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फंसा पेंच: उद्धव के साथ राज ठाकरे आए तो फिर कांग्रेस अकेले ही लड़ेगी स्थानीय चुनाव

- वर्षा और सपकाल जल्द आलाकमान से करेंगे चर्चा
- कांग्रेस अकेले ही लड़ेगी स्थानीय चुनाव !
Mumbai News. महाराष्ट्र में स्थानीय निकाय चुनावों की तैयारियों के बीच राजनीतिक हलचल तेज हो गई है। प्रदेश कांग्रेस के नेता चाहते हैं कि यदि उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली शिवसेना (उद्धव) और महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) के बीच गठबंधन होता है तो ऐसी स्थिति में कांग्रेस अकेले चुनाव लड़े। मंगलवार को हुई प्रदेश कांग्रेस की बैठक में इस बात पर चर्चा हुई कि उद्धव गुट और मनसे एक साथ चुनाव लड़ते हैं तो फिर इस स्थिति में कांग्रेस को अकेले चुनाव मैदान में उतरना चाहिए। इसकी जानकारी देने के लिए मुंबई कांग्रेस अध्यक्ष वर्षा गायकवाड़ और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष हर्षवर्धन सपकाल जल्द ही आलाकमान से चर्चा करेंगे।
बैठक में क्या हुआ?
कांग्रेस के प्रदेश कार्यालय तिलक भवन में हुई बैठक में ज्यादातर नेता इस पर एकजुट दिखे कि अगर उद्धव और राज ठाकरे की पार्टियों के बीच गठबंधन हो जाता है तो फिर कांग्रेस को अकेले चुनाव लड़ना चाहिए। पार्टी के नेताओं का मानना है कि स्थानीय चुनावों में कार्यकर्ताओं को ध्यान में रखते हुए उन्हें ज्यादा से ज्यादा प्रतिनिधित्व मिलना चाहिए। वैसे भी स्थानीय निकाय चुनाव स्थानीय कार्यकर्ताओं के होते हैं। बैठक में यह भी तय हुआ इस बात को लेकर मुंबई कांग्रेस अध्यक्ष गायकवाड़ और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष सपकाल को जलद पार्टी आलाकमान से जल्द चर्चा करनी चाहिए।
मुंबई कांग्रेस मुख्य प्रवक्ता सचिन सावंत ने मनसे का नाम लिए बगैर कहा कि महाविकास आघाडी और इंडिया गठबंधन के आलावा हमारी पार्टी किसी भी दूसरे दल के साथ गठबंधन में चुनाव नहीं लड़ेगी। इसका मतलब साफ कि उद्धव और राज के एक साथ आने की स्थिति में कांग्रेस अकेले चुनाव लड़ेगी। हालांकि कांग्रेस के वरिष्ठ नेता भाई जगताप भी यह स्पष्ट कर चुके हैं कि कांग्रेस मुंबई में बीएमसी चुनाव में अपने दम पर मैदान में उतरेगी। कुछ दिनों पहले हुई मुंबई कांग्रेस की बैठक में भी पार्टी के नेता बीएमसी चुनाव अकेले लड़ने की मांग दोहरा चुके हैं। पार्टी सूत्रों के अनुसार कांग्रेस को डर है कि यदि राज ठाकरे के साथ गठबंधन में चुनाव लड़े तो इससे पार्टी के अल्पसंख्यक व उत्तरभारतीय मतदाताओं के नाराज होने का खतरा है। साथ ही हिंदी पट्टी में भी कांग्रेस को नुकसान उठाना पड़ेगा।
Created On :   5 Nov 2025 8:54 PM IST













