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वायोडायवर्सिटी पार्क के निर्माण में दोहरे भुगतान की जांच शुरु
गर्वमेंट पीजी कालेज से ईओडब्ल्यू ने जब्त किए कई दस्तावेज
डिजिटल डेस्क सतना। यहां के शासकीय स्वशासी स्नातकोत्तर महाविद्यालय में वर्ष 2013 में 5 लाख की लागत से प्रस्तावित जैव विविधता पार्क के निर्माण मद में अतिरिक्त कार्य के नाम पर शासन से छल करते हुए 4.75 लाख के अतिरिक्त भुगतान के मामले की जांच के तहत शनिवार को रीवा से यहां पहुंची ईओडब्ल्यू की टीम ने निर्माण से जुड़े कई अहम दस्तावेज जब्त कर लिए हैं। ईओडब्ल्यू रीवा के एसपी वीरेन्द्र जैन ने बताया कि टेंडर, तकनीकी स्वीकृति, प्रशासकीय मंजूरी और एक ही कार्य के दो बार भुगतान से जुड़े दस्तावेजों का बारीकी से परीक्षण कराया जा रहा है।
10 घंटे चली पड़ताल
बताया गया है कि ईओडब्ल्यू रीवा के इंस्पेक्टर मोहित सक्सेना के नेतृत्व में यहां शनिवार को पहुंची आर्थिक अपराध प्रकोष्ठ की 8 सदस्यीय टीम ने सुबह 11 बजे शासकीय स्वशासी स्नातकोत्तर महाविद्यालय में दबिश दी और सभी आवश्यक दस्तावेज अपने कब्जे में ले लिए। ईओडब्ल्यू का जांच दल रात 9 बजे जब्त दस्तावेजों के साथ रीवा लौट गया। एसपी श्री जैन ने बताया कि जांच आगे भी जारी रहेगी।
गोपनीय शाखा भी जांच के दायरे में
शासकीय स्वशासी स्नातकोत्तर महाविद्यालय की गोपनीय शाखा भी ईओडब्ल्यू की जांच के दायरे में है। राज्य आर्थिक अपराध प्रकोष्ठ को मिली शिकायत में इस आशय के साक्ष्य उपलब्ध कराए गए हैं कि गोपनीय शाखा में प्रश्नपत्रों के प्रिटिंग,मानदेय और लगाए गए वाहनों की आड़ में लगभग 45 लाख का भ्रष्टाचार किया गया है। असल में गोपनीय शाखा के इन कार्यों के लिए टेंडर नहीं होते हैं। गोपनीय शाखा का बजट प्राचार्य के अधिकार क्षेत्र में होने के कारण जमकर गफलत की गई।
13 आरोपियों के खिलाफ दर्ज है अपराध
उल्लेखनीय है, शासकीय स्वशासी स्नातकोत्तर महाविद्यालय परिसर में वर्ष 2013 में 5 लाख की लागत से निर्मित कराए गए जैव विविधता पार्क के निर्माण मद में अतिरिक्त कार्य के नाम पर शासन से छल करते हुए 4.75 लाख के अतिरिक्त भुगतान के आरोप प्रमाणित पाए जाने पर रीवा ईओडब्ल्यू ने रीवा के उच्च शिक्षा के तबके अतिरिक्त संचालक डा.विनोद श्रीवास्तव और गर्वमेंट पीजी कालेज के तत्कालीन प्राचार्य डा.सतेन्द्र शर्मा समेत 13 आरोपियों के खिलाफ आईपीसी की धारा-420, 120 बी और भ्रष्टाचार निवारण के संशोधित अधिनियम 2018 के तहत अपराध (क्राइम नंबर-9/21) दर्ज करते हुए विवेचना प्रारंभ की है। इससे पहले आर्थिक अपराध प्रकोष्ठ भोपाल से प्राप्त शिकायत का सत्यापन सब इंस्पेक्टर गरिमा त्रिपाठी से कराया गया था।
क्या है पूरा मामला :
ईओडब्ल्यू के एसपी वीरेन्द्र जैन ने बताया कि वर्ष 2013 में शासकीय स्वशासी महाविद्यालय सतना में जैव विविधता पार्क के निर्माण के लिए शासन से 5 लाख का अनुदान बजट स्वीकृत हुआ था। न्यूनतम निविदा दर के ठेकेदार को काम के एवज में 4 लाख 99 हजार 400 रुपए का भुगतान किया गया। लेकिन बाद में ठेकेदार के पक्ष में अतिरिक्त काम की आड़ में 4 लाख 75 हजार 500 रुपए का अतिरिक्त भुगतान कर दिया गया।
इनका कहना है
डिग्री कालेज सतना में आर्थिक अनियमितता की जांच के तहत टीम ने कई अहम दस्तावेज जब्त किए हैं। इनका बारीकी से परीक्षण कराया जाएगा। उच्च शिक्षा के तबके अतिरिक्त संचालक और तभी के प्राचार्य समेत 13 आरोपियों के खिलाफ अपराध है।
वीरेन्द्र जैन, एसपी ईओडब्ल्यू रीवा
Created On :   6 March 2021 5:38 PM IST