पंचायत चुनाव के चलते पुलिस ने की तराई में सर्चिंग - डकैतों की दहशत को बेअसर करने की मुहिम तेज 

Due to Panchayat elections, police intensified search operations in the valley - neutralizing dacoits
पंचायत चुनाव के चलते पुलिस ने की तराई में सर्चिंग - डकैतों की दहशत को बेअसर करने की मुहिम तेज 
पंचायत चुनाव के चलते पुलिस ने की तराई में सर्चिंग - डकैतों की दहशत को बेअसर करने की मुहिम तेज 

डिजिटल डेस्क सतना। तीन स्तरीय पंचायत चुनाव की तैयारियों के बीच तराई में सुरक्षा का माहौल बनाए रखने के लिए पुलिस ने कमर कस ली है, वहीं पुलिस कप्तान धर्मवीर सिंह ने  दस्यु प्रभावित थाना क्षेत्रों के प्रभारियों को निरंतर सर्चिंग करते हुए आम जन से सत्त संपर्क बनाए रखने के स्पष्ट निर्देश दे रखे हैं। इन्हीं प्रयासों के तहत बरौंधा टीआई प्रकाश चंद्र कोल, नयागांव थाना प्रभारी आरबी त्रिपाठी और मझगवां थाना प्रभारी ओपी सिंह ने अपनी-अपनी टीमों के साथ उत्तर प्रदेश से लगी सीमा के संवेदनशील इलाकों में सघन सर्चिंग करने के साथ ही आदिवासी बस्तियों में लोगों से जनसंवाद भी किया। इस दौरान डकैतों और उनके मददगारों के बारे में जानकारी जुटाते हुए  कड़ी कार्रवाई का भरोसा दिलाया गया। पुलिस अधिकारियों ने मोबाइल नम्बरों का आदन-प्रदान कर बदमाशों के संबंध में तुरंत शिकायत करने  की समझाइश भी दी।
इन इलाकों में पहुंची संयुक्त टीम 
सुबह 9 बजे से जंगल में उतरी पुलिस टीम ने बटोही जंगल और आबादी क्षेत्र में सर्चिंग की शुरुआत करते हुए थरपहाड़,सतीअनुसुइया, अमरावती और सुरागी के जंगलों का जायजा लेकर डकैतों के आने-जाने के रास्तों को नए सिरे से चिन्हित किया तो उनके रुकने और छिपने के ठिकानों को खंगाला गया और जरुरत पडऩे पर एम्बुस लगाने और तेजी से घेराबंदी की रणनीति पर चर्चा की गई। 
गौरी के साथ सक्रिय हैं संपत कोल
तराई में फिलहाल डेढ़ लाख इनामी अंतराज्यीय डकैत गौरी यादव सक्रिय है,जिसकी दहशत एमपी और यूपी दोनों जगह बराबर फैली हुई है। सरकारी ठेको में कमीशन से लेकर छोटे-बड़े व्यापारियों,आर्थिक रुप से संपन्न लोगों से रंगदारी वसूलने के लिए उसके गुर्गे घूमते रहते हैं। एमपी के क्षेत्र में हालांकि डकैत की गतिविधियां पहले की अपेक्षा काफी कम हो गई हैं, मगर खतरा पूरी तरह से टला नहीं है। वहीं हाल ही में कर्बी जिले के बहिलपुरवा थाना क्षेत्र में चुनावी रणनीति के तहत एक  युवक को गोली मारकर चर्चा में आए संपत कोल की धमक भी तराई में सुनाई देने लगी है।
 

Created On :   27 Nov 2020 1:13 PM GMT

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