देसाईगंज में बनेगा गोरक्षण व गोपालन बोर्ड, बेरोजगारों को मिलेंगे रोजगार के अवसर

Gau rakshan and Gou palan board is to be made in the Desaiganj
देसाईगंज में बनेगा गोरक्षण व गोपालन बोर्ड, बेरोजगारों को मिलेंगे रोजगार के अवसर
देसाईगंज में बनेगा गोरक्षण व गोपालन बोर्ड, बेरोजगारों को मिलेंगे रोजगार के अवसर

डिजिटल डेस्क, देसाईगंज (चंद्रपुर)। राज्य सरकार ने देसाईगंज में गोरक्षण व गोपालन बोर्ड की स्थापना को मंजूरी प्रदान की है। इस बोर्ड के माध्यम से सरकार द्वारा यहां गोंडवाना नामक दूध के ब्रांड का उत्पादन किया जाएगा। इस कार्य के लिए सरकार ने प्राथमिक रूप से 20 करोड़ रुपए की निधि के लिए भी मंजूरी प्रदान की है। यही नहीं पशुसंवर्धन विभाग की ओर से इस बोर्ड व दूध के कारखाने के लिए 1 हजार 900 एकड़ भूमि भी उपलब्ध करायी गई है। सरकार द्वारा जिले के विकास को प्राथमिकता देकर श्वेत क्रांति का सपना पूरा करने के लिए देसाईगंज में बोर्ड की स्थापना की जा रही है। इससे स्थानीय बेरोजगारों को भी रोजगार के अवसर उपलब्ध होंगे। 

बता दें कि, राज्य सरकार के पशुसंवर्धन विभाग की ओर से  शहर के कुरखेड़ा मार्ग पर 451  हेक्टेयर भूमि में वलुमाता संगोपन केंद्र की स्थापना की गई है। इसी केंद्र में दुग्ध उत्पादन कारखाना समेत गोरक्षण व गोपलन बोर्ड की स्थापना करने का निर्णय लिया गया है। वर्तमान में देसाईगंज के वलुमाता संगोपन केंद्र में सैकड़ों गायें हैं। वर्ष 2015-16 में इस केंद्र द्वारा 18  हजार 110 लीटर दूध का उत्पादन लिया गया। वहीं 2015-16  में यह उत्पादन बढ़कर 39 हजार लीटर हो गया है।

वर्ष 2018-19  में 82 हजार 139 लीटर दूध का उत्पादन लिया गया है। इस केंद्र में सहिवाल व सहिवाल क्रास प्रजाति के दो गाय उपलब्ध होकर बीज प्रक्रिया के माध्यम से गाय की संख्या बढ़ाने का प्रयास जारी है। इस केंद्र में एक अधिकारी, एक प्रबंधक, पशुधन विकास अधिकारी व 23  कर्मचारी कार्यरत हैं। कोटेशन से यहां उत्पादित दूध की बिक्री विक्रेताओं को की जाती है। इसी केंद्र में गाय की संख्या को बढ़ाकर महानंदा दूध की तर्ज पर गोंडवाना ब्रांड के नाम से दुग्ध उत्पादन करने का निर्णय अब सरकार ने लिया है।

इस कारखाने को चलाने व मवेशियों की देखभाल करने के लिए गोरक्षण व गोपालन बोर्ड की स्थापना के लिए भी सरकार ने हरी झंडी दे दी है। हाल ही में हुए विधानसभा के मानसून सत्र में राज्य के वित्तमंत्री सुधीर मुनगंटीवार ने इस प्रकल्प के लिए 20  करोड़ रुपए की निधि को भी मंजूरी प्रदान की है। तकरीबन 1 हजार 900 एकड़ भूमि में यह प्रकल्प आरंभ किया जाएगा। 

बता दें कि, राज्य सरकार ने प्रदेश के भंडारा व नांदेड़ जिले में महानंदा नामक दूध का ब्रांड आरंभ किया है। इस ब्रांड के लिए सरकार ने दोनों स्थानों पर गोरक्षण व गोपालन बार्ड की स्थापना की है। इसके माध्यम से क्षेत्रवासियों को रोजगार भी मिलने लगा है। इसी तर्ज पर गड़चिरोली जिले में बेरोजगारी का प्रमाण कम करने के लिए देसाईगंज में गोंडवाना ब्रांड से दूध उत्पादित किया जाएगा। वित्तमंत्री मुनगंटीवार ने इस कार्य के लिए संबंधित विभाग के अधिकारियों से यथाशीघ्र प्रस्ताव पेश करने के निर्देश दिए हैं।

वलुमाता संगोपन केंद्र से सटकर ही पशुसंवर्धन विभाग की जमीन उपलब्ध है। इसी जमीन पर अब जिले का प्रथम गोरक्षण व गोपालन बोर्ड की स्थापना कर गोंडवाना दूध का उत्पादन किया जाएगा। उल्लेखनीय है कि, इस कार्य के लिए क्षेत्र के विधायक कृष्णा गजबे ने निरंतर प्रयास किए थे। उन्हीं के प्रयास से यह कार्य मंजूर हुआ है। वहीं बोर्ड को मंजूरी मिलने से क्षेत्र के किसानों व पशु मालिकों में उन्नति की नई आस जगी है।

 

Created On :   27 July 2018 10:09 AM GMT

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