यूक्रेन पढऩे गईं शहर की तीन बेटियों की चिंता सता रही परिजनों को

Family worried about three daughters of the city who went to study Ukraine
यूक्रेन पढऩे गईं शहर की तीन बेटियों की चिंता सता रही परिजनों को
सांसद ने कहा- जल्द सुरक्षित वापस आएँगी जबलपुर की बेटियाँ यूक्रेन पढऩे गईं शहर की तीन बेटियों की चिंता सता रही परिजनों को

डिजिटल डेस्क जबलपुर। भविष्य की बेहतरी के लिए हजारों किलोमीटर दूर यूक्रेन गईं बेटियों के भविष्य की चिंता अब परिजनों को परेशान कर रही है। कोई रो रहा है तो कोई अकेले में गुमसुम बैठा है, बस इस इंतजार में है कि कब उनका मासूम और चहकता चेहरा सामने आ जाए। माँ को पूरे समय यह चिंता खाए जा रही है कि न जाने बेटी किस हाल में होगी। वहीं पिता पूरे समय टीवी के सामने दिन गुजार रहे हैं, न जाने यह युद्ध कब खत्म होगा और इन परिजनों का अपनी परियों से मिलाप होगा। परिजनों को अभी तो यह राहत है कि उनकी बेटियाँ सुरक्षित हैं और लगातार फोन से उनके संपर्क में हैं लेकिन आने वाले दिनों को लेकर दोनों परिवार परेशान हैं। उन्होंने सरकार से माँग की है कि उनके ब"चों को सुरक्षित भारत लाया जाए। बेटियों ने बताया कि उनके ग्रुप के 12 लोग वहाँ फँसे हैं जो फिलहाल एक होटल में ठहरे हुए हैं। परिजनों को यह चिंता सता रही है कि अभी तो उनके पास पैसे हैं और भोजन की व्यवस्था है लेकिन आने वाले समय में क्या होगा।
सितम्बर में वापस गई है रिया
जबलपुर के त्रिमूर्ति नगर क्षेत्र में रहने वाले प्रवीण कुमार पाठक की बेटी रिया पाठक लगभग 5 साल पहले एमबीबीएस की पढ़ाई करने यूक्रेन गई थी। लेकिन वर्तमान स्थिति में अभी वहीं फँसकर रह गई है। परिवार अब बेटी के वापस आने का इंतजार कर रहा है। श्री पाठक ने बताया कि उनकी बेटी जून माह में जबलपुर आई थी और सितम्बर में यूक्रेन वापस गई थी। गुरुवार को उसकी फ्लाइट थी लेकिन यूक्रेन और रूस के बीच युद्ध की स्थिति निर्मित होने से उनकी बेटी यूक्रेन के पीयू शहर के एक होटल में है। पिता के साथ ही माता सोनाली, छोटा भाई राघव व उसके नाना-नानी भी अब टीवी के सामने बैठकर पल-पल की खबर पर नजर रखे हुए हैं।
माँ का रो-रो कर बुरा हाल
शांति नगर दमोहनाका निवासी विजय गुप्ता एवं सुशीला गुप्ता की बेटी शुभि गुप्ता भी यूक्रेन में एमबीबीएस की पढ़ाई कर रही है और इस संकट में वो भी वहीं फँस गई है। बेटी के घर वापसी की चिंता माँ को सता रही है उनकी बेटी कब वापस आएगी, इसी आस में माँ बैठी हैं और उनका भी रो-रोकर बुरा हाल हो गया है।
हर पल की खबर पर नजर
विजय नगर निवासी सतीश ठाकुर की पुत्री इशिता ठाकुर यूक्रेन के डनिप्रो में एमबीबीएस की पढ़ाई करने गई है। परिवार के सदस्य किसी काम से मंडला गए हैं। उन्होंने फोन पर बताया कि वे हर पल की खबर पर नजर रखे हुए हैं। बस एक ही उम्मीद है कि जल्द बेटी घर वापस लौट आए और संकट की यह घड़ी जल्द से जल्द टल जाए।
सांसद ने कहा- जल्द सुरक्षित वापस आएँगी जबलपुर की बेटियाँ
यूक्रेन और रूस के मध्य युद्ध के हालात निर्मित होने से वहाँ फँसे भारतीयों की सुरक्षा के लिए केंद्र सरकार लगातार प्रयास कर रही है और इन हालातों में जबलपुर की तीन बेटियाँ यूक्रेन में हैं, जिन्हें वापस लाने के लिए विदेश मंत्रालय में चर्चा कर मंत्री से आग्रह किया गया है। सांसद राकेश सिंह ने कहा कि जबलपुर की बेटियाँ जल्द ही सुरक्षित वापस आएँगी। परिजनों से उनकी बात हुई है जिन्हें उन्होंने आश्वस्त किया है कि वे पूरा प्रयास कर रहे हैं। सांसद के आग्रह पर विदेश राÓय मंत्री मुरलीधरन ने ब"िचयों को तुरंत वापस भारत लाने के इंतजाम के लिए अधिकारियों को निर्देशित किया है। सांसद ने ब"िचयों से दूरभाष पर बात कर उनसे कहा कि उन्हें चिंता करने की जरूरत नहीं है, दिल्ली से वे खुद इस मामले पर नजर रखे हुए हैं। इस मामले में सांसद ने किसी भी आपात स्थिति के लिए इमरजेंसी हेल्पलाइन नंबर प्रदान किया है, साथ ही यूक्रेन स्थित भारतीय दूतावास के संपर्क में रहने के लिए कहा गया है।

 

Created On :   24 Feb 2022 11:07 PM IST

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