Nagpur News: दिंदोडा के किसानों का गुस्सा फूटा , मुआवजे के लिए मुख्यमंत्री कार्यालय पर निकाला मोर्चा

दिंदोडा के किसानों का गुस्सा फूटा , मुआवजे के लिए मुख्यमंत्री कार्यालय पर निकाला मोर्चा
  • शामिल हुए चंद्रपुर, वर्धा और यवतमाल जिले के प्रकल्पग्रस्त
  • मांग पूरी न होने पर आंदोलन उग्र करने की चेतावनी

Nagpur News महाराष्ट्र विधानमंडल के मानसूत्र सत्र के पहले ही दिन नागपुर का संविधान चौक किसान आक्रोश का केंद्र बन गया। चंद्रपुर, वर्धा और यवतमाल जिलों से आए दिंदोडा प्रकल्पग्रस्त किसानों ने सोमवार को मुख्यमंत्री कार्यालय की ओर कूच किया और अपना हक और न्याय मांगा। यह मोर्चा दिंदोडा प्रकल्पग्रस्त संघर्ष समिति के बैनर तले निकाला गया। मोर्चे में सैकड़ों की संख्या में महिला और पुरुष किसान शामिल हुए।

नारों से गूंजा संविधान चौक

दोपहर 12 बजे संविधान चौक पर भारी भीड़ जुटी। किसानों ने ‘240 करोड़ का पैकेज मंजूर हो, हम सब एक हैं, लड़ेंगे और जीतेंगे’ जैसे नारों के साथ दो-दो की कतार में रैली निकाली। रैली जब आकाशवाणी चौक पहुंची, तो पुलिस ने बैरिकेडिंग कर मोर्चे को रोक दिया। बावजूद किसानों ने अपना प्रदर्शन जारी रखा और सरकार की निष्क्रियता के खिलाफ गुस्सा जताया।

तीन दशकों से लटकी है मांग

दिंदोडा प्रकल्प चंद्रपुर जिले के वरोरा तहसील में वर्धा और वेणा नदी के संगम पर स्थित है। 1993 से 1999 के बीच इस प्रकल्प के लिए 1100 से अधिक किसानों की जमीन 1894 के पुराने भूमि अधिग्रहण कानून के तहत अधिग्रहित की गई थी, लेकिन निर्माण कार्य 2017 में शुरू हुआ, जब नया भूमि अधिग्रहण कानून 2013 लागू हो चुका था। किसानों का कहना है कि, उन्हें नए कानून के अनुसार मुआवजा मिलना चाहिए। आंदोलनकारियों ने चेतावनी दी कि, यदि सरकार जल्द निर्णय नहीं लेती है, तो आने वाले समय में यह आंदोलन और तेज करेंगे।

आश्वासन की राजनीति से थके

2017 से अब तक आंदोलन जारी है। 1 मार्च 2023 को निकाले गए मोर्चे के बाद 240 करोड़ के पैकेज का प्रस्ताव भी तैयार कर मंत्रालय को भेजा गया, लेकिन अब तक मंजूरी नहीं मिली है। किसान नेताओं का आरोप है कि, पिछले दो साल से केवल आश्वासन ही मिला है। कभी मंत्री, तो कभी विधायक। सभी ने बैठकें की, लेकिन नतीजा शून्य रहा है।

2 मुख्य मांगें रखीं

मुख्यमंत्री कार्यालय में प्रतिनिधिमंडल ने दो मुख्य मांगें रखीं। 240 करोड़ के पुनर्वसन पैकेज को तुरंत मंजूरी दी जाए। दिंदोडा प्रकल्पग्रस्तों का समुचित पुनर्वसन किया जाए।

शिष्टमंडल में यह रहे शामिल

मोर्चे में पुंडलिक तिजारे, अभिजीत मांडेकर, मिथुन ठाकरे, जयंत लडके, विलास भोंगाडे, विद्या तिजारे, आकांक्षा कावले, कोयाडवार गुरुजी सहित कई प्रमुख सामाजिक कार्यकर्ता शामिल थे। रिपब्लिकन मूवमेंट के नरेश वाहने, कवि प्रभु राजगढ़कर, समीक्षा गणवीर, संजय मेश्राम और अन्य नेताओं ने भी मार्गदर्शन किया।

Created On :   1 July 2025 1:49 PM IST

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