दोपहर में हिली धरती, 10 किमी भीतर रहा केंद्र

80 किमी के क्षेत्र में भौगोलिक हलचल, वैज्ञानिक बोले- मानसून की वजह से आए झटके दोपहर में हिली धरती, 10 किमी भीतर रहा केंद्र

डिजिटल डेस्क जबलपुर। नेशनल सेंटर फार सिस्मोलाजी में जबलपुर और आसपास की जमीन में दोहपर 1.23 बजे हलचल रिकॉर्ड की गई। भूकंप की तीव्रता 3.4 मैग्नीट्यूड दर्ज की गई है। विशेषज्ञ कहते हैं कि तीव्रता काफी कम होने की वजह से इसकी हलचल का एहसास नहीं हो सका।
मौसम विभाग के वैज्ञानिक वेदप्रकाश सिंह ने बताया कि दोपहर में अचानक सिस्मोग्राफ में हलचल रिकॉर्ड की गई। इसका केंद्र जबलपुर बताया जा रहा है। जानकारों का कहना है कि केंद्र 10 किमी गहराई पर बताया जा रहा है। खास बात यह है कि भूमि में आंतरिक हलचल का असर 80.36 किलोमीटर के क्षेत्रफल तक हुआ है।
नर्मदा और ताप्ती बेसिन में सेटलमेंट
विशेषज्ञ कहते हैं कि आमतौर पर मानसून के दौरान इस तरह के मामले सामने आते हैं। इस सीजन में नर्मदा और ताप्ती बेसिन के बीच गैस सेटलमेंट होती है जिससे आतंरिक हलचल की तीव्रता बढ़ जाती है।
4 मैग्नीट्यूड से ज्यादा में एहसास
3.4 मैग्नीट्यूड तीव्रता होने के कारण ज्यादातर लोगों को भूकंप के झटकों का एहसास नहीं हो सका। जानकारों का कहना है कि आमतौर पर 4 मैग्नीट्यूड से ज्यादा होने पर ही भूकंप का एहसास हो पाता है और इसके बाद ही नुकसान की आशंका बढ़ जाती है।

 

Created On :   20 Jun 2022 11:32 PM IST

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