मई के पहले ही बिजली के झटके- राज्य में 26 हजार मेगावाॅट की जरूरत
डिजिटल डेस्क, नागपुर। महावितरण का दावा है कि अभी निजी कंपनी से बिजली खरीदने की जरूरत नहीं है, पर्याप्त बिजली है, दूसरी तरफ शहर में बिजली की आंखमिचौली शुरू है। इसे अघोषित लोडशेडिंग माना जा रहा है। गर्मी के दिनों में बिजली की खपत बढ़ जाती है। मांग के अनुरूप बिजली उत्पादन बढ़ाना जरूरी है। जिले में फिलहाल तेज गर्मी शुरू है। पिछले कुछ दिनों से मेंटेनंेस व इमरजेंसी के नाम पर उत्तर व दक्षिण नागपुर क्षेत्र में बिजली आपूर्ति खंडित हो रही है। बुधवार का दिन मेंटेनंेस के लिए होता है, लेकिन अब किसी भी दिन मेंटेनंेस व सुधार के नाम पर बिजली आपूर्ति खंडित की जा रही है। मई में गर्मी आैर बढ़ेगी आैर उसके पहले ही बिजली की आंखमिचौली ने उपभोक्ताआें की टेंशन बढ़ा दी है।
उत्तर व दक्षिण नागपुर में दो खंटे ठप रही आपूर्ति
बुधवार को मेंटेनंस व सुधार काम के चलते महावितरण उपभोक्ताआें को एसएमएस भेजती है। पिछले कुछ दिनों से सूरज की तपिश बढ़ने से लोगों का पंखे-कूलर, एसी के बगैर रहना मुश्किल हो रहा है। दो-दो घंटे तक बिजली आपूर्ति खंडित रह रही है। जागरूक उपभोक्ताआें का कहना है कि अचानक ऐसा क्या हुआ कि शहर के हर हिस्से में मेंटेनेंस के नाम पर बिजली आपूर्ति खंडित की जा रही है। बुधवार को यह समझा जा सकता है, लेकिन अन्य दिनों में भी यह हो रहा है। उपभोक्ता इसे अघोषित लोडशेडिंग मान रहे हैं। नागपुर जिला लोडशेडिंग मुक्त है। गुरुवार को दक्षिण व उत्तर नागपुर के अधिकांश हिस्सों में दोपहर में करीब दो घंटे तक बिजली आपूर्ति ठप रही। इस बारे में महावितरण का कहना है कि बिजली खपत बढ़ने के बाद भी महावितरण अधिक लोड खींचने में सक्षम है। मेंटेनंेस व आपात काम के लिए बिजली आपूर्ति कुछ समय के लिए बंद की जा रही है। यह लोडशेडिंग नहीं है। हर एरिया में दुरुस्ती व सुधार कार्य कर बिजली व्यवस्था को चुस्त-दुरुस्त किया जा रहा है, ताकि उपभोक्ताओं को बेहतर सेवा दी जा सके।
Created On :   17 April 2023 6:55 PM IST