जिला चिकित्सालय में रैपिड किट खत्म, कोविड की तत्काल जाँच बंद

Rapid kit finished in district hospital, immediate investigation of Kovid stopped
जिला चिकित्सालय में रैपिड किट खत्म, कोविड की तत्काल जाँच बंद
जिला चिकित्सालय में रैपिड किट खत्म, कोविड की तत्काल जाँच बंद

डिजिटल डेस्क जबलपुर । जिले में कोरोना की जाँच और कम से कम समय में रिजल्ट देने वाली रैपिड एंटीजन किट का स्टॉक खत्म हो गया है, अब सिर्फ आरटीपीसीआर जाँच का ही विकल्प बचा है, जिसकी रिपोर्ट में 24 से 72 घंटे का समय लगेगा। तीन घंटे में कोविड जाँच करने वाली ट्रूनॉट मशीन से पहले ही जाँच बंद की जा चुकी है, इसके पीछे कंफर्मेटरी किट का न होना कारण माना जा रहा है। जिले को पिछले दिनों 5000 रैपिड किट मिली थीं, जिनका वितरण ब्लॉक स्तर पर किया गया था। 
हर किट का हिसाब नहीं 7 सीएमएचओ स्टोर में भोपाल से आईं 5000 रैपिड किटों को विक्टोरिया में उपयोग के साथ ही ब्लॉक व स्वास्थ्य केंद्रों के साथ मेडिकल में भी दिया गया था। किट को मेडिकल स्टाफ ने भी अपने पास रखा जिसका कोई रिकॉर्ड नहीं है। यही कारण है कि अब तक जितनी किटों की जाँच हुईं वे सभी रिकॉर्ड में दर्ज नहीं हो सकी हैं। पिछले दिनों ही विक्टोरिया के एक चिकित्सक द्वारा उक्त किट से जाँच कराने की खबर है। उनकी रिपोर्ट पॉजिटिव आई जिसके बाद वे होम आइसोलेट हो गए, लेकिन उनके संक्रमित होने की जानकारी स्वास्थ्य विभाग के रिकॉर्ड में दर्ज ही नहीं है। 
आयुष डॉक्टर्स ने बंद किया काम
कोरोना संक्रमितों की कॉन्टेक्ट ट्रेसिंग करने वाली रैपिड रिस्पांस टीम में काम करने वाले आयुष डॉक्टर्स ने दूर ड्यूटी लगाने, सैम्पल लेने के आदेश का विरोध करते हुए काम बंद किया। इन डॉक्टर्स का कहना था कि उनका काम कॉन्टेक्ट ट्रेसिंग कर सैम्पल के लिए लोगों को चिन्हित करने का है तथा सैम्पल डेंटल डॉक्टर्स की मोबाइल मेडिकल यूनिट द्वारा लिया जाता है, उन पर सैम्पल लेने का दबाव ठीक नहीं है। दो माह से वेतन नहीं मिलने पर भी संविदा आधार पर काम करने वाले ये चिकित्सक नाराज थे। सीएमएचओ डॉ. रत्नेश कुररिया ने बताया कि भोपाल से बजट आने पर वेतन का भुगतान किया जा रहा है। चर्चा के बाद वे काम पर वापस लौट आए। 

Created On :   28 Aug 2020 9:40 AM GMT

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