खमरिया के पास सड़क पर तड़पता मिला चीतल डिप्टी डायरेक्टर ने मौके पर उपचार देकर पहुँचाया वेटरनरी अस्पताल

Chital found agonizing on the road near Khamaria - Deputy Director reached Veterinary Hospital
खमरिया के पास सड़क पर तड़पता मिला चीतल डिप्टी डायरेक्टर ने मौके पर उपचार देकर पहुँचाया वेटरनरी अस्पताल
खमरिया के पास सड़क पर तड़पता मिला चीतल डिप्टी डायरेक्टर ने मौके पर उपचार देकर पहुँचाया वेटरनरी अस्पताल

डिजिटल डेस्क जबलपुर । पनागर के सिमरिया से दौरा करके लौट रहे पशुपालन विभाग के डिप्टी डायरेक्टर डॉ. सुनीलकांत बाजपेयी की गाड़ी शनिवार की रात करीब 10.30 बजे जैसे ही खमरिया से लगे उमरिया गाँव में पहुँची तो उनकी नजर सड़क किनारे घायल हालत में पड़े चीतल पर पड़ी। श्री बाजपेयी ने तत्काल गाड़ी रुकवाई और घायल चीतल के पास पहुँचे, चीतल के सिर व आगे के पैरों में गंभीर चोटें थीं, श्री बाजपेयी ने घायल चीतल को मौके पर ही प्राथमिक उपचार दिया और फिर वन विभाग के रेस्क्यू दल की मदद से वेटरनरी अस्पताल पहुँचाया। पनागर वन क्षेत्र में हुई इस घटना की जानकारी  डीएफओ अंजना सुचिता तिर्की के साथ अन्य अधिकारियों को भी दी गई। वन विभाग का अनुमान है कि चीतल जंगल से भटककर उमरिया गाँव के पास पहुँचा होगा, जिस पर आवारा कुत्तों ने हमला करके घायल किया होगा। ये भी आशंका है कि रोड पार करते समय किसी वाहन की टक्कर लगने से भी चीतल घायल हो सकता है। 
आए दिन घायल हो रहे चीतल 
उमरिया और डुमना गाँव के लोगों का कहना है कि वन विभाग और नगर निगम की अनदेखी के कारण आए दिन इसी तरह चीतल सड़कों के किनारे घायल मिलते रहते हैं। कुछ दिन पूर्व डुमना एयरपोर्ट के पास भी तीन चीतल इसी तरह घायल हालत में पड़े मिले थे। डुमना नेचर पार्क नगर निगम के अधिग्रहण में है, जबकि वन विभाग की जिम्मेदारी नेचर पार्क के बाहर के इलाके की है, लेकिन दोनों विभागों द्वारा वन्य जीवों की सुरक्षा को लेकर न तो पेट्रोलिंग की जाती है, न ही किसी तरह का रखरखाव। 
 

Created On :   15 March 2021 9:36 AM GMT

Tags

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story