खुफिया एजेंसियों तक को नहीं थी भनक, अंडरवर्ल्ड से जुड़े फर्जी टेलिफान एक्सचेंज के तार

fake telephone exchange case is linked with Underworld
खुफिया एजेंसियों तक को नहीं थी भनक, अंडरवर्ल्ड से जुड़े फर्जी टेलिफान एक्सचेंज के तार
खुफिया एजेंसियों तक को नहीं थी भनक, अंडरवर्ल्ड से जुड़े फर्जी टेलिफान एक्सचेंज के तार

डिजिटल डेस्क,मुंबई। भिवंडी में चल रहे फर्जी टेलीफोन एक्सचेंज के तार अंडरवर्ल्ड से जुड़े हैं। विदेश से एक व्यापारी को उगाही के लिए फोन आने के बाद उड़ीसा और भिवंडी में फर्जी एक्सचेंज का खुलासा हुआ था। पुलिस को शक है कि दाऊद गिरोह भी वसूली के लिए इसी एक्सचेंज का इस्तेमाल कर फोन करता था।

यूपी से जुड़े तार

ठाणे पुलिस ने मामले में नौ आरोपियों को गिरफ्तार किया है। यहां कुल 30 फर्जी टेलीफोन एक्सचेंज चलाए जा रहे थे। गिरफ्तार सभी आरोपी उत्तर प्रदेश के हैं। उनमें को कोई ऐसा नहीं है, जो 12वीं से ज्यादा पढ़ा हो। इसके बावजूद जगजीत सिंह गरेवाल और मोहन भानुशाली नामक दो तकनीकी जानकारों की मदद से एक्सचेंज चलाया जा रहा था। फिलहाल दोनों आरोपी पुलिस की गिरफ्त से बाहर हैं।

इस तरह हो रहा था फर्जीवाड़ा

फर्जी टेलीफोन एक्सचेंज के जरिए विदेश से आने वाले फोन को स्थानीय फोन में बदल दिया जाता था। इसके चलते सरकार को राजस्व का नुकसान तो होता ही था। खुफिया एजेंसियों को भी इसकी भनक नहीं लगती थी। इसी साल अंबरनाथ के एक बिल्डर को माफिया सरगना सुरेश पुजारी ने फोन कर हफ्ते के लिए धमकाया था। पुलिस ने जांच की तो फर्जीवाड़े का खुलासा हुआ।

अवैध टेलीफोन एक्सचेंज का भांडाफोड़

भिवंडी में फर्जी टेलिफोन एक्सचेंज पकड़े जाने का यह कोई पहला मामला नहीं है, इससे पहले इसी साल चार ठिकाने पर अवैध टेलीफोन एक्सचेंज चला रहे 11 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया था। पुलिस सूत्रों के मुताबिक दाऊद गिरोह भी इसी फर्जी टेलिफोन एक्सचेंज का इस्तेमाल कर हफ्ता वसूली के लिए फोन करता था। छापेमारी के दौरान पुलिस ने 25 सिम बॉक्स मिले जिसमें विभिन्न कंपनियों के 438 सिम कार्ड थे। छापे के दौरान कुल 21 लाख 61 हजार रुपए का माल बरामद किया गया।

Created On :   11 Oct 2017 4:46 PM GMT

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