फर्जी अनुमति पत्र सेे इन्दौर से 13 लोगों को सतना लाने वाले ट्रैक्सी चालकों पर एफआईआर 

FIR on traffickers who brought 13 people from Indore to Satna through fake permission letter
 फर्जी अनुमति पत्र सेे इन्दौर से 13 लोगों को सतना लाने वाले ट्रैक्सी चालकों पर एफआईआर 
 फर्जी अनुमति पत्र सेे इन्दौर से 13 लोगों को सतना लाने वाले ट्रैक्सी चालकों पर एफआईआर 

डिजिटल डेस्क सतना। फर्जी अनुमति पत्र के सहारे इन्दौर से 13 लोगों को सतना लाने वाले टैक्सी चालकों के खिलाफ रघुराजनगर एसडीएम ने सिटी कोतवाली में अपराध दर्ज कराया है। पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक मंगलवार दोपहर को टैक्सी क्रमांक एमपी 41 बीसी -5251 से 13 लोग अचानक सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र उचेहरा पहुंच गए जहां डॉक्टरों ने सभी का चेकअप किया और जाने दिया। यह गाड़ी अस्पताल से निकलकर नागौद क्षेत्र के तुर्री गांव पहुंची जहां 5 लोगों को उतारकर कोठी के लिए रवाना हो गई। इसी बीच किसी जागरुक नागरिक ने यह खबर कलेक्टर अजय कटेसरिया तक पहुंचा दी जिन्होंने रघुराजनगर एसडीएम पीएस त्रिपाठी को फौरन कार्रवाई करने के निर्देश दे दिए तब श्री त्रिपाठी ने पुलिस कंट्रोल रुम के जरिए सभी थानों को अलर्ट कर गाड़ी को रोकने का संदेश जारी करा दिया। लेकिन तब तक गाड़ी कोठी से निकल चुकी थी,हालांकि कोतवाली चौराहे पर पुलिस ने टैक्सी को रोक लिया। तब चालक अब्दुल नौशाद पुत्र अब्दुल 38 वर्ष निवासी इंदौर और तौशीक मंसूरी पुत्र शाकिर 34 वर्ष निवासी देवास ने इंदौर के गांधी नगर थाने से अनुमति पत्र जारी किए जाने का हवाला दिया और सामने के शीशे पर चस्पा पत्र दिखाकर बचने की कोशिश की, लेकिन उनकी कोशिश सफल नहीं हुई। मौके पर मौजूद एसडीएम श्री त्रिपाठी ने जब अनुमति पत्र का मुआयना किया तो उसने ललित मोहन द्विवेदी पुत्र चंद्रमणि द्विवेदी के द्वारा अपने बंधु-बांधुओं को गृह नगर भेजने की इजाजत मांगने का उल्लेख था पर उसने किसी स्थान और लोगों की संख्या का उल्लेख नहीं पाया गया था। इस पत्र में 13 अप्रैल को शहर से बाहर जाने और 15 को वापस आने की तारीख लिखी गई थी तो  गांधी नगर थाने की सील के साथ थाना प्रभारी के दस्तखत भी थे। ऐसे में सख्ती से पूछताछ की गई तो आरोपी चालकों ने जुर्म स्वीकार कर लिया,तब कोतवाली में अपराध क्रमांक 225/ 20 धारा 188 आईपीसी पंजीबद्ध किया गया। इंदौर के जिम्मेदार अधिकारियों से भी इस संबंध में संपर्क किया जा रहा है।
स्क्रीनिंग के बाद किया क्वारेंटीन
कायमी के बाद आरोपी चालक तौफीक और नौशाद को जिला अस्पताल भेजकर स्क्रीनिंग करवाई गई और फिर जीएनएम कॉलेज में 14 दिन के लिए क्वारिनटीन कर दिया गया। तो  उचेहरा अस्पताल से सभी यात्रियों के नाम पते मंगवाकर चिन्हित कर लिया गया। बाद में टैक्सी से कोठी गए 10 वर्ष के एक बालक समेत 6 लोगों को तहसीलदार के माध्यम से जीएनएम कॉलेज में लाकर क्वारेंटीन किया गया। उधर नागौद टीआई आरपी सिंह ने बताया कि तुर्री आए लोगों के संबंध में जानकारी जुटाई जा रही हैं। वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देश पर उन्हें होम क्वारिनटाइन अथवा शासन के द्वारा चिन्हित स्थान पर आईसोलेट कर निगरानी की जाएगी।

Created On :   15 April 2020 10:00 AM GMT

Tags

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story