24 से रीवा-इतवारी-रीवा स्पेशल, जानिए - क्या है टाईम टेबल

Rewa-Itwari-Rewa special train will start from 24 th, know - what is the time table
24 से रीवा-इतवारी-रीवा स्पेशल, जानिए - क्या है टाईम टेबल
24 से रीवा-इतवारी-रीवा स्पेशल, जानिए - क्या है टाईम टेबल

डिजिटल डेस्क, नागपुर। जहां एक ओर यात्रियों को पहली बार नागपुर-छिंदवाड़ा पैसेंजर ट्रेन का इस महीने लाभ मिलनेवाला है, वहीं इसी महीने नागपुर से रीवा जाने वालों का भी इंतजार खत्म होनेवाला है। 24 फरवरी से पहली बार रीवा-इतवारी-रीवा स्पेशल ट्रेन चलाई जाएगी, जो सप्ताह में तीन दिन रहेगी। मंगलवार, गुरुवार व रविवार को गाड़ी चलाई जाएगी। कुल 20 कोच रहेंगे, जिसमें स्लीपर से थर्ड एसी के कोच होंगे। गाड़ी सतना, मैहर, कटनी, जबलपुर, कच्चापुरा, नैनपुर व गोंदिया में स्टॉप लेगी। 

समय सारिणी इस प्रकार है

ट्रेन नंबर 01754 रीवा-इतवारी स्पेशल रीवा से 24 फरवरी को शाम 5.20 बजे छूटेगी। सतना में 6.10 बजे, मैहर में 6.43 बजे, कटनी में 7.35 बजे, जबलपुर में रात 9.30 बजे, नैनपुर में मध्यरात्रि 2.15 बजे, गोंदिया में तड़के 5.10 बजे और इतवारी सुबह 7.25 बजे पहुंचेगी। 

ट्रेन नंबर 01753 इतवारी-रीवा स्पेशल ट्रेन 25 फरवरी की शाम 6.30 को रीवा के लिए छूटेगी। रात 9 बजे गोंदिया पहुंचेगी। नैनपुर में रात 11.40 बजे, जबलपुर में तड़के 4 बजे, कटनी में 5.25 बजे, मैहर में सुबह 6.20 बजे, सतना में 7.10 बजे और फिर रीवा में सुबह 8.20 बजे पहुंचेगी। 

खापरी में सुविधाजनक होगा इंटर मॉडल स्टेशन

उधर इंटर मॉडल स्टेशन तैयार करने के लिए अजनी रेलवे स्कूल और क्वार्टर की जगह ली गई है। यह प्रारूप तैयार करते समय एयरपोर्ट का विचार नहीं किया गया। जिसकारण अजनी पर्याय तकनीकी दृष्टि से गलत होने का दावा सेव अजनी के लिए लड़ाई लड़ने वाले पर्यावरणविदों ने किया। प्रेस क्लब में आयोजित पत्रकार परिषद में आर्किटेक्ट व पर्यावरणविद् संदीप पथे ने कहा कि यात्री परिवहन सुविधाजनक बनाने के लिए इंटर मॉडल स्टेशन तैयार किया जाएगा। लेकिन विमान सेवा यहां से काफी दूर है। खापरी में करने पर सुविधाजनक होगी। आउटर रिंग रोड सहित विमानतल पास में होगा। यहां स्टेशन बनाने पर बड़े पैमाने पर पेड़ों को नुकसान होगा। इस प्रकल्प के कारण 40 हजार पेड़ों की कटाई होगी। जिसकारण 30 हजार करोड़ रुपए का नुकसान होगा। यह नुकसान प्रकल्प के खर्च से भी ज्यादा है। विकास कार्य को विरोध नहीं। इस अवसर पर पर्यावरण विशेषज्ञ शरद पालीवाल, अनसुया काले-छाबरानी, जयदीप दास, कुणाल मौर्य आदि उपस्थित थे। 

Created On :   21 Feb 2021 10:54 AM GMT

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