साढ़े चार करोड़ रुपए की ठगी की जांच के बीच बड़े गिरोह का भंडाफोड़ - चला रहे थे कॉलसेंटर

Police busted a big gang of thugs in the midst of investigation of a fraud of Rs 4.5 crore
साढ़े चार करोड़ रुपए की ठगी की जांच के बीच बड़े गिरोह का भंडाफोड़ - चला रहे थे कॉलसेंटर
ठगी साढ़े चार करोड़ रुपए की ठगी की जांच के बीच बड़े गिरोह का भंडाफोड़ - चला रहे थे कॉलसेंटर

डिजिटल डेस्क, मुंबई। महानगर के घाटकोपर इलाके के एक सूखे मेवे के कारोबारी से इंश्यूरेंस पॉलिसी के नाम पर हुई साढ़े चार करोड़ रुपए की ठगी की छानबीन करते हुए मुंबई पुलिस की साइबर सेल ने ठगों के बड़े गिरोह का भंडाफोड़ किया है। इंश्यूरेंस पॉलिसी, नौकरी आदि का झांसा देकर लोगों को करोड़ों रुपए का चूना लगाने वाले एक गिरोह से जुड़े तीन आरोपियों को मुंबई पुलिस ने उत्तर प्रदेश के नोएडा से गिरफ्तार किया है। छापेमारी के दौरान पुलिस ने पाया कि आरोपी ठगी के लिए कॉलसेंटर चला रहे थे और उनके पास उन खास कंपनियों से इंश्यूरेंस लेने वाले लोगों की पूरी जानकारी थी। आरोपी खास तौर पर बुजुर्गों को निशाना बनाते थे। डीसीपी बालसिंह राजपूत ने बताया कि आरोपियों को पकड़ने के लिए 15 दिन तक ऑपरेशन चलाया गया और इस दौरान मुंबई पुलिस की टीम दिल्ली के करीब स्थित नोएडा में डेरा डाले रही। पुलिस ने जांच में पाया कि आरोपियों ने ठगी के लिए फर्जी कागजात के आधार पर 27 बैंक खाते खोल रखे थे। बैंक खाते ऑनलाइन खोले गए थे। इसके अलावा फर्जी कागजात के आधार पर ही उन्होंने ठगी के लिए सिमकार्ड भी खरीदे थे। आरोपी लोगों को कर्ज देने के बहाने संपर्क करते और उनके आधार कार्ड, पैन कार्ड जैसे कागजात ले लेते। इन कागजात का इस्तेमाल कर ही फर्जी बैंक खाते खोलने और सिमकार्ड लेने के लिए किया जाता। आरोपियों ने पूछताछ में मुंबई के तीन लोगों से साढ़े पांच करोड़ रुपए की ठगी की बात स्वीकार की है। इसके अलावा दूसरे राज्यों के भी 11 लोगों को आरोपियों ने चूना लगाया है। आरोपियों के पास से पुलिस ने 18 एटीएम कार्ड, 12 मोबाइल, बैंक खातों में जमा 20 लाख रुपए और 44 हजार नगद जब्त किए गए हैं। मामले में गिरफ्तार मुख्य आरोपी रवि कुमार सिंह कॉल सेंटर चलाता था जहां उसने पांच लड़कियों को बात कर लोगों को झांसा देने के लिए नियुक्त किया है। इसके अलावा खाता खोलने और पैसे निकालने में मदद करने वाले अनुज कुमार शाह और संदीप कुमार हैं। संदीप कुमार फर्जी नामों पर बैंक खाता खोलता था और हर खाते के लिए उसे 15 हजार रुपए दिए जाते थे।  

Created On :   24 Jan 2023 1:56 PM IST

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