़ से अधिक बच्चों को नाश्ता दिया जाता है।
  • यह कार्यक्रम 1.47 लाख सरकारी स्कूलों और आंगनवाड़ियों में चल रहा है तथा इंडोनेशिया, नाइजीरिया, मलावी, श्रीलंका और ऑस्ट्रेलिया तक विस्तारित है।

कक्षा 6 से डॉक्टरेट तक नि:शुल्क शिक्षा

संस्थान कक्षा 6 से लेकर डॉक्टरेट स्तर तक पूर्णत: नि:शुल्क शिक्षा प्रदान करता है। इसके अंतर्गत भारत और नाइजीरिया में 27 परिसर संचालित हैं। श्री मधुसूदन साईं मेडिकल कॉलेज भारत का पहला नि:शुल्क निजी ग्रामीण मेडिकल कॉलेज है, जो 2023 से कार्यरत है। सीईओ सुचेतन रेड्डी कोटा के अनुसार, भविष्य में संस्था की योजना

6,000 वेलनेस सेंटर,

600 विद्यालय,

प्रतिदिन 8 करोड़ बच्चों को नि:शुल्क भोजन उपलब्ध कराने की परियोजना है

ये सभी परियोजनाएं विदेशी अनुदान और निजी कंपनियों के सीएसआर फंड से संचालित हैं।

Created On :   28 Oct 2025 7:17 PM IST

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