अब पन्नीखोह में शावक के साथ देखी गई मादा पैंथर

Now the female panther seen with the cub in Pannekhoh
अब पन्नीखोह में शावक के साथ देखी गई मादा पैंथर
अब पन्नीखोह में शावक के साथ देखी गई मादा पैंथर


डिजिटल डेस्क सतना। मैहर के शारदा पहाड़ी क्षेत्र में जहां इधर कुछ अर्से से एक नर पैंथर का मूवमेंट है। वहीं शनिवार को कुछ राहगीरों ने टूरिस्ट प्वाइंट पन्नीखोह इलाके में एक शावक के साथ मादा पैंथर को भी देखे जाने का दावा किया है। राहगीरों की मानें तो उन्होंने मादा पैंथर को शावक को फीडिंग कराते हुए देखा तो भाग खड़े हुए। माना जा रहा है कि फिलहाल मादा और शावक का इसी इलाके में डेरा है। साफ है कि मैहर के शारदा पहाड़ी क्षेत्र में नर पैंथर अकेला नहीं है।
बछड़े का शिकार, बाल-बाल बचा बीट गार्ड -
 उधर, मां शारदा की पहाड़ी पर नर तेंदुआ की चहल-पहल दूसरे दिन भी जारी रही। आल्हा तालाब के पास बछड़े का शिकार कर काफी देर तक आराम फरमाता रहा। इसी दौरान बीटगार्ड वहां पर अचानक पहुंच गया। गनीमत थी,बीट गार्ड  मनोज सिंह बाल-बाल बचे।  तेंदुए का मूवमेंट वन विभाग की निगरानी में है।  नर  तेंदुआ आल्हा तालाब के पास शनिवार को शाम 5 बजे तक देखा गया। इसी बीच उसने एक ऐरा घूम रहे बछड़े का शिकार किया।  
डंडे की दम पर तकवारी -
वन परिक्षेत्र अधिकारी सतीशचंद मिश्रा के अनुसार तेंदुआ की निगहबानी में परिक्षेत्र सहायक समेत 7 कर्मी तथा 15 चौकीदारों की ड्यूटी लगाई गई है। मजे की बात तो ये है कि तेंदुआ जैसे हिंसक जानवरों से लोगों की हिफाजत करने वाले जवानों के पास खुद की सुरक्षा के लिए डंडे का सहारा है। ऐसी परिस्थिति में तेंदुआ यदि आक्रामक हो जाए तो इन जवानों को अपनी जान से हाथ धोना पड़ सकता है। 

Created On :   20 Sep 2020 11:46 AM GMT

Tags

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story