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कोरोना संक्रमण से फिर गई एक जान, बुजुर्ग महिला की मौत
डिजिटल डेस्क जबलपुर। कोरोना संक्रमण से शहर में फिर एक जान गई है। शनिवार को एक निजी अस्पताल में इलाजरत एक बुजुर्ग महिला ने दम तोड़ दिया। जानकारी के अनुसार महिला पहले से गंभीर बीमारी से पीडि़त थीं, जिसके चलते उन्हें राइट टाउन स्थित अस्पताल में भर्ती कराया गया था। प्रोटोकॉल के तहत कोविड सैंपल लिया गया था, जिसकी रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद मरीज को कोविड वार्ड में शिफ्ट किया गया। शनिवार को सुबह करीब 11:30 बजे महिला ने दम तोड़ दिया। शहर में निजी और शासकीय मिलाकर 55 कोरोना मरीज अस्पतालों में भर्ती हैं, वहीं 5 मरीजों को ज्ञानोदय कोविड केयर सेंटर में रखा गया है। इधर शनिवार को कोरोना संक्रमण रिकॉर्ड स्तर पर पहुँच गया। तीसरी लहर में सबसे ज्यादा 482 नए मरीज मिले हैं, वहीं सबसे ज्यादा 152 मरीजों को डिस्चार्ज भी किया गया। प्रशासनिक रिकॉर्ड में भी एक मौत होने की पुष्टि हुई है। एक्टिव केस 2137 हो गए हैं।
ब्रेन स्ट्रोक से पीडि़त थीं बुजुर्ग
अस्पताल से मिली जानकारी के अनुसार कचनार सिटी निवासी 64 वर्षीय बुजुर्ग 12 जनवरी को भर्ती हुई थीं। उन्हें ब्रेन स्ट्रोक की समस्या थी। इसके अलावा भी एनीमिया, हाइपरटेंशन जैसी स्वास्थ्य संबंधी समस्याएँ भी थीं। मृत्यु के बाद कोविड प्रोटोकॉल के साथ शव का अंतिम संस्कार मोक्ष संस्था द्वारा किया गया।
अब तक 5 मौतें
बता दें कि शहर में तीसरी लहर में अब तक कोरोना से 5 मौतें हुई हैं। सभी मौतों में यह बात देखी गई है कि मरीज पहले से ही किसी न किसी गंभीर बीमारी से पीडि़त रहा है। हालाँकि इस बीच प्रशासन केवल दो मौतों के कोरोना संक्रमण से होने की पुष्टि की है।
कहाँ कितने मरीज
शासकीय अस्पताल- 22
कोविड केयर सेंटर- 5
निजी अस्पताल- 33
आईसीयू में 11, वेंटीलेटर पर 1 मरीज
सूत्रों के अनुसार शनिवार तक अस्पतालों में इलाजरत मरीजों की बात करें तो 55 मरीजों से केवल 1 मरीज वेंटीलेटर पर है, जिसका इलाज निजी अस्पताल में चल रहा है। इसके अलावा आईसीयू में 11 मरीज भर्ती हैं। इनमें 3 मरीज अकेले जिला अस्पताल में हैं। इसके अलावा अस्पतालों में भर्ती कुल मरीजों में से 25 ऑक्सीजन सपोर्ट पर हैं, वहीं 23 मरीजों को ऑक्सीजन जरूरत नहीं पड़ रही है।
होम आइसोलेशन में इन बातों का रखें ध्यान
नोडल प्रभारी डॉ. संजय छत्तानी के अनुसार तीसरी लहर में इस बात को लेकर राहत है कि ज्यादातर मरीज होम आइसोलेशन में हैं। ऐसे मरीजों को कोरोना कंट्रोल रूम के संपर्क में रहना चाहिए। चिकित्सक की सलाह पर ही दवा लेनी चाहिए। ऑक्सीजन का स्तर भी मॉनीटर करना चाहिए। अगर कोई बीमारी पहले से है तो संक्रमित को अस्पताल में भर्ती होना चाहिए।
Created On :   15 Jan 2022 10:37 PM IST