खमरिया वाटर प्लांट 24 घंटे तक सील, फायर कर्मी भी होश में आए

बीती रात टाइप-3 के हादसे में दिन भर अलर्ट रहा अमला, वॉल्व खोलने से हुआ था क्लोरीन का रिसाव खमरिया वाटर प्लांट 24 घंटे तक सील, फायर कर्मी भी होश में आए

डिजिटल डेस्क जबलपुर। आयुध निर्माणी खमरिया के इस्टेट एरिया टाइप-3 में हुए गैस रिसाव के बाद प्लांट को 24 घंटों तक सील रखा गया। निर्माणी की टीम पूरे दिन हालातों पर नजर रखे रही। इधर होश में आने के बाद दोपहर में फैक्ट्री के चारों कर्मचारियों को डिस्चार्ज कर दिया गया है। निर्माणी प्रशासन का कहना है कि चोरी की नीयत से वॉल्व खोलने की वजह से गैस का रिसाव हुआ।
ओएफके में इस्टेट एरिया की वाटर सप्लाई के लिए 6 प्लांट हैं। इसमें से ईस्ट लैंड स्थित प्लांट में बीती रात हुए गैस के रिसाव से हड़कंप की स्थिति रही। मौके पर पहुँचने के बाद बेहोश हुए अधिकारी-कर्मचारी विशाल शर्मा, हरीश रावत, राहुल, रवि चंद्रन शेट्टी को निजी अस्पताल के लिए रेफर किया गया था। निर्माणी प्रशासन ने रात में ही प्लांट एरिया को 24 घंटों के लिए सील करने के निर्देश जारी कर दिए थे।
पूरी गैस लिक्विड में तब्दील-
दूसरी तरफ रविवार को आयुध कर्मियों ने पूरे प्लांट में नमक का छिड़काव किया। जानकारों का कहना है कि नमक की वजह से पूरी क्लोरीन गैस लिक्विड फार्म में बदल गई। इसके बाद क्षेत्रीय लोगों ने राहत की साँस ली।
छानबीन में खुलासा-
इस्टेट के सभी प्लांट ऑटोमेटिक हैं। वाटर सप्लाई शुरू होने के साथ ही इसमें मापदंड के अनुसार एक निश्चित मात्रा में क्लोरीन खुद ब खुद घुल जाती है। पूरी तरह सील्ड होने के कारण इसमें किसी छेड़छाड़ की गुंजाइश भी न के बराबर है। निर्माणी सूत्रों का कहना है कि चोरी की नीयत से कुछ असामाजिक तत्वों ने प्लांट में सिलेंडर के नोजल वॉल्व से छेड़छाड़ की होगी। प्लांट में सुरक्षा बढ़ाने के निर्देश भी दिए गए हैं। 

Created On :   13 March 2022 5:59 PM GMT

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