सख्ती- पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड की 4 टीमों ने शहर के 33 कोविड-हॉस्पिटलों का किया निरीक्षण

Strictly- 4 teams of Pollution Control Board inspected 33 Kovid Hospitals in the city
सख्ती- पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड की 4 टीमों ने शहर के 33 कोविड-हॉस्पिटलों का किया निरीक्षण
सख्ती- पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड की 4 टीमों ने शहर के 33 कोविड-हॉस्पिटलों का किया निरीक्षण

 मेडिकल में बायो वेस्ट की अनदेखी, प्रदूषण कंट्रोल बोर्ड ने दिया नोटिस
डिजिटल डेस्क जबलपुर ।
पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड की 4 टीमों ने सोमवार को शहर के 33 कोविड हॉस्पिटलों का निरीक्षण किया। इस निरीक्षण में मेडिकल कॉलेज अस्पताल में पाया गया कि कोविड वेस्ट का निष्पादन तो ठीक किया जा रहा है लेकिन कोविड वार्ड से निकलने के बाद इसका रख-रखाव निष्पादन ठीक है। सामान्य जैविक कचरा जो वार्डों से निकल रहा है उसको लेकर कुछ अनदेखी है। जनरल बायो वेस्ट यहाँ-वहाँ परिसर में बिखरा हुआ है। पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड के अधिकारियों ने इस तरीके को अनदेखी माना और मेडिकल कॉलेज अस्पताल प्रबंधन को नोटिस जारी किया। साथ ही पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड ने निर्देशित किया कि अन्य कचरे का भी सही तरीके से निष्पदान किया जाए। 
क्षेत्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड अधिकारी आलोक जैन के अनुसार अलग-अलग अस्पतालों में किये गये इस निरीक्षण में पाया गया कि सभी अपना कचरा कठौंदा में निष्पादित करा रहे हैं। केवल मेडिकल में कोविड वेस्ट से अलग जनरल मेडिकल वेस्ट को यहाँ बिखरा देखा गया, जिसको लेकर उन्हें नोटिस दिया गया है। श्री जैन के अनुसार विशेष अभियान के तहत निरीक्षण कर पूरी जाँच की गई और सभी को तय मापदण्डों के अनुसार कोविड कचरे को नष्ट कराने के निर्देश दिये गये हैं। कोविड का संक्रमण किसी तरह से निकलने वाले मेडिकल वेस्ट से न फैले, इसको लेकर बेहद सतर्क रहने की जरूरत है। 
औसत से ज्यादा बायो वेस्ट 
शहर में कोरोना के मरीजों की संख्या में इजाफा होने के साथ ही औसत से ज्यादा बायो वेस्ट बीते एक माह से निकल रहा है। अस्पतालों के बिस्तर भरे हैं और इन हालातों में निकलने वाले इस बायो वेस्ट को कहीं भी फेंका गया तो कॉलोनियों, बस्तियों में संक्रमण और तेज होने का खतरा बढ़ सकता है। इन हालातों को देखते हुये पूरे प्रदेश में अस्पतालों के निरीक्षण अधिकारियों द्वारा किये जा रहे हैं। विशेष टीम बनाकर अस्पतालों में जाँच की जा रही है। 
कोविड वेस्ट में क्या-क्या 
पीपीई किट, मास्क, सेनिटाइजर  बॉटल, ग्लव्ज, ड्रिप, इंजेक्शन निडल, डायपर और कई तरह के कोविड-वेस्ट निकल रहे हैं। इलाज की प्रक्रिया से लेकर पेशेंट की मौत तक अनेक प्रकार का कचरा ज्यादा मात्रा में एकत्रित हो रहा है। एक्सपर्ट का मानना है कि अभी महामारी के दौर में  इसके विनष्टीकरण से पहले, जहाँ इसे जलाने के लिए लेकर जाना है उससे पहले परिवहन में भी बेहद सावधानी बरती जानी चाहिए।

Created On :   4 May 2021 3:17 PM IST

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