स्कूल-कॉलेज गोद लेंगे मराठवाड़ा की पहाड़ियां, रोपेंगे पौधे

443 hills of Marathwada will create ever green in the Maharashtra
स्कूल-कॉलेज गोद लेंगे मराठवाड़ा की पहाड़ियां, रोपेंगे पौधे
स्कूल-कॉलेज गोद लेंगे मराठवाड़ा की पहाड़ियां, रोपेंगे पौधे

डिजिटल डेस्क, मुंबई। प्रदेश में सबसे कम हरित क्षेत्र वाले मराठवाड़ा की 443 पहाड़ी अब हरियाली युक्त होगी। प्रदेश सरकार के वन विभाग ने संभाग के लिए नई योजना शुरू करने का फैसला किया है। जुलाई महीने भर में राज्य सरकार के पौधारोपण अभियान के तहत 13 करोड़ पौधे लगाए जाएंगे। इस अभियान के दौरान इस योजना को लागू किया जाएगा। इसके तहत जिलों में स्थित जिला परिषद स्कूल और कॉलेज अपने आसपास की पहाड़ी को गोद लेंगे। विद्यार्थी पहाड़ी पर पौधे लगाएंगे। इसके बाद अगले दो से तीन सालों तक पौधे की देखरेख की जिम्मेदारी गोद लेने वाले स्कूल पर ही होगी। वन विभाग ने हर पहाड़ के लिए एक पहाड़ी अधिकारी की नियुक्ति की है। इन अधिकारियों  पर पहाड़ी की हरियाली बरकरार रखने की जिम्मेदारी होगी। 

443 पहाड़ियां चिन्हित

गुरुवार को वन विभाग के सह-सचिव डी एल थोरात जानकारी दी। उन्होंने बताया कि मराठवाड़ा संभाग के 8 जिलों में 443 पहाड़ियों को चिन्हित किया गया है। इनको स्थानीय स्कूल गोद लेंगे। थोरात ने कहा कि प्रदेश भर में सबसे कम हरित क्षेत्र मराठवाड़ा में है। लातूर और बीड़ जिले में हरित क्षेत्र केवल एक प्रतिशत तक है। इसके मद्देनजर पौधारोपण अभियान में संभाग में विशेष रूप से जोर दिया जा रहा है। थोरात ने बताया कि इस साल संभाग में बांस और रेशम उद्योग को बढ़ावा देने के लिए शहतूत के पौधे लगाए जाएंगे। संभाग में लगाए जाने वाले कुल पौधारोपण का एक प्रतिशत पौधे बांस के लगाए जाने का लक्ष्य है। इसके अलावा रक्षा मंत्रालय की इको बटालियन ने मराठवाड़ा में 150 हेक्टेयर क्षेत्र में पौधे लगाने की कार्य योजना तैयार की है। थोरात ने बताया कि राज्य में पौधारोपण अभियान के तहत 1 से 31 जुलाई के बीच 13 करोड़ पौधे लगाए जाएंगे। जिसमें से वन विभाग 7.50 करोड़ पौधे, ग्राम पंचायतें 3 करोड़ पौधे और प्रदेश सरकार के 33 विभाग और केंद्र सरकार के उपक्रमों द्वारा 2.50 करोड़ पौधे लगाए जाएंगे। फिलहाल वन विभाग के पास 25 करोड़ से अधिक पौधे उपलब्ध हैं।

1 लाख 30 हजार जगहों पर पौधारोपण    

इन पौधों को लगाने के लिए राज्य में 1 लाख 30 हजार पौधारोपण स्थल चिन्हित किए गए हैं। पौधे लगाने के लिए गड्ढे तैयार कर लिए गए हैं। पौधारोपण के तहत लगाए गए पौधों की जानकारी जिओ टैगिंग के जरिए उपलब्ध कराई जाएगी। हर छह महीने में पौधे की वास्तविक तस्वीरें वन विभाग के वेबसाइट पर अपलोड की जाएगी। वन विभाग ने हर जिले को भौगोलिक और मौसम की स्थिति और पानी की उपलब्धता के अनुसार पौधे लगाने को कहा है। 

4 करोड़ पौधे लगाने का लक्ष्य

उन्होंने बताया कि पौधारोपण अभियान में सरकार के विभिन्न विभागों, गैर सरकारी संस्था (एनजीओ), धार्मिक संस्थाओं, भवन निर्माता और फिल्मी हस्तियों की मदद ली जाएगी। इसके अलावा पौधारोपण अभियान के लिए मल्टीप्लेक्स वाले सहयोग करने के लिए तैयार है। सिनेमा घरों में फिल्म प्रदर्शन के समय पौधेरोपण से जुड़े वीडियो क्लिप दिखाई जाएगी। इसके अलावा विभिन्न उद्योग समूह कार्पोरेट सामाजिक दायित्व (सीएसआर) निधि के जरिए अभियान में मदद कर सकते हैं। थोरात ने बताया कि साल 2017 में 4 करोड़ पौधे लगाने का लक्ष्य रखा गया था लेकिन लक्ष्य से अधिक 5 करोड़ 43 पौधे लगाए गए थे। जिसमें से फिलहाल 85 प्रतिशत पौधे जीवत हैं।
 

Created On :   21 Jun 2018 4:22 PM GMT

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