वो 30 वर्षों से न चल पाती न उठ सकती, बिस्तर पर ही बना आधार!

She could not walk or get up for 30 years, the base was made on the bed itself!
वो 30 वर्षों से न चल पाती न उठ सकती, बिस्तर पर ही बना आधार!
चंद मिनटों में तैयार हो गया आधार वो 30 वर्षों से न चल पाती न उठ सकती, बिस्तर पर ही बना आधार!


डिजिटल डेस्क जबलपुर। उस महिला और उस परिवार के लिए आधार अब तक एक सपना ही था। क्योंकि कलेक्ट्रेट तक जाना, कतार में खड़े रहना गंभीर बीमारी से पीडि़त 62 वर्षीय बुजुर्ग के लिए मुमकिन नहीं था। जिला प्रशासन ने इस परिवार की परेशानी को समझा और फिंगर प्रिंट, कैमरा जैसे जरूरी साजो सामान के साथ आधार की टीम घर के लिए रवाना कर दी। चंद मिनटों में आधार तैयार हो गया।
जिला कलेक्टर कार्यालय में ई-गवर्नेंस के प्रबंधक चित्रांशु त्रिपाठी ने बताया कि गुप्तेश्वर निवासी सत्येंद्र कुमार डोगर के साथ उनकी बहन सुषमा वर्मा रहती हैं। बुजुर्ग महिला को आधार की आवश्यकता है लेकिन किसी भी आधार केंद्र तक पहुँचना उनके बस में नहीं।
मिनटों में समाधान-
आवेदन मिलने के तत्काल बाद आधार टीम को लोकेशन देकर रवाना किया गया। टीम अपने संसाधनों के साथ पहुँची। बिस्तर पर लेटे हुए ही फिंगर प्रिंट, फोटो जैसी तमाम औपचारिकताएँ पूरी कराई गईं। इसके बाद उनकी रसीद भी जनरेट कर सौंप दी गई। अगले कुछ दिनों के भीतर ही उनका आधार जनरेट होगा और उनके परिजन ऑनलाइन प्रिंट हासिल कर सकेंगे। पिछले पाँच वर्षों में लगभग तीन हजार आधार कार्ड दिव्यांग निशक्तजनों के घर पर जाकर बनाये गये हैं।

 

Created On :   1 Sept 2021 11:37 PM IST

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