कैलाश मानसरोवर पर चीन का रुख नरम, अन्य विकल्पों पर बात करने विचार

India should back at sikkim border , says china
कैलाश मानसरोवर पर चीन का रुख नरम, अन्य विकल्पों पर बात करने विचार
कैलाश मानसरोवर पर चीन का रुख नरम, अन्य विकल्पों पर बात करने विचार

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली. चीन ने भारत को कैलाश मानसरोवर यात्रा के लिए नए रास्तों के विकल्पों को खोजने के लिए बातचीत की पहल की है। नई दिल्ली स्थित चीनी दूतावास की प्रवक्ता शीए लियान ने एक बयान में कहा कि लिपूलेकू पास के जरिए आधिकारिक यात्रा और लहासा व पुरंग के जरिए गैर आधिकारिक यात्रा की योजना पर बात चल रही है।

लियान ने कहा कि हम भारतीय तीर्थयात्रियों के लिए अन्य नाथू ला पास के अलावा अन्य विकल्पों पर बातचीत की पहल पर विचार कर रहे हैं। 

वहीं इससे पहले डोकलाम विवाद पर चीन के राजनीतिक सलाहकार ली या ने कहा कि भारतीय सेना को पीछे हटना होगा। वह सुरक्षा के नाम पर किसी अन्य देश की सीमा में नहीं घुस सकता। नई दिल्ली स्थित चीनी दूतावास में राजनीतिक काउंसलर ली या ने भारतीय सैनिकों पर सिक्किम सेक्टर में भारत-चीन सीमा क्रॉस करने का आरोप लगाया है। या ने कहा कि भारतीयों ने चीनी सैनिकों को उकसाने वाली कार्रवाई की है। 

चीनी काउंसलर ने कहा कि डोकलाम में भारत और चीन के बीच तनातनी को लेकर बहुत चिंतित हूं। सिक्किम सेक्शन चीन और ग्रेट ब्रिटेन के बीच 1890 में हुए तिब्बत और सिक्किम कन्वेंशन का अहम भाग है और भारतीय सैनिकों ने चीनी संप्रभुता का उल्लंघन किया है। 

इस बीच भारत ने चीन से भूटान से अपनी सेना हटाने को कहा है। दूसरी ओर चीन ने कैलाश मानसरोवर यात्रा पर दोबारा बातचीत करने की पेशकश की है। हालांकि सीमा पर दोनों देशों के बीच तनाव जारी है। इससे पहले चीन के उच्चायुक्त लूओ झाओहुई ने मंगलवार को कहा था कि अब गेंद भारत के पाले में और अब भारत सरकार को तय करना है कि विवाद के लिए कौन सा विकल्प बेहतर रहेगा।

 

Created On :   6 July 2017 10:06 AM IST

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