50 लाख की फिरौती के लिए किसान का अपहरण - 6 लाख  के इनामी डाकू बबुली गैंग का कारनामा

Farmer kidnapped for ransom of 50 lakh - 6 lakh prize robber Babuli gangs exploits
50 लाख की फिरौती के लिए किसान का अपहरण - 6 लाख  के इनामी डाकू बबुली गैंग का कारनामा
50 लाख की फिरौती के लिए किसान का अपहरण - 6 लाख  के इनामी डाकू बबुली गैंग का कारनामा

डिजिटल डेस्क सतना। 50 लाख की फिरौती के लिए बीती रात 6 लाख के अंतरराज्यीय इनामी गैंग लीडर बबुली ने धारकुंडी थाना क्षेत्र के हरसेड़ गांव से 50 वर्षीय किसान अवधेश द्विवेदी को अगवा कर लिया। पुलिस ने बताया कि रात 2 बजे के करीब 5 सदस्यीय दस्यु दल कल्लू कोल के घर पहुंचा। कल्लू अपहृत किसान का खेती में साझेदार है। सभी सशस्त्र डकैत पुलिस की वर्दी में थे। डकैतों ने गन प्वाइंट पर कल्लू और उसके बेटे रजनीश को कब्जे में ले लिया। कल्लू पर दबाव बनाया गया कि वो अवधेश द्विवेदी के घर का दरवाजा खुलवाए। कल्लू ने ऐसा करने से इंकार किया तो उसकी बंदूक की बटों से पिटाई की गई। डकैतों ने उसके बेटे को गोली मार देने की धमकी दी। 
डकैतों को देखते ही बेहोश हो गई पत्नी :---
पुलिस के मुताबिक कल्लू की मदद से डकैतों ने अवधेश द्विवेदी के घर का दरवाजा खुलवाया। घर से निकलते ही डकैतों ने अवधेश की चौतरफा घेराबंदी कर ली। शोरशराबा सुनकर उनकी पत्नी बाहर आईं और डकैतों को देखते ही बेहोश हो गईं। बताया गया है कि डकैतों ने मुंह में पानी के छीटे मारे और रिहाई के लिए 50 लाख की फिरौती का इंतजाम करने की हिदायत देकर चले गए। डकैत अपने साथ अवधेश द्विवेदी को ले गए जबकि कल्लू कोल और उसके बेटे रजनीश को गांव के बाहर ही छोड़ गए। डकैत अवधेश और उनकी पत्नी के मोबाइल भी अपने साथ ले गए। रविवार को सुबह 5 बजे अपहृत अवधेश द्विवेदी के मोबाइल से डकैतों ने उनके बड़े बेटे भास्कर द्विवेदी को फोन कर रिहाई के एवज में 50 लाख की फिरौती की मांग की है।  
रैकी के बाद धावा 
माना जा रहा है कि अवधेश द्विवेदी को अगवा करने से पहले बबुली गैंग ने बाकायदा रैकी कर रखी थी। गिरोह को पूरी तरह से इस बात की जानकारी थी कि घर में तीन दरवाजे हैं। इनमें से मुख्य द्वार और एक अन्य गेट जोखिम भरा हो सकता है। इसीलिए डकैतों ने घर के अंदर दाखिल होने के लिए घर के पीछे के गेट को चुना। बदमाशों को इस बात की भी पक्की खबर थी कि घर में अवधेश के अलावा उनकी पत्नी यानि दो ही मोबाइल हैं। डकैतों ने इस बात की भी तस्दीक कर रखी थी कि देर रात अवधेश के घर का दरवाजा उनका खेती में हिस्सेदार और अति विश्वसनीय कल्लू कोल ही खुलवा सकता है। इसी वजह से बदमाश सबसे पहले कल्लू के पास पहुंचे। डकैतों ने कल्लू के बेटे रजनीश को गन प्वाइंट पर लेकर दरवाजा खुलवाने का दबाव बनवाया। अपहृत अवधेश के भाई और उनका परिवार बिरसिंहपुर में रहता है। जबकि दो बेटों में से एक इंदौर और दूसरा जबलपुर में जॉब करते हैं। बदमाश लगभग 45 मिनट तक घर पर रहे।  
 मददगारों की पकड़ से बौखलाया है गिरोह 
पुलिस सूत्रों के मुताबिक बबुली गिरोह एक के बाद एक अपने 3 मददगारों की गिरफ्तारी के बात बौखलाया हुआ है। उल्लेखनीय है, 16 अगस्त को चवरी के जंगल में दबिश के दौरान मझगवां पुलिस ने गिरोह के हरसेड़ निवासी एक कैजुअल मेंबर खेमू उर्फ खेमराज कोल (45) को उस वक्त गिरफ्तार कर लिया था,जब वो गैंग के लिए राशनपानी लेकर जा रहा था। खेमू वही शख्स है, जो 5 अगस्त को मारकुंडी थाना  क्षेत्र के परासिन जंगल में यूपी पुलिस के साथ मुठभेड़ के दौरान बबुली के साथ मौजूद था। ये कैजुअल मेंबर तब भाग निकला था। खेमू की ही निशानदेही पर 17 अगस्त को धारकुंडी पुलिस ने हरसेड़ के ही मालिक कोल और उसके बेटे को गिरोह को राशन देने की कोशिश के दौरान पकड़ लिया था,जबकि 4 अन्य भाग गए थे।  

 

Created On :   9 Sep 2019 7:39 AM GMT

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