पूर्व चीफ जस्टिस की सेवा में लगी मर्सिडीज मुंबई भेजने की तैयारी
डिजिटल डेस्क, नागपुर. भारत के पूर्व चीफ जस्टिस शरद बोबडे की सेवा में लगी मर्सिडीज वापस मुंबई भेजने की तैयारी की जा रही है। प्रोटोकॉल के तहत पूर्व चीफ जस्टिस की सेवा में जिला प्रशासन की तरफ से मर्सिडीज कार उपलब्ध कराई जाती है। पेट्रोल से लेकर मेंटेनंेस का खर्च जिला प्रशासन उठाता है। पिछले कई महीने से मर्सिडीज का उपयोग नहीं होने से इसे वापस मुंबई भेजने की प्रक्रिया शुरू हो गई है।160 रुपए लीटर का पेट्रोल भरते हैं, वीवीआईपी की सेवा के लिए जिला प्रशासन के बेड़े में 18 वाहन हैं। इनमें एक बुलेटप्रूफ कार व एक मर्सिडीज भी है। मर्सिडीज का इस्तेमाल भारत के पूर्व मुख्य न्यायाधीश शरद बोबडे के लिए किया जाता है। इस कार में 160 रुपए लीटर का पेट्रोल भरना पड़ता है। यह पेट्रोल शहर के चुनिंदा पेट्रोल पंपों पर ही मिलता है। वैसे जिला प्रशासन संविधान चौक स्थित पेट्रोल पंप से इस कार में पेट्रोल भरवाता है। इस कार के मेंटेनेंस पर सालाना करीब डेढ़ लाख रुपए खर्च होता है। यह कार खड़ी भी रही, तो इसका नियमित मेंटेनेंस करना जरूरी होता है।
नागपुर का कोटा 22 का : वीवीआईपी के लिए नागपुर में 22 वाहनों का कोटा है, लेकिन यहां 18 ही वाहन हैं। मर्सिडीज वापस मुंबई जाने के बाद 17 वााहन ही बचेंगे। इसके अलावा 2 इनोवा कार चंद्रपुर वापस भेजने की तैयारी चल रही है। चंद्रपुर जिला प्रशासन की 2 इनोवा कार काफी समय से नागपुर जिला प्रशासन इस्तेमाल कर रहा है।
प्रोटोकॉल अधिकारी से नहीं मिला प्रतिसाद
प्रोटोकॉल अधिकारी उपजिलाधीश जगदीश काटकर को कई बार मोबाइल पर कॉल किया, लेकिन हर बार घंटी बजती रही। एसएमएस भी किया, लेकिन जवाब नहीं दिया गया। वाट्सएप पर भी प्रतिसाद नहीं मिला।
हम बताने के लिए अधिकृत नहीं हैं उपजिलाधीश स्तर के अधिकारी ने इस मामले को लेकर यह कहकर बोलने से इनकार किया कि हम इसके लिए अधिकृत नहीं हैं। ऑफ द रिकॉर्ड बात हुई है, लेकिन इस मामले में बोलने के लिए प्रोटोकॉल अधिकारी ही अधिकृत हैं। वाहनों के संबंध में बेहतर जानकारी प्रोटोकॉल अधिकारी ही दे सकेंगे।
Created On :   22 Jan 2023 6:48 PM IST