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फडणवीस ने कहा - राज्य सरकार ने नहीं लिया वैट में कमी का फैसला
डिजिटल डेस्क, मुंबई। विधानसभा में विपक्ष के नेता देवेंद्र फडणवीस ने राज्य की महाविकास आघाड़ी सरकार के पेट्रोल और डीजल पर मूल्यवर्धित कर (वैट) कम करने के फैसले पर सवाल खड़े कर दिए हैं। फडणवीस ने कहा कि सरकार का पेट्रोल और डीजल पर वैट कम करने की घोषणा हास्यास्पद है। सरकार ने जनता के साथ विशुद्ध धोखा किया है। फडणवीस ने दावा करते हुए कहा कि सरकार ने वैट कम करने का कोई फैसला नहीं लिया है। महाराष्ट्र में पेट्रोल की प्रति लीटर 2 रुपए 8 पैसे और डीजल में प्रति लीटर 1 रुपए 44 पैसे की जो कमी हुई है वह केंद्र सरकार के रोड एंड इंफ्रास्ट्रक्चर सेस कम करने के फैसले का स्वभाविक असर है। फडणवीस ने कहा कि मेरी दोबारा मांग है कि राज्य सरकार जनता को मूर्ख बनाए बिना तत्काल पेट्रोल और डीजल की कीमतों को कम करने के लिए फैसला करे। सरकार ने मई महीने में राज्य की जनता को अप्रैल फूल बनाया है।
हाथ की सफाई कर रही सरकारः मुनगंटीवार
जबकि प्रदेश के पूर्व वित्त मंत्री तथा भाजपा विधायक सुधीर मुनगंटीवार ने कहा कि बेईमान राज्य सरकार हाथ की सफाई दिखा रही है। जब केंद्र सरकार पेट्रोल और डीजल पर टैक्स कम करती है तो उसी के अनुपात में राज्य सरकार का वैट अपने आप कम होता है। मुनगंटीवार ने कहा कि राज्य में पेट्रोल पर प्रति लीटर 26 प्रतिशत रुपए टैक्स और 10 रुपए 32 पैसे रोड एंड इंफ्रास्ट्रक्चर के लिए वसूला जाता है। जबकि डीजल पर 24 प्रतिशत टैक्स और 3 रुपए में रोड एंड इंफ्रास्ट्रक्चर सेस वसूला जाता है। केंद्र सरकार ने पेट्रोल और डीजल पर टैक्स कम किया है। इससे स्वभाविक रूप से राज्य सरकार का टैक्स भी कम होगा। मुनगंटीवार ने कहा कि पूर्व की भाजपा सरकार में राज्य सरकार को पेट्रोल और डीजल पर टैक्स से 21 हजार करोड़ रुपए का राजस्व मिलता था। अब महाविकास आघाड़ी सरकार को पेट्रोल और डीजल से 35 हजार करोड़ रुपए का राजस्व प्राप्त हो रहा है।
‘शराब पर टैक्स पर कटौती तो डिजल-पेट्रोल पर क्यों नहीं’
प्रदेश भाजपा के मुख्य प्रवक्ता केशव उपाध्ये ने कहा कि सरकार ने वैट कम करने की केवल घोषणा की है। सरकार की ओर से वैट कटौती के लिए कोई अधिसूचना जारी नहीं की गई है। उपाध्ये ने कहा कि सरकार को पेट्रोल और डीजल पर तत्काल 50 प्रतिशत टैक्स कम करके जनता को राहत देना चाहिए। उन्होंने कहा कि शराब पर टैक्स में 50 फीसदी की कमी हो सकती है तो डिजल-पेट्रोल पर क्यों नहींॽ
Created On :   23 May 2022 6:07 PM IST