अस्पताल के बिलों को नहीं मान रही स्टार हेल्थ इंश्योरेंस कंपनी
डिजिटल डेस्क,जबलपुर। बीमारी कोई भी हो नियमानुसार क्लेम देने का दावा बीमा कंपनियाँ करती हैं पर जब जरूरत पड़ती है तो सारे दावों की पोल खुलकर सामने आ जाती है। बीमा कंपनियाँ अपने लिंक अस्पताल में भी कैशलेस नहीं कर रही हैं और जब पॉलिसीधारक बीमा कंपनी में सारे दस्तावेजों के साथ बिल सबमिट करते हैं तो सर्वेयर टीम के साथ क्लेम डिपार्टमेंट के अधिकारी इस तरह धावा बोल देेते हैं जैसे कि उसने बीमा कंपनी की पॉलिसी लेकर अपराध कर दिया हो। अनेक क्वेरी के साथ लंबे समय तक चक्कर लगवाना व मेल का जवाब नहीं देना जैसे अनेक प्रकार से परेशान करने का कार्य बीमा कंपनी के द्वारा किया जाने लगता है और फिर अचानक बीमा कंपनी सारे दस्तावेजों को झूठा बताकर या फिर पुरानी बीमारी का हवाला देकर नो क्लेम करने का लैटर ग्राहकों के घरों में भेज देती है। अब तो बीमित आरोप लगाते हुए माँग करने लगे हैं कि बीमा कंपनियों के प्रबंधकों के विरुद्ध सख्त कार्रवाई प्रशासन को करना चाहिए।
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प्री व पोस्ट हॉस्पिटलाइजेशन बिल रिजेक्ट कर दिया क्लेम डिपार्टमेंट ने
देहरादून निवासी अंकुर कुमार ने अपनी शिकायत में बताया कि उन्होंने स्टार हेल्थ इंश्योरेंस कंपनी से स्वास्थ्य बीमा कराया था। वे प्रतिवर्ष प्रीमियम भी जमा करते आ रहे हैं। पॉलिसीधारक का अचानक स्वास्थ्य खराब होने के कारण निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया था। अस्पताल से कैशलेस के लिए मेल कराया गया था। बीमा कंपनी के सर्वेयर टीम व क्लेम डिपार्टमेंट के जिम्मेदार अधिकारियों ने अपने प्रतिनिधि को भेजकर परीक्षण कराया था पर बीमित को कैशलेस नहीं किया गया। बीमा कंपनी के द्वारा सीआईआर/2023/161115/1294932 जारी किया गया था। बीमा अधिकारियों के द्वारा यह कहा गया था कि आपको बिल सबमिट करने पर पूरा भुगतान कर दिया जाएगा। बीमित के द्वारा ऑनलाइन व ऑफलाइन बिल सबमिट किया गया तो बीमा कंपनी ने जल्द ही पूरा भुगतान करने का वादा किया था पर आज तक बीमा अधिकारियों ने क्लेम नहीं दिया और चक्कर लगवा रहे हैं। बीमा अधिकारियों ने प्री व पोस्ट हॉस्पिटलाइजेशन का क्लेम आज तक नहीं दिया। बीमित ने सारे तथ्य दिए उसके बाद भी बीमा कंपनी कोई जवाब नहीं दे रही है। पीड़ित का आरोप है कि उसके साथ जालसाजी की गई है।
Created On :   13 March 2023 6:24 PM IST