सतना डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल को मिला एक्सीलेंस अवार्ड, यह लगातार दूसरा वर्ष

Satna District Hospital won Excellence Award for consecutive second year
सतना डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल को मिला एक्सीलेंस अवार्ड, यह लगातार दूसरा वर्ष
सतना डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल को मिला एक्सीलेंस अवार्ड, यह लगातार दूसरा वर्ष

डिजिटल डेस्क, सतना। एक मर्तबा फिर सरदार वल्लभ भाई पटेल शासकीय जिला चिकित्सालय को एक्सीलेंस अवार्ड से नवाजा गया है, हालांकि यह राह कोई आसान नहीं थी। दो दौर की अग्निपरीक्षा से गुजरने के बाद इसे यह तमगा हासिल हुआ है। बता दें कि पिछली बार सतना और भिण्ड को संयुक्त रूप से एक्सीलेंस अवार्ड हासिल हुआ था। इस दफा भी पिछले साल की गुणवत्ता बरकार रखने पर सतना को एक्सीलेंस की श्रेणी में रखा गया है। "एक्सीलेंस की कसौटी में कसने के लिए जिला अस्पताल का पहले पियर असेसमेंट किया गया तो दूसरी बार फाइनल असेसमेंट हुआ।

कौन-कौन कब आया
कायाकल्प अभियान 2018-19 के तहत सबसे पहले शहडोल जिला अस्पताल के आरएमओ डॉ. जीएस परिहार स्टाफ नर्स मनीषा बिसेन के साथ 11 जनवरी को सतना पहुंचकर स्थानीय डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल का पियर असेसमेंट किया था। 600 बिन्दुओं की चेकलिस्ट में टीम ने बारीकी से पड़ताल की थी और अस्पताल प्रबंधन के प्रयास की सराहना की थी। पियर असेसमेंट के बाद फाइनल असेसमेंट के लिए राज्य स्तरीय टीम 15 फरवरी को सतना आई। इस टीम में जबलपर संभाग के डिप्टी डायरेक्टर (हेल्थ) डॉ. वाईएस ठाकुर कर रहे थे वहीं इसमें जबलपुर एल्गिन हॉस्पिटल के पैथालॉजिस्ट डॉ. संजय मिश्रा तथा उमरिया जिला अस्पताल के आरएमओ डॉ. संदीप सिंह भी शामिल थे। फाइनल असेसमेंट करने वाली टीम भी जिला अस्पताल की व्यवस्थाओं में खामियां नहीं निकाल पाई थी।

सतना ने सबको पछाड़ा
जानकारों की माने तो सतना जिला अस्पताल का हाई स्कोर देखकर लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग की आंखे भी हैरत से फटी की फटी रह गईं। यदि पहला अवार्ड देने की बारी आती तो इसे सतना को मिलने से कोई नहीं रोक सकता था। सूत्रों का कहना है कि ऐसे में सरकार ने "कान्टीन्युअस एक्सीलेंस अवार्ड का तोड़ निकाला। इस लिहाज से अपनी गुणवत्ता बरकरार रखने के एवज में "कान्टीन्युअस एक्सीलेंस का पहला अवार्ड सतना तो दूसरा भिण्ड को दिया गया, जबकि एक्सीलेंस के बाद प्रथम पुरस्कार जबलपुर के जिला अस्पताल को दिया गया। सतना 95 फीसदी अंक के साथ सबसे आगे है, जबकि 93 प्रतिशत के साथ जबलपुर दूसरे पर तो 92 फीसदी स्कोर के साथ भिण्ड तीसरे स्थान पर है। अवार्ड की घोषणा खुद प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री तुलसीराम सिलावट ने की।

ऐसे खर्च होगी पुरस्कार की राशि
ये पुरस्कार अस्पतालों के बीच प्रतिस्पर्धा के आधार पर नहीं बल्कि साफ सफाई, परिसर के अंदर एवं बाहर स्वच्छता, बिल्डिंग के रख-रखाव, स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता आदि 7 मानकों में किए गए सुधार कार्य के आधार पर दिए गए हैं। सतना को 25 लाख रुपए मिलेंगे। पुरस्कार राशि में से 75 प्रतिशत राशि अस्पताल के सिविल सर्जन सह मुख्य अस्पताल अधीक्षक द्वारा अस्पताल की साफ सफाई, स्वच्छता, स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार पर और 25 प्रतिशत राशि सुधार कार्य करने वाले चिकित्सक और पैरामेडिकल स्टॉफ के साथ स्वच्छता कार्य करने वालों को दी जाएगी।

Created On :   7 March 2019 8:12 AM GMT

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