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मैदान में उतरे हैं नागपुर से 33 और रामटेक से 20 उम्मीदवार
डिजिटल डेस्क, नागपुर। जिला निर्वाचन कार्यालय की ओर से नामांकनों की गई जांच पड़ताल के बाद नागपुर लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र से 6 व रामटेक लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र से 3 उम्मीदवारों के नामांकन रद्द हुए। नागपुर से 33 व रामटेक से 20 उम्मीदवार चुनाव मैदान में अपनी किस्मत आजमा रहे है। नागपुर लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र से 39 उम्मीदवारों ने नामांकन भरा था। मंगलवार 26 मार्च को हुई जांच पड़ताल (स्क्रुटीनी) में नागपुर से जिन 6 उम्मीदवारों के नामांकन रद्द हुए, उनमें बलीराजा पार्टी की खुशबू बेलेकर, निर्दलीय आनंदराव खोब्रागडे, निर्दलीय मंसूर जयदेव शेंडे, निर्दलीय निलेश महादेव ढोके, विश्वशक्ति पार्टी के योगेश रमेश जायस्वाल व निर्दलीय कृष्णराव निमजे शामिल है। नागपुर के चुनावी समर में अब 33 उम्मीदवार किस्मत आजमा रहे है। नागपुर में मुख्य मुकाबला भाजपा के नितीन गडकरी व कांग्रेस के नानाभाऊ पटोले बीच है। रामटेक से जिन तीन उम्मीदवारों के नामांकन रद्द हुए, उनमें निर्दलीय गोपाल अजाबराव तुमाने, निर्दलीय दीपचंद शेंडे व मीनाताई करणसिंह मोटघरे शामिल है। पीपल पार्टी आफ इंडिया के सचिन शेंडे ने अपना नामांकन वापस लिया। रामटेक से अब 20 उम्मीदवार चुनाव मैदान में है। रामटेक में मुख्य मुकाबला शिव सेना सांसद कृपाल तुमाने व कांग्रेस के किशोर गजभिए के बीच है।
5 तारीख तक नागपुर पहुंचेगा बचा हुआ चुनावी साहित्य
अमूमन 10 दिन पहले मिलनेवाला चुनाव संबंधी साहित्य इस बार जिला निर्वाचन कार्यालय में 5 अप्रैल तक पहुंच सकता है। पोलिंग बूथ पर बैलेट यूनिट, कंट्रोल यूनिट व वीवीपैट के साथ 267 प्रकार का सामान पहुंचाना पड़ता है। इसमें से एक भी सामान कम रहा तो चुनावी प्रक्रिया में परेशानी हो सकती है। जिला निर्वाचन कार्यालय के पास सभीप्रकार की प्रक्रिया पूरी करने के लिए महज चार दिन बचेेंगे। जिला निर्वाचन कार्यालय को नागपुर लोकसभा व रामटेक लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र के हर बूथ तक 10 अप्रैल को बैलेट यूनिट, कंट्रोल यूनिट, वीवीपैट के साथ 267 प्रकार का सामान पहुंचाना है। जिला निर्वाचन कार्यालय में बैलेट यूनिट, कंट्रोल यूनिट व वीवीपैट काफी पहले से पहुंच चुके है। शासकीय मुद्रणालय नागपुर से मिलनेवाला साहित्य भी पहुंच चुका है। शासकीय मुद्रणालय मुंबई से जो साहित्य आना है, उसमें इस बार थोड़ा िवलंब लगेगा। सूत्रों के मुताबिक मुंबई से आनेवाला साहित्य 5 अप्रैल की शाम तक नागपुर पहुंच सकता है। 5 अप्रैल की रात से ही सामानों की जांच-पड़ताल व सॉर्टींग का काम शुरू हो जाएगा। दिन रात काम करने पर यह काम चार दिन में पूरा हो सकता है। नागपुर लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र के पोलिंग बूथों पर आसानी से पूरा सामान पोलिंग पार्टी के साथ पहुंच जाएगा, लेकिन रामटेक लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र के सभी बुथों पर यह सामान 10 अप्रैल की शाम तक पहुंचेगा।
यह हैं प्रक्रिया
जिला निर्वाचन कार्यालय की तरफ से सभी सामानों को पोलिंग बूथ के हिसाब से बांटा जाता है। यहां से पोलिंग पार्टी सामान लेकर विधानसभा क्षेत्र तक पहुंचती है। वहां से संबंधित रिटर्निंग अधिकारी विधान सभा क्षेत्र के तहत आनेवाले पोलिंग सेंटरों व बूथों पर यह सामान पहुंचाता है। सारा सामान एक साथ पहुंचाना पड़ता है। नागपुर ग्रामीण में दूरदराज के एरियां में बूथ पर यह सामान 10 अप्रैल की शाम तक पहुंचेगा।
मुंबई में मचा हैं हंगामा
चुनाव संबंधी सामानों के परिवहन में होनेवाली देरी को लेकर मुंबई में हंगामा मचा हुआ है। कई सामान ऐसे है, जो ठेकेदार के माध्यम से लिए जाते है। इस प्रक्रिया में देरी होने से भी आगे की प्रक्रिया विलंब से हो रही है। मुंबई में कुछ अधिकारी चुनाव आयोग के निशाने पर है।
गडचिरोली बना चुनौती
नक्सल प्रभावित गडचिरोली जिले में चुनाव कराना पहले से ही चुनौतीपूर्ण है आैर अब सामान विलंब से पहुंचने से एक-एक पोलिंग बूथ पर सामान पहुंचाना किसी अग्निपरीक्षा से कम नहीं है। गडचिरोली के कई बूथ ऐसे हैं, जहां पैदल सामान लेकर जाना पड़ता है। इसीतरह कई बूथ ऐसे है, जहां पैदल जाना मुश्किल होता है। इन जगहों पर कड़ी सुरक्षा में हेलिकाप्टर से पोलिंग पार्टी सामान लेकर पहुंचती है।
Created On :   26 March 2019 9:44 PM IST