गरीब लाचार महिलाओं को बेच देते थे राजस्थान में -गिरोह की 2 महिला सहित 3 गिरफ्तार

Poor helpless women used to sell in Rajasthan - 3 including 2 women of Gyro arrested
गरीब लाचार महिलाओं को बेच देते थे राजस्थान में -गिरोह की 2 महिला सहित 3 गिरफ्तार
गरीब लाचार महिलाओं को बेच देते थे राजस्थान में -गिरोह की 2 महिला सहित 3 गिरफ्तार

 डिजिटल डेस्क जबलपुर । पुलिस ने यहां की गरीब लाचार महिलाओं को राजस्थान में बेचने वाले गिरोह का पर्दाफाश कर दो महिलाओं सहित तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है । इस संबंध में पुलिस ने बताया कि थाना ग्वारीघाट में दिनॉक 28-1-21 को ग्वारीघाट निवासी 62 वर्षिय महिला ने रिपोर्ट दर्ज करायी थी कि 22 जनवरी की दोपहर 02.00 बजे  उसकी 23 वर्षिय शादीशुदा नातिन घर से कपडे लेने का कहकर कही चली गयी है जो घर वापस नहीं आयी। जब पतासाजी कर गुमशुदा को दस्तयाब किया गया तो दोैरान पूछताछ के गुमशुदा ने बताया कि दिनांक 22.01.2021 को उसे भुकंप कालोनी की रहने वाली संतोषी मराठी बहला फुसलाकर पैसों का लालच देकर मजदूरी का काम दिलाने के बहाने से राजस्थान में कोटा बंूदी ले गयी, जहां पर जबलपुर का अनिल बर्मन व अनिल की पत्नी ज्योति बर्मन मिले तथा एक गढ़ा की रहने वाली एक महिला थी, संतोषी , अनिल बर्मन व उसकी पत्नी ज्योति बर्मन आपस मे कुछ बात किये इसके बाद हम दोनों को बूदी में एक दादा जिसका नाम सुरेश सिह ठाकुर है जो औरतो को बिकवाने का काम करता है, उसके पास ले गये । उसके साथ ले जायी गयी महिला को बेच दिया । उसका रंग सावला होने से उसे  नही बेच पाये तो संतोषी के साथ उसे वापस जबलपुर भेज दिया ।
इसी प्रकार थाना मदनमहल में दिनॉक 11-3-21 को गढा निवासी 31 वर्षिय महिला ने आकर बताया कि 15 वर्ष पूर्व उसकी शादी हुई थी, शादी के 3 वर्ष बाद ही पति से आपसी वाद विवाद के चलते वह अलग रहने लगी थी, विगत 12 वर्षो से अपने बेटे को लेकर अलग किराये के कमरे मे मायके वालों के सहयोग से रह रही थी तथा घरों एंव होटलों मे काम कर जीवन यापन करते  हुये नवम्बर 2020 से छोटी लाईन स्थित एक भोजनालय में 200 रूपये प्रतिदिन के हिसाब से रोटी बनाने का काम करने लगी । वहीॅ काम करने वाले अनिल बर्मन ने उसे अपनी पत्नि ज्योति बर्मन तथा संतोषी बैरागी से परिचय कराकर उसे विश्वास मे लेकर कहा कि यहॉ तुम्हें बहुत कम तन्ख्वाह मिलती है, तुम हमारे साथ राजस्थान चलो वहॉ पर अच्छी तन्ख्वाह मिलेगी । दिनॉक 20-1-21 को ज्योति बर्मन एवं संतोषी बैरागी ने उसके बेटे को नानी के यहॉ छोडने को बोला, तो उसने अपने बेटे को अपने मायके रीवा भेज दिया । दिनॉक 26-1-21 को ज्योति बर्मन कोटा लेकर गयी, जहॉ अनिल बर्मन, संतोषी बैरागी एवं ग्वारीघाट निवासी एक अन्य महिला मिली, कोटा से दोनों को बंूदी राजस्थान मे किसी सुरेश सिंह के घर ले गये जहॉ पर बलशाखा राजस्थान का जमना शंकर उन्हें देखने आया एवं 2  लाख 80 हजार रूपये में सौदा तय करके ले गया । सुरेश सिंह ठाकुर ने अपना कमीशन काट कर बाकी पैसा, अनिल बर्मन, ज्योति बर्मन तथा संतोषी बैरागी को बाट दिया, उसने कहा मै मजदूरी करती हॅू मुझे गलत धंधे मे मत डालो तो पॉचों ने धमकाया कि यहॉ तुम्हारी खोज खबर लेने वाला कोई नहीं है, जेैसा बोला जा रहा है वैसा करो, नहीं तो मारकर फेंक देंगे, कुछ पता नहीं चलेगा, तुम्हारे बेटे की भी हत्या करवा देंगे, वह डर के कारण जमना शंकर के घर बलशाखा राजस्थान चली गयी थी । जहॉ उससे दिन भर नौकरों की तरह काम कराया जाता था, तथा रात्रि में जमना शंकर के द्वारा लगातार 1 महीने तक दुराचार किया जाता रहा । उसने जमना शंकर को विश्वास मे लेकर कहा कि एक बार मुझे जबलपुर जाकर अपने बेटे को ले आने दो फिर मैं आपके साथ ही रहंगी, आप जैसा कहेंगे, करूंगी, जमना शंकर उसकी बातों को मान गया और उसे ट्रेन की टिकिट करा कर एवं पैसे देकर जबलपुर भेज दिया।रिपोर्ट पर थाना मदनमहल अपराध क्र. 105/2021 धारा  342,370,370ए(2),376(2)एन ,114, 109, 120बी, 506 भा.द.वि. का अपराध ंपंजीबद्ध कर थाना ग्वारीघाट मे गिरफ्तार आरोपी अनिल बर्मन, ज्योति बर्मन तथा संतोषी बैरागी (मराठी) की थाना मदनमहल के प्रकरण में गिरफ्तारी शुमार करते हुये फरार आरोपी सुरेश सिंह ठाकुर निवासी बूंदी राजस्थान एवं जमना शंकर निवासी ग्राम बलशाखा राजस्थान की पतासाजी एवं गिरफ्तारी हेतु राजस्थान टीम भेजी है। 

Created On :   12 March 2021 6:38 PM IST

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