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3.50 लाख लोगों ने कचरा उठाकर बनाया वर्ल्ड रिकार्ड, शहर का गोल्डन डे

डिजिटल डेस्क, जबलपुर। शहर ने आज गोल्डन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकार्ड के पन्नों में अपना नाम सुनहरे अक्षरों में अंकित करवा लिया। एक साथ 750 से भी अधिक स्थानों और संस्थानों में सफाई के प्रति जागरुक लोगों ने कचरा उठाकर इतिहास बना दिया। साढ़े तीन लाख लोगों द्वारा इस प्रकार का कार्य करना अपने आप में अनूठा है। शहर के लोगों की इस कार्य में दीवानगी को देखते हुए ही गोल्डन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकार्ड के इंडिया हैड ने कहा कि यदि इस रिकार्ड को कभी कोई शहर तोड़ेगा तो वह भी जबलपुर ही होगा। उनके इस विश्वास ने शहर की जनता का मन मोह लिया और इस प्रकार आज संस्कारधानी ने एक और आसमान चूम लिया।
मिली आशातीत सफलता
नगर निगम और स्मार्ट सिटी द्वारा शहर में स्वच्छता के प्रति जागरुकता पैदा करने के उद्देश्य से विश्व रिकार्ड बनाने का प्रयास किया गया था। इस प्रयास को इतनी सफलता मिलेगी इसकी उम्मीद कम थी। सुबह से ही शहर के पार्क, बस्ती, कालोनियों, कार्यालयों, स्कूल, कॉलेजों, दुकानों, सड़कों और सार्वजनिक स्स्थानों पर लोगों की भीड़ थी जो यह कहना चाह रही थी कि बहुत हो चुकी गंदगी अब हमें सफाई चाहिए। निगम केे दर्ज आंकड़ों के अनुसार 750 से अधिक स्थानों पर एक साथ सुबह 10 से 12 बजे के बीच 3 लाख 50 हजार से अधिक लोगों ने कूड़ा उठाकर यह रिकार्ड बनाया।
निगमायुक्त को सोंपा प्रमाण पत्र
गोल्डन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकार्ड के इंडिया हैड आलोक कुमार ने मानस भवन स्स्थित स्मार्ट सिटी के ऑडिटोरियम में नगर निगम कमिश्नर चंद्रमौलि शुक्ला को वर्ल्ड रिकार्ड का प्रमाण पत्र सौंपा। हालांकि इसकी पुष्टि 15 दिनों बाद होगी पर उनका कहना था कि हमने जिस संख्या का अनुमान लगाया था उससे कहीं अधिक लोगों ने भागीदारी की।
श्री कुमार ने कहा कि शहर में बदलाव की बयार बह रही है। दीवारें सुंदर नजर आ रही हैं तो लोगों में जागरुकता भी दिख रही है। उन्होंने कहा कि मुझे खुद खुशी हो रही है इतने कम समय में किसी शहर ने इतना शानदार रिकार्ड बनाया। इस रिकार्ड से देश और दुनिया में स्वच्छता के प्रति जागरुकता पैदा होगी। इस मौके पर संत भैयाजी सरकार,निगम अध्यक्ष सुमित्रा बालमीक, डॉ. जितेन्द्र जामदार, कैलाश गुप्ता, एमआईसी सदस्य मनप्रीत आनन्द, कमलेश अग्रवाल, श्रीराम शुक्ला, रमेश प्रजापति, रेखा ठाकुर, दुर्गा उपाध्याय, अपर आयुक्त गजेन्द्र सिंह नागेश, रोहित सिंह कौशल, आर के शर्मा, राकेश अयाची, अंजु सिंह, एसके द्विवेदी, अनिल मिश्रा, आरपी गुप्ता, अजय शर्मा, राजवीर सिंह नयन, भूपेन्द्रसिंह कमलेश श्रीवास्तव, नवीन लोनारे, डीके चौबे, संजय पांडे आदि उपस्थित थे।
15 दिनों तक चली तैयारी
गोल्डन बुक में नाम दर्ज कराने नगर निगम अधिकारियों ने जमकर मेहनत की। महापौर डॉ. श्रीमती स्वाती सदानन्द गोड़बोले और निगमायुक्त चंद्रमौलि शुक्ला के निर्देशन में लगातार संस्थानों से सम्पर्क किया गया और उन्हें प्रेरित किया ।




Created On :   20 Dec 2018 7:45 PM IST