दुकानों पर मराठी बोर्ड के मुद्दे पर मनसे कार्यकर्ताओं ने दुकानदारों को पीटा

MNS activists beaten shoppers on issue of Marathi board at shops
दुकानों पर मराठी बोर्ड के मुद्दे पर मनसे कार्यकर्ताओं ने दुकानदारों को पीटा
दुकानों पर मराठी बोर्ड के मुद्दे पर मनसे कार्यकर्ताओं ने दुकानदारों को पीटा

डिजिटल डेस्क, मुंबई। दुकानों पर मराठी बोर्ड न लगाने के मुद्दे पर रविवार रात मनसे और कांग्रेस कार्यकर्ता जमकर भिड़े। इससे नाराज मनसे कार्यकर्ताओं ने सोमवार को विक्रोली इलाके की 30-40 दुकानों में तोड़फोड़ की। वारदात विक्रोली इलाके में हुई। घटना के बाद एक मनसे पदाधिकारी को अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा। इलाके में भारी संख्या में पुलिसबल तैनात कर दिया गया है। साथ ही मामले में एफआईआर दर्ज कर छानबीन की जा रही है। दरअसल विक्रोली इलाके के मनसे उपविभाग प्रमुख विश्वजीत ढोलम रविवार देर रात इलाके में पर्चे बांट रहे थे जिसमें दुकानदारों को मराठी में बोर्ड लगाने को लेकर चेतावनी लिखी हुई थी। इसी दौरान कुछ कांग्रेसी कार्यकर्ता और स्थानीय फेरीवाले वहां जमा हो गए और उनकी ढोलम और दूसरे मनसे कार्यकर्ताओं से बहस हो गई। बहस जल्द ही मारपीट में बदल गई और मनसे के पांच कार्यकर्ता घायल हो गए। 

इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती मनसे कार्यकर्ता

ढोलम समेत सभी घायल मनसे कार्यकर्ताओं को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया। उन्हें अस्पताल में देखने मनसे प्रमुख राज ठाकरे के बेटे अमित ठाकरे पहुंचे। मारपीट में दो फेरीवालों को भी चोट आई है।  मनसे नेता नितिन सरदेसाई ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि अब्दुल अंसारी नाम के कांग्रेस समर्थक ने अपने कुछ साथियों के साथ हमला किया। सरदेसाई ने चेतावनी दी कि हमला करने वालों को मनसे सबक सिखाएगी। इसके थोड़ी देर बाद करीब 30 मनसे कार्यकर्ताओं ने विक्रोली इलाके में ही एक दर्जन से ज्यादा दुकानों में तोड़फोड़ की। एक महीने पहले मालाड इलाके में भी मनसे फिलहाल पुलिस दोनों पक्षों के लोगों के बयान दर्ज करने में जुटी हुई है।  

मनसे के गुंडे फिर पीटे- निरुपम

वहीं मनसे कार्यकर्ताओं से मारपीट की घटना के बाद मुंबई कांग्रेस अध्यक्ष संजय निरुपम ने ट्वीट किया कि मनसे के गुंडे फिर पिटे। हम हिंसा में विश्वास नहीं करते लेकिन जब गरीब फेरीवालों की पुलिस के सामने पिटाई होगी तो उनकी प्रतिक्रिया भी यही होगी। इसलिए मनसे गुंडागर्दी छोड़ दे। वहीं मनसे नेता शालिनी ठाकरे ने कहा कि गुंडों को सब गुंडे ही
नजर आते हैं।

शुक्रवार से फिर आंदोलन 

घटना के बाद राज ठाकरे ने पदाधिकारियों के साथ बैठक की और शुक्रवार से फिर मराठी बोर्ड, अवैध फेरीवालों और बैंकों में मराठी में कामकाज को लेकर आंदोलन शुरू करने का फैसला किया। शुरूआत में मनसे कार्यकर्ता संबंधित अधिकारियों को पत्र देकर अपनी मांग रखेंगे और सुधार न होने पर मनसे स्टाइल में आंदोलन की चेतावनी दी गई है।  

Created On :   27 Nov 2017 3:24 PM GMT

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story