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आयुष्मान कार्ड के बावजूद लाइफ मेडिसिटी अस्पताल में मरीजों से वसूले जा रहे रुपए
डिजिटल डेस्क जबलपुर। आयुष्मान कार्ड होने के बाद भी मरीजों से पैसे वसूलने की मनमानी जारी है। इसका ताजा मामला आगा चौक स्थित लाइफ मेडिसिटी अस्पताल में सामने आया है। यहाँ एक मरीज से उसके पास आयुष्मान कार्ड होने के बावजूद दवाओं और जाँचों के पैसे वसूल लिए गए और इसकी रसीद भी नहीं दी गई। कुछ अन्य मरीजों को गुमराह करते हुए बताया गया कि योजना के पैकेज में सभी चीजें शामिल नहीं हैं। परिजनों ने इसकी शिकायत आयुष्मान हेल्पलाइन में की, जिसके बाद अस्पताल को रुपए लौटाने पड़े। यह पहली बार नहीं है जब यह अस्पताल विवादों में रहा हो। इसके पहले भी यहाँ मनमानी और मरीजों को परेशान करने की शिकायतें सामने आई हैं। एक दिन पूर्व ही परिवहन विभाग ने कार्रवाई करते हुए यहाँ से 3 एम्बुलेंस जब्त की थीं, जो कि नियम विरुद्ध चलाई जा रही थीं।
दवाओं और जाँच के लिए वसूले रुपए
नारायणगंज मंडला निवासी 46 वर्षीय संध्या झारिया साँस फूलने की समस्या के चलते 5 अप्रैल की शाम को अस्पताल में भर्ती हुईं। परिजन इस बात को लेकर आश्वस्त थे कि आयुष्मान योजना के अंतर्गत पूरा इलाज नि:शुल्क हो जाएगा, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। अगले ही दिन परिजनों को बता दिया गया कि आयुष्मान के तहत केवल डॉक्टर की फीस, नर्सिंग और अस्पताल का चार्ज ही शामिल होगा, इसके अलावा दवाओं और जाँचों के पैसे भरने पड़ेंगे। मजबूर परिजनों ने दवाओं और जाँचों के पैसे भरना शुरू कर दिए। थोड़ा-थोड़ा करके एक ही दिन में जाँच और दवाओं के 10 हजार रुपए ले लिए गए, जबकि इसके बदले केवल दवाओं का बिल ही दिया गया। जाँच की कोई रसीद नहीं दी।
शिकायत की तो मिली धमकी
मरीज के परिजनों ने बताया कि जब लाइफ मेडिसिटी अस्पताल के कृत्य की शिकायत आयुष्मान हेल्पलाइन में की तो अस्पताल में योजना का काम-काज देखने वाले एक व्यक्ति ने धमकाते हुए यह कह दिया कि देखते हैं आगे कैसे होगा तुम्हारे मरीज का इलाज। शिकायत के बाद जिला आयुष्मान योजना अधिकारी ने हस्तक्षेप किया तो अस्पताल ने 10 हजार 200 रुपए चैक के द्वारा लौटाए। सूत्र बताते हैं कि अस्पताल में इलाजरत कई मरीजों के साथ ऐसा हो रहा है, जहाँ आयुष्मान कार्ड होने के बाद भी उनसे रकम वसूल की जा रही है।
अपनाते हैं कई हथकंडे
आयुष्मान योजना में चिन्हित परिवारों को हर साल 5 लाख रुपये तक का नि:शुल्क इलाज मिलता है, लेकिन कुछ अस्पताल ऐसे मरीजों को भर्ती करने के बाद तरह-तरह के हथकंडे अपनाते हैं। मरीजों से कहते हैं कि उन्हेें दूसरी बीमारियाँ भी हैं जो योजना के पैकेज में नहीं हैं। इसके अलावा दवाएँ और जाँचों को भी पैकेज में शामिल नहीं करते। मरीज की मजबूरी का फायदा उठाकर यह किया जाता है।
शिकायत पर की गई कार्रवाई
आयुष्मान हेल्पलाइन में शिकायत के बाद यह प्रकरण आया था। जाँच के बाद लाइफ मेडिसिटी अस्पताल पर पैसे लौटाने के संबंध में कार्रवाई की गई है।
- भुवन साहू, जिला आयुष्मान योजना अधिकारी
Created On :   7 May 2022 11:23 PM IST