राष्ट्रपति चुनाव जीते रामनाथ कोविंद, 66 फीसदी वोट किए हासिल

Ramnath kovind vs meera kumar, counting for presidential poll
राष्ट्रपति चुनाव जीते रामनाथ कोविंद, 66 फीसदी वोट किए हासिल
राष्ट्रपति चुनाव जीते रामनाथ कोविंद, 66 फीसदी वोट किए हासिल

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। राष्ट्रपति चुनाव की मतगणना पूरी हो गई है और 65.65 फीसदी वोट हासिल कर रामनाथ कोविंद 14 वें राष्ट्रपति बन गए हैं। विपक्ष की उम्मीदवार मीरा कुमार इस चुनाव में केवल 34.35 फीसदी वोट ही हासिल कर सकी हैं। कोविंद बीजेपी की विचारधारा वाले पहले राष्ट्रपति होंगे। कानपुर देहात से आने वाले कोविंद की जीत पर बीजेपी सहित देश के बाकी हिस्सों में भी जश्न शुरू हो गया है। इस बीच पीएम मोदी, बीजेपी प्रसीडेंट अमित शाह सहित ममता बनर्जी और अन्य नेताओं ने उन्हें जीत की बधाई दी है।

1997 में चुने गए केआर नारायणन के बाद कोविंद देश के दूसरे दलित राष्ट्रपति होंगे। ज्ञात हो कि उनके उम्मीदवार घोषित किए जाने के बाद से ही देश में दलित राजनीति पर भारी घमासान शुरू हो गया है। राजनीतिक पंडित इसे बीजेपी का 'मिशन 2019' यानी लोकसभा चुनावों का बड़ा गणित बता रहे हैं।  

यह पहली बार है जब राष्ट्रपति चुनाव में 65 साल में सबसे ज्यादा 99 फीसदी वोट पड़े हैं। रिटर्निंग अफसर अनूप मिश्रा ने कोविंद के चुनाव जीतने का एलान किया और कोविंद के घर जाकर जीत का प्रमाण पत्र भी सौंपा है। औपचारिक ऐलान में नतीजों की विस्तृत घोषणा में सामने आया है कि पहली बार इतनी वोटिंग हुई है, दूसरी तरफ क्रॉस वोटिंग के मामले में भी यह चुनाव याद किया जाएगा। 

आंकड़ों को देखें तो विपक्ष की उम्मीदवार मीरा कुमार से लगभग ढाई गुना ज्यादा वोट कोविंद के पाले में गिरे हैं। कोविंद को 7 लाख के करीब वोट मिले हैं, जबकि मीरा कुमार को महज 3 लाख के करीब वोट ही हासिल हो सके हैं। राष्ट्रपति चुनाव मतगणना के दौरान सांसदों और 11 राज्यों के मतों की गिनती के दौरान 37 वोट अमान्य करार दिए गए हैं। कोविंद के जीतने की बड़ी वजह क्रॉस वोटिंग को बताया जा रहा है। 

8 राउंड में हुई वोटों की गिनती में कोविंद शुरू से अंत तक बड़े अंतर से बढ़त बनाए रहे। पहले राष्ट्रपति भवन की मतदान पेटी को खोला गया फिर अल्फ़ाबेट के आधार पर राज्यों की मतदान पेटियों के मतों की गणना हुई। सभी वोटों की गिनती 4 अलग मेजों पर और 8 दौर में पूरी हुई।

संसद भवन के एक मतदान सहित विभिन्न राज्यों में 32 मतदान केंद्र स्थापित किए गए थे। चनाव में कुल 4,896 लोग (4,120 विधायक और 776 निर्वाचित सांसद) वोट देने के पात्र थे। विधान परिषद वाले राज्यों के सांसद इसका हिस्सा नहीं रहे। 

 

Created On :   20 July 2017 7:56 AM IST

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