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ऑनलाइन आईडी से मोबाइल पर चल रहा था सट्टे का बड़ा नेटवर्क
डिजिटल डेस्क जबलपुर। ऑनलाइन आईडी के माध्यम से मोबाइल फोन पर सट्टा खिलाने वाले एक बड़े नेटवर्क को एसटीएफ की टीम द्वारा घमापुर लालमाटी क्षेत्र से पकड़ा गया है। कार्रवाई के दौरान टीम ने 5 सटोरियों को पकड़कर उनके कब्जे से करीब 1 लाख रुपए नकद, एक दर्जन मोबाइल और लैपटॉप आदि जब्त किए हैं। प्रारंभिक जाँच में पता चला है कि सटोरिए अपने ग्राहकों को आईडी बेचकर रकम के बदले पॉइंट देकर सट्टा खिलाते थे।
सूत्रों के अनुसार एसटीएफ को मुखबिर से सूचना मिली थी कि लालमाटी क्षेत्र में रहने वाला संजय खत्री ऑनलाइन सट्टा खिलवा रहा है। वह मास्टर आईडी के माध्यम से ग्राहकों को आईडी बेचकर अपने खाते में रकम जमा कराता है और ग्राहकों को पॉइंट देता है जिसके माध्यम से ग्राहक लगवाड़ी करते हैं। उसने तीन मास्टर आईडी से करीब सौ आईडी बनाकर ग्राहकों को बेची है। इस आईडी के जरिए सट्टा लगाने वाला विभिन्न खेलों में हार-जीत कर सकता है। इस जानकारी के आधार पर टीम द्वारा छापामारी कर संजय खत्री को पकड़कर नकद रकम, मोबाइल व अन्य सामग्री जब्त कर प्रकरण को जाँच में लिया गया है। कार्रवाई में एसटीएफ इकाई जबलपुर के उप पुलिस अधीक्षक ललित कश्यप, निरीक्षक संजय बघेल, कंचन राजपूत, पंकज बिष्ट, उनि मुनेंद्र कौशिक, रघुवीर सरोते, छत्रपाल सिंह, राहुल, गोविंद, नीलेश, ओमप्रकाश की महत्वपूर्ण भूमिका रही।
-कई जिलों में फैला नेटवर्क
पकड़े गये आरोपी संजय खत्री के घर पर मारे गये छापे के दौरान उसके सहयोगी सागर निवासी मोहित दरयानी, साहिल रोहेडा, प्रदुम श्यामनानी एवं झांसी निवासी राहुल रच्छानी को पकड़ा गया है। पूछताछ में पता चला कि उसके द्वारा प्रदेश के कई जिलों में आईडी बेचकर ग्राहक बनाए गये हैं।
लाखों का हिसाब-किताब मिला
कार्रवाई के दौरान पकड़े गये सटोरियों के पास से सट्टे के लेन-देन का लाखों का हिसाब-किताब जब्त किया गया है। आरोपियों द्वारा सौ से अधिक ग्राहक बनाए गये थे और प्रतिदिन 25 हजार रुपये तक का कमीशन कमाते थे, वहीं ग्राहकोंं से लेन-देन के लिए अलग से लड़के लगाए गये थे जो कि ग्राहकों से पैसा जमा कराते थे और उस पैसे को खातों से निकालते थे।
पिछले आईपीएल में शुरू हुआ था कारोबार
जानकारी के अनुसार सट्टे का कारोबार करीब डेढ़ साल पहले पिछले आईपीएल से संचालित हो रहा था। जैसे ही सटोरिया संजय व उसके अन्य साथियों के पकड़े जाने की भनक लगी, तीन मास्टर आईडी में से 2 को ऊपर से बंद कर दिया गया है।
Created On :   7 Nov 2022 11:08 PM IST