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वारदात के बाद मृतिका के खाते निकले रुपए तो अलर्ट हो गई पुलिस
डिजिटल डेस्क जबलपुर। सनसनी खेज हत्याकांड के बाद से ही एक सवाल उठता गया कि अरोपी कैसे गिरफ्त में आएगा और कब सलाखों के पीछे होगा? इस सवाल का जबाब तलाशने में पुलिस को 10 दिन से ज्यादा लगे। इसकी वजह यह रही कि कई राज्य, कई शहर में पुलिस की दबिश से पहले ही आरोपी फरार हो जाता। खास बात यह है कि एटीएम से होने वाला ट्रांसजक्शन आरोपी और पुलिस के बीच की अहम कडी रही। दरअसल, वारदात के बाद जब मृतिका के एकाउंट से पैसे निकले तो पुलिस अलर्ट हो गई और एटीएम को तब से ही सर्वेलांस में डाल दिया गया। तलाश अभिजीत की, निकला हेमंत-मेखला रिसार्ट से शिनाख्त के लिए मृतिका और अरोपी के आधार कार्ड की कॉपी ही एकलौते आधार रहे।
मृतिका का आधार कार्ड फर्जी निकले के बाद भी उसकी शिनाख्त कर ली गई। लेकिन आरोपी को अभिजीत पाटीदार ही मानकर तफ्तीश चलती गई। पुलिस ने मेखला में हासिल हुए फिंगर प्रिंट का मिलान हाईटैक डाटा एनालाइजर नेफिस सिस्टम पर किया गया। यही से पुलिस को लीड मिली। आरोपी के फिंगर प्रिंट नासिक, महाराष्ट्र के राधाकृष्ण नगर थाने में दर्ज अपराध क्रमांक 122/14 धारा 394,279,337,338,427 भादंवि के 29 वर्षीय आरोपी हेमंत भदाणे पिता राजेन्द्र भदाणे से मैच कर गए। अब पुलिस को यहीं से आरोपी की असली पहचान मिली।
हर रोज ट्रेस फिर भी गिरफ्त से दूर-
पुलिस के अनुसार जांच के दौरान एक टेक्सी ड्रायवर से पता चला कि आरोपी ने 7 नवम्बर को उसकी टेक्सी से लखनादौन जाते समय रास्ते में ए.टी.एम से रुपए निकाले थे। इसके बाद बैंक से फुटेज एवं ट्रांजेक्सन की डिटेल ली गई तो पता चला कि रकम शिल्पा झारिया के एकाउंट से निकाली गई है। इसके बाद से पुलिस की गई टीमें मोर्चे पर उतारी गई। आरोपी ने 10 दिनों में विभिन्न राज्यों में पहुंचकर मृतिका के ए.टी.एम से रोजाना 20 हजार रूपये निकालकर खर्च करता रहा। इसके बाद उप निरीक्षक रजनीश मिश्रा की टीम द्वारा आरोपी के रिवाड़ी हरियाणा, उना हिमाचल प्रदेश, चण्डीगढ, तथा राजस्थान के अलवर, अजमेर , सिरोही तक लगातार 4 दिनों तक लगभग 3500 किमी तक पीछा करते हुये सीसी टीव्ही फुटेज खंगाले गये।
खबर मिलते ही नाकाबंदी, चैंकिंग में पकड़ाया-
इस बीच 17 नवम्बर की सुबह 8 बजे अजमेर में उसी कार्ड के जरिए एटीएम से 20 हजार रूपये निकालने की जानकारी पुलिस को मिली। एसपी श्री बहुगुणा ने अजमेर एसपी चूनाराम एवं राजस्थान कैडर के आईपीएस अधिकारी सुमीत मेहरडा से संपर्क कर इनपुट सांझा किया। इसके तत्काल बाद ही एसपी अजमेर ने सवरूपागंज थाना में नाकाबंदी कराई और वाहन चौकिंग शुरु करा दी गई। इसी दौरान आरोपी को गिरफ्त में लिया गया।
हत्या की वजह..दूसरे युवकों के साथ फोटो देखे तो प्लान बनाया-
शुरुआती पूछताछ में आरोपी हेमंत भदाणे ने बताया कि वह मृतिका शिल्पा से प्रेम करता था और शादी भी करना चाहता था। लेकिन उसके व्हाट्सएप में अन्य पुरूष के साथ फोटो देखने पर चरित्र शंका हुई। शिल्पा का मोबाईल हमेशा व्यस्त होने की वजह से उसका शक और गहराता गया। इसके बाद उसने हत्या की साजिश रची। वारदात के बाद आरोपी मोबाईल, ए.टी.एम कार्ड, चैन,कान की बाली लेकर भाग निकला। पुलिस ने आरोपी से मृतिका के एकाउंट से निकाले गए 1 लाख 52450 रूपये भी जब्त किए हैं।
वारदात के बाद सुर्खियों में रहा मामला-
मेखला रिसॉर्ट के कैशियर अनूप वैदेही ने पुलिस को बताया था कि 6 नवम्बर की दोपहर 12 बजे एक लड़का और एक लड़की ने आकर अपना नाम गुजरात निवासी अभिजीत पाटीदार एवं राखी मिश्रा बताकर 3 दिन तक रुकने की इच्छा जताई थी। इस दौरान उन्होंने मोबाईल पर आधारकार्ड व्हाटसप कर रजिस्टर में लड़के ने हस्ताक्षर किए। इसके बाद उन्हें फस्र्ट फ्लोर के रूम नंबर 5 में 1500/-रू नगद एडवांस लेकर रूम दिया गया था।
8 नवम्बर की दोपहर 12 बजे तक जब उनका रूम नहीं खुला तो एक कर्मचारी ने मास्टर चाबी से दरवाजा खोला। जहां उसने देखा कि लड़की बिस्तर पर रजाई से ढकी पड़ी थी और फर्श में खून के निशान के अलावा उसके हाथ की कलाई एवं गले में कट का निशान था। इसके अलावा 2 ब्लेड बिस्तर एवं फर्श पर पड़ी हुई थी। एसपी सिद्धार्थ बहुगुणा के निर्देश पर नगर पुलिस अधीक्षक बरगी सुश्री प्रियंका शुक्ला एवं एफएसएल डॉ.नीता जैन, डॉग स्कवाड, फिंगर प्रिंट निरीक्षक अखिलेश चौकसे मौके पर पहुंचे। और पंचनामा कार्यवाही कर शव को पीएम के लिए भिजवाकर जांच शुरु की गई थी।
Created On :   19 Nov 2022 10:34 PM IST