13 दिनों में प्रशासन ने 31 की मौत बताई और श्मशानघाट में हो गईं  53 कोरोना पॉजिटिव की अंत्येष्टि!

In 13 days, the administration declared 31 deaths and the funeral of 53 Corona positives in the crematorium!
13 दिनों में प्रशासन ने 31 की मौत बताई और श्मशानघाट में हो गईं  53 कोरोना पॉजिटिव की अंत्येष्टि!
13 दिनों में प्रशासन ने 31 की मौत बताई और श्मशानघाट में हो गईं  53 कोरोना पॉजिटिव की अंत्येष्टि!

डिजिटल डेस्क जबलपुर । कोरोना से हो रहीं मौत का आँकड़ा श्मशानघाट और प्रशासन द्वारा जारी किए जा रहे न्यूज बुलेटिन से मेल नहीं खा रहा है। प्रशासन ने 1 सितंबर से 13 सितंबर के बीच 31 व्यक्तियों को कोरोना पॉजिटव से हुई मौत का कारण माना है। लेकिन प्रशासन द्वारा चिन्हित चौहानी श्मशानघाट में हुए दाह संस्कार की अगर बात करें और कोरोना से हुई मौत के कारण पर गौर करें तो इन्हीं 13 दिनों में 53 व्यक्तियों का दाह संस्कार हो चुका है। प्रशासन द्वारा जारी किए जा रहे न्यूज बुलेटिन और चिन्हित श्मशानघाट में हो रहे अंतिम संस्कार में आखिरकार विसंगति क्यों है? ये तो जिम्मेदार अधिकारी ही जानें। लेकिन श्मशानघाट के रजिस्टर से  हकीकत का खुलासा करती रिपोर्ट।  डीबी स्टार रिपोर्टर ने प्रशासन द्वारा चिन्हित चौहानी गढ़ा श्मशानघाट का दौरा करके कोरोना से मरने वालों की वास्तविक संख्या पर गौर किया तो चौंकाने वाले तथ्य सामने आए। प्रशासन कोरोना से  मौत के जितने भी आँकड़े सार्वजनिक कर रहा है, उससे डेढ़ से दो गुना तक कोरोना मरीजों की अंत्येष्टि हो रही है। सस्पेक्ट मरीज अलग हैं।  प्रशासन केवल नेता जी सुभाषचन्द्र मेडिकल कॉलेज अस्पताल की न्यूज बुलेटिन को देखकर आँकड़े सार्वजनिक कर रहा हो, लेकिन जिन मरीजों की निजी अस्पताल में मौत हो रही है, उन मौतों की ओर तो ध्यान ही नहीं दिया जा रहा है।
सस्पेक्टेड मरीज की कोई गिनती ही नहीं
कोरोना पॉजिटिव मरीज की मौत का लेखा-जोखा चौहानी श्मशानघाट के रजिस्टर में दर्ज है। डीबी स्टार रिपोर्टर ने श्मशानघाट का पूरा रजिस्टर खँगाला, जिसमें मौत का कारण उल्लेख किया गया था। अंतिम संस्कार के लिए आए शव का ब्यौरा शुरूआत में ही लिख लिया जाता है। लिहाजा कोरोना पॉजिटिव, कोरोना सस्पपेक्टेड, हार्ट अटैक, सर्दी-खाँसी आदि से पीडि़त कितने शव श्मशानघाट पहुँचे, उनकी पूरी जानकारी रजिस्टर में अंकित की गई है। उस रजिस्टर को जब खँगाला गया तो कोरोना पॉजिटिव से मरने वालों की संख्या जितनी थी, उसी अनुपात में कोरोना सस्पेक्टेड मरीजों की संख्या भी अंकित थी। जिनका दाह संस्कार चौहानी गढ़ा श्मशानघाट में किया गया था।

Created On :   15 Sep 2020 9:23 AM GMT

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