कर्ज से हुआ विकास, नागपुर को लूट रहे- महाविकास आघाड़ी की सभा में सरकार की जमकर आलोचना
डिजिटल डेस्क, नागपुर। महाविकास आघाड़ी की वज्रमूठ सभा में केंद्र व राज्य सरकार की जमकर आलोचना की गई। विकास के दावों को निराधार ठहराया गया। नागपुर के विकास को भी केवल भ्रम माना गया। एक दिन पहले शिवसेना उद्धव गुट के प्रवक्ता संजय राऊत ने कहा था कि नागपुर में विकास दिख रहा है। लेकिन सभा से नेताओं ने कहा कि नागपुर में समुचित विकास नहीं हाे पाया है।
उद्धव ठाकरे के तीखे बोल
मैं कहीं जाऊं, तो मेरे हिंदुत्व पर सवाल उठाया जाता है। सरसंघचालक मस्जिद में गए, प्रधानमंत्री मदरसे में गए उन पर सवाल क्यों नहीं।
एक मंच पर हम, एक मंच पर आप आओ। हिंदुत्व सहित सभी विषयों पर बहस करेंगे। जनता जो निर्णय सुनाएगी, वह मान्य करेंगे। हिम्मत है तो मैदान में आमने सामने आओ।
फडतूस का मतलब बिना काम का व्यक्ति होता है। गृहमंत्री अपने कर्तव्य को नहीं निभा पा रहे। उन्हें फडतूस कहा तो बात क्यों चूभ गई।
ऑल इज वेल होने का भ्रम फैलाया जा रहा है। सरकार के दावों और विज्ञापनों का सच अलग है।
पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक व हिडनबर्ग की रिपोर्ट के मामले में प्रधानमंत्री देश को जवाब क्यों नहीं देते हैं।
देश में लोकतंत्र का उपयोग सत्ता के मित्रों के ग्राहक बनाने और पार्टी को बढ़ाने के लिए किया जा रहा है।
हमने छाती पर वार झेलना और करना सीखा है। गद्दारी नहीं।
आह्वान : भाजपा सत्ता में न लौट पाए
संकल्प लें कि संविधान को हम ही बचाएंगे। नागपुर बाबासाहब आंबेडकर की कर्मभूमि है। आंबेडकर ने जीने का अधिकार दिलाया। संविधान दिया। लेकिन अब भारत माता के पांव में जंजीर डालने का प्रयास किया जा रहा है। एक व्यक्ति करोड़ों लोगों के संरक्षण के लिए संविधान लिख सकता है, तो क्या करोड़ों लोग मिलकर संविधान की रक्षा नहीं कर सकते हैं। क्रांतिकारी देश की रक्षा के लिए शहीद हुए। अाप अपनी अंगुली से अब के दबावकारियों की सत्ता ध्वस्त कर सकते हो। सवाल यह नहीं है कि इनका विकल्प क्या है। लक्ष्य यह रखो कि भाजपा सत्ता में न लौट पाए।
नसीहत
काम तो कहीं भी रहकर किया जा सकता है। मेरे बारे में कहते हैं कि मुख्यमंत्री पद पर रहते मैं घर से नहीं निकला। तब की स्थिति सभी जानते हैं। मेरे सहयोगी काम कर रहे थे। देश में उत्कृष्ट कार्य के लिए पहले 5 मुख्यमंत्रियों के मामले में महाराष्ट्र का नंबर लगा था। केवल घूमने से सरकार नहीं चलती है।
जनता की लूट
कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष नाना पटोले ने कहा कि नागपुर में जो विकास दिख रहा है वह कर्ज लेकर किया गया है। यहां की जनता को लूटा जा रहा है। किसानों को संकट में राहत नहीं मिल रही है। शासकीय सेवाओं में 9 कंपनियों से भर्ती कराकर राज्य के युवाओं के साथ अन्याय किया जाएगा। पुलवामा में नागपुर से विस्फोटक पहुंचाए जाने की जानकारी है। स्थिति को समझना होगा। किसान आत्महत्या 10 गुणा बढ़ी है। किसानों से निवेदन है कि वे आत्महत्या न करें।
पानी नहीं
राकांपा के प्रदेश अध्यक्ष जयंत पाटील ने कहा कि नागपुर में उनके कार्यकाल में चौबीस घंटे पानी की योजना लाई गई थी, लेकिन अब एक घंटे भी पेयजल आपूर्ति नहीं हो पा रही है। विकास मामले में सरकार के दावों को खोखला दर्शाते हुए पाटील ने आंकड़ों के साथ कहा िक मानव संसाधन विकास मामले में भी देश पिछड़ रहा है। भाजपा को लगता है कि उसकी लोकप्रियता कायम है तो मुंबई मनपा सहित अन्य स्थानीय निकाय संस्थाओं के चुनाव तत्काल कराएं। राज्य सरकार केवल इवेंट करा रही है।
प्रधानमंत्री जवाब दें
पूर्व मुख्यमंत्री पृथ्वीराज चव्हाण ने विविध विषयों का उल्लेख करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर गंभीर आरोप लग रहे हैं। वे आरोपों का जवाब दें। अदाणी उद्योग समूह आरोप लगाने वाली कंपनी पर न्यायालय में मानहानि का दावा नहीं कर पाई। पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक के आरोपों ने प्रधानमंत्री जवाब क्यों नहीं देते हैं। राहुल गांधी की लोकसभा सदस्यता रद्द कराई गई। अरविंद केजरीवाल को जेल में डालने का प्रयास किया जा रहा है। प्रधानमंत्री इन मामलों पर कुछ तो बोलें।
मैदान में आने से नहीं रोक सकता
पूर्व गृहमंत्री अनिल देशमुख ने अपने ऊपर लगे आराेपों को निराधार ठहराते हुए कहा कि न्यायालय में वे आरोप तय नहीं हो पाए। देशमुख बोले-14 माह अार्थर रोड जेल का भत्ता खाकर बाहर आया हूं। अब अनिल देशमुख को कोई माई का लाल मैदान में आने से नहीं रोक सकता है। उन्होंने कहा कि नागपुर जिले में कृषि संकट का निरीक्षण भी नहीं किया गया है। पूर्व मंत्री विजय वडेट्टीवार, विधायक नितीन देशमुख, जीतेंद्र आव्हाड, जिला परिषद अध्यक्ष मुक्ता कोकड्डे ने भी संबोधित किया। कार्यक्रम की प्रस्तावना पूर्व मंत्री सुनील केदार ने रखी। संचालन प्रफुल गुडधे व नरेंद्र जिचकार ने किया।
ये नेता थे मंच पर उपस्थित
मंच पर प्रमुख नेताओं के साथ विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष अजित पवार, विधान परिषद में नेता प्रतिपक्ष अंबादास दानवे, पूर्व मंत्री आदित्य ठाकरे, पूर्व मंत्री बालासाहब थोरात, शिवसेना प्रवक्ता संजय राऊत, कांग्रेस प्रवक्ता अतुल लोंढे, मिलिंद नार्वेकर, विनायक राऊत, अरविंद सावंत, सतीश चतुर्वेदी, सुबोध मोहिते, रमेश बंग, माणिकराव ठाकरे, सुनील प्रभु, आशीष दुआ, बालू धानोरकर, अभिजीत वंजारी, राजेंद्र मुलक, नितीन देशमुख, सलिल देशमुख, आभा पांडे, दुनेश्वर पेठे, अतुल कोटेचा, उमाकांत अग्निहोत्री, तानाजी वनवे, पुरुषोत्तम हजारे, कुंदा राऊत, सुरेश साखरे सहित अन्य पदाधिकारी उपस्थित थे।
राऊत व ठाकरे अनुपस्थित
सभा में पूर्व पालकमंत्री नितीन राऊत, कांग्रेस के शहर अध्यक्ष विकास ठाकरे नहीं दिखे। पूर्व केंद्रीय मंत्री विलास मुत्तेमवार भी अनुपस्थित थे। इनके अलावा कांग्रेस व शिवसेना के कुछ प्रमुख पदाधिकारी भी सभा परिसर में नहीं दिखे।
Created On :   17 April 2023 5:49 PM IST