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Satna News: डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल में अतिगंभीर कुपोषित मासूम की मौत का मामला

Satna News: मझगवां विकासखण्ड के मरवा गांव में 4 माह के कुपोषित बच्चे की मौत के मामले में जहां आंगनवाड़ी वर्कर शकुन गौतम और दो आशा कार्यकर्ता उर्मिला सतनामी तथा प्रियंका श्रीवास्तव को बर्खास्त कर दिया गया तो वहीं संबंधित 3 कर्मचारियों का इंक्रीमेंट रोकते हुए अन्य 4 को शोकॉज नोटिस दी गई है। यह कार्रवाई मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. एलके तिवारी ने की है। गौरतलब है कि डिप्टी सीएम एवं स्वास्थ्य मंत्री राजेन्द्र शुक्ल ने पहले ही कहा था कि मामले में जो भी दोषी होंगे वो बख्शे नहीं जाएंगे। आंगनवाड़ी कार्यकर्ता को जहां विभाग को गुमराह करने का दोषी पाया गया है तो वहीं स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारियों को अतिगंभीर कुपोषित बच्चे की मां की काउंसलिंग न करने और बीमार मासूम का फॉलोअप न करने का दोषी माना गया है।
ऐसे रची गई थी मनगढ़ंत कहानी
आसमा बानो जब गर्भवती थी तब आंगनवाड़ी कार्यकर्ता ने उसका नाम गर्भावस्था और टीकाकरण पंजी में दर्ज किया मगर अति गंभीर कुपोषित हुसैन रजा का पंजीयन नहीं किया गया। इस मामले में शकुन गौतम ने जवाब दिया था कि हुसैन रजा की मां उस वक्त गांव से बाहर थी जिस कारण सेवाएं प्रदान नहीं की गईं। 23 अक्टूबर को सीडीपीओ और पर्यवेक्षक के संयुक्त भ्रमण में आंगनवाड़ी कार्यकर्ता का झूठ पकड़ा गया। जांच टीम को बताया गया कि आसमा बानो और उसका बेटा गांव में ही रहते थे, केवल बीमार होने पर ही सतना ले जाया गया था। बच्चे को न तो एनआरसी में एडमिट कराया गया और न ही उसका अतिगंभीर कुपोषित में पंजीयन किया गया। आंगनवाड़ी कार्यकर्ता ने गृहभेंट भी नहीं किया। इन्हीं आरोपों के चलते परियोजना चित्रकूट क्रमांक-2 की डीपीओ रीता द्विवेदी ने एसडीएम महिपाल सिंह के अनुमोदन के बाद मरवा गांव की आंगनवाड़ी कार्यकर्ता शकुन गौतम की सेवाएं समाप्त कर दीं।
स्वास्थ्य विभाग के 7 कर्मचारी लपेटे में
इसी मामले में स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी-कर्मचारियों को मिलाकर 7 लोग भी लपेटे में आए हैं। आशा वर्कर्स के कार्यों की मॉनीटरिंग पर लापरवाही करने के एवज में जहां ब्लॉक कम्युनिटी मोबिलाइजर देवमुनि पटेल को नोटिस देकर 7 दिनों की तनख्वाह काटने के निर्देश हैं तो मेडिकल ऑफिसर डॉ. शारदा प्रसाद श्रीवास्तव, सुपरवाइजर आरके शुक्ला, आरबीएसके चिकित्सक डॉ. पूजा शुक्ला, डॉ. धनेश द्विवेदी, एएनएम लक्ष्मी रावत, सीएचओ उदय डोहर पर भी आरोप तय किए गए हैं। इसमें एमओ, सुपरवाइजर और एएनएम का 1-1 दिन की वेतनवृद्धि असंचयी प्रभाव से रोकी गई है।
Created On :   26 Oct 2025 3:55 PM IST














