भारत बदल रहा है इसमें जनजातीय लोगों का भी योगदान

महामहिम उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने कहा-राजा शंकर शाह और कुँवर रघुनाथ शाह का बलिदान युवाओं के लिये प्रेरणादायी भारत बदल रहा है इसमें जनजातीय लोगों का भी योगदान

डिजिटल डेस्क जबलपुर। महामहिम उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ रविवार को जबलपुर पहुँचे। वेटरनरी कॉलेज ग्राउंड में आयोजित राजा शंकर शाह- कुँवर रघुनाथ शाह के बलिदान दिवस पर आयोजित कार्यक्रम में उन्होंने कहा कि भारत आज बदल रहा है, इसमें जनजातीय लोगों का भी योगदान है। उन्होंने कहा कि आज का दिन मैं कभी नहीं भूलूँगा, मैं इस भूमि को नमन करता हँू। आज उन जननायकों को याद करने का दिन है जिन्होंने आजादी की लड़ाई में अपने प्राणों की आहुति दीं। राजा शंकर शाह और कुँवर रघुनाथ शाह ने जो बलिदान दिया है वह युवाओं के लिये प्रेरणादायी है।
राजा शंकर शाह और कुँवर रघुनाथ शाह के बलिदान दिवस पर उन महानायकों को नमन करता हूँ। ये उन जैसे बलिदानियों का ही प्रताप है कि आज हम एक स्वतंत्र भारत में साँस ले पा रहे हैं। मध्य प्रदेश देश का हृदय स्?थल होने के साथ ही यह जनजातीय बाहुल्य प्रदेश है। यहाँ की जनजातियों की समृद्ध विरासत रही है। गोंडवाना की रानी दुर्गावती के शौर्य और बलिदान को सारी दुनिया जानती है। उन्होंने उस समय जलस्रोतों के संरक्षण के लिए काम किया। देश में सभी जनजाति बहुल राज्यों द्वारा जनजातीय जननायक और स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों की स्मृति में स्मारकों का निर्माण किया जा रहा है। यहाँ भी स्मारक बनेगा जो स्मरणीय रहेगा। प्रदेश में मुख्यमंत्री के नेतृत्व में जनजातीय वर्ग के विकास के लिए कार्य हुए हैं। कार्यक्रम में राज्यपाल मंगू भाई पटेल, मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, केन्द्रीय राज्य मंत्री फग्गन सिंह कुलस्ते, प्रहलाद सिंह पटेल, प्रभारी मंत्री गोपाल भार्गव, जनजातीय कार्य मंत्री सुश्री मीना सिंह, वन मंत्री विजय शाह, सांसद वीडी शर्मा, राकेश सिंह, राज्य सभा सांसद सुमित्रा बाल्मिक, राज्यसभा सांसद सम्पतिया उइके सहित अन्य जनप्रतिनिधि मंचासीन रहे।
जनजातीय संग्रहालय बन रहे
राज्यपाल ने कहा कि सरकार आजादी का अमृत महोत्सव मनाते हुए गुमनाम शहीदों एवं वीर नायकों की स्मृति और बलिदान को पुनर्जीवित करने, उन्हें उचित सम्मान दिलाने का कार्य कर रही है। आज अतीत की गुमनामी में धूमिल हो चुके स्वतंत्रता के नायक-नायिकाओं की प्रतिमा और जनजातीय संग्रहालयों का निर्माण किया जा रहा है। राजा शंकर शाह
और कुँवर रघुनाथ शाह के बलिदान स्थल पर बन रहे स्मारक को लेकर भी खुशी जाहिर की। उन्होंने सिकल सेल एनीमिया के उन्मूलन के लिए सरकार द्वारा चलाये जा रहे अभियान की सफलता के लिए जनप्रतिनिधियों और आम जनों को अपनी सहभागिता करने की अपील की, ताकि जनजाति वर्ग में सिकल सेल का उन्मूलन किया जा सके।
जनकल्याण में नहीं रहेगी कोई कमी
मुख्यमंत्री ने कहा सरकार जनजातीय वर्ग के कल्याण के लिये निरंतर कार्य कर रही है। इसी वर्ष पेसा एक्ट को लागू कर देश अग्रणी राज्यों में शामिल होगा। इससे जनजातीय वर्ग की जिंदगी को और सरल बनाया जा सकेगा। प्रदेश के चिन्हित जनजातीय विकासखंडों में राशन दुकानों तक राशन परिवहन जनजातीय युवाओं के माध्यम से करने का पायलट प्रोजेक्ट प्रारंभ होगा। इससे युवाओं को रोजगार मिल सकेगा। अभी मुख्यमंत्री राशन आपके द्वार योजना में 20 जिलों के 89 जनजातीय विकासखंडों के 6 हजार 500 गाँवों में 7 लाख 13 हजार परिवारों को जनजातीय वर्ग के युवाओं के द्वारा गाडिय़ों से राशन पहुँचाने का कार्य किया जा रहा है। कार्यक्रम में भारिया जनजाति के 12 ग्रामों को हेबिटेट राइट्स भी प्रदान किये गये।पी-4
सीएम ने कीं ये घोषणाएँ
0 तेंदूपत्ता संग्राहकों को 75 प्रतिशत और समितियों को 5 प्रतिशत लाभांश मिलेगा।
0 इमारती लकड़ी से प्राप्त आय का 20 प्रतिशत वन समितियों को मिलेगा।
0 जलाऊ लकड़ी, बाँस-बल्ली के विक्रय का अधिकार वन समितियों को ही दिया जाएगा।
0 वन समितियों को अब तक 22 करोड़ रुपये का भुगतान किया गया है।
0 सरकार ने 827 वन ग्रामों को राजस्व ग्रामों में बदला है।
0 प्रदेश में देवारण्य योजना में 10 हजार हेक्टेयर क्षेत्र में औषधीय पौधों को लगाने का लक्ष्य रखा गया है।
0 छिंदवाड़ा विश्वविद्यालय का नाम राजा शंकर-रघुनाथ शाह कर दिया गया है।
0 15 नवंबर को भगवान बिरसा मुंडा की जयंती पर सार्वजनिक अवकाश रहेगा।
रिमोट का बटन दबाकर किया भूमिपूजन व लोकार्पण
आकांक्षा योजना में प्रशिक्षण प्राप्त करने वाले और सफल होने वाले विद्यार्थियों को सम्मानित किया गया। कार्यक्रम में अन्य हितग्राहियों को भी हितलाभ प्रदान किये गये। अतिथियों ने जनजातीय जन नायकों के बलिदान पर केन्द्रित प्रदर्शनी का विमोचन भी किया। इस दौरान 10 हजार लाख रुपये से अधिक के विकास कार्यों का भूमि पूजन और लोकार्पण रिमोट का बटन दबाकर किया गया। जिसमें 18 छात्रावासों, शाला परिसर तथा अन्य शासकीय भवनों का लोकार्पण एवं भूमि पूजन किया। कार्यक्रम में बैंड दल के साथ ही जनजातीय वर्ग के लोगों ने सांस्कृतिक कार्यक्रम भी प्रस्तुत किये।

 

 

Created On :   18 Sept 2022 9:43 PM IST

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