महल नुमा मकान का इंटीयर देख चौंधियाईं ईओडब्लू टीम की आँखें

डॉक्टर दंपति के मकान पर दबिश, भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम का प्रकरण दर्ज महल नुमा मकान का इंटीयर देख चौंधियाईं ईओडब्लू टीम की आँखें

डिजिटल डेस्क जबलपुर। धनवंतरी नगर में डॉक्टर दंपति के जिस मकान में दबिश दी गई वह 2400 वर्गफीट एरिया में है। जमीन और मकान के अंदर-बाहर के डेकोरेशन के साथ सामान की कीमत करोड़ों में होने का अनुमान है। ईओडब्ल्यू की टीम सुबह पहुँची तो उसकी भी आँखें चौंधिया गईं। यह मकान कुछ माह पूर्व ही तैयार हुआ था, जिसकी प्रोफेसर दंपति ने सोशल मीडिया पर एक शॉर्ट मूवी बनाकर वायरल भी की थी। सूत्रों का कहना है िक इसी शॉर्ट मूवी के वायरल होने के बाद तृप्ति और अशोक ईओडब्ल्यू समेत और भी कई लोगों के निशाने पर आ गए। मकान के बाहर फुटपाथ की करीब 500 वर्गफीट की सरकारी जमीन पर कब्जा करके प्रोफेसर दंपति ने निजी गार्डन बना रखा था। इसके अलावा उनका एक और मकान धनवंतरी नगर सीओडी कॉलोनी में भी है, वहाँ भी टीम ने सर्चिंग की। सम्पत्ति के आँकलन का क्रम जारी है।
पास-फेल का घोटाला..?
ईओडब्ल्यू की इस कार्रवाई को मेडिकल यूनिवर्सिटी में छात्रों के पास-फेल करने के घोटाले से जोड़कर देखा जा रहा है। सूत्रों के अनुसार तीन महीने पहले तृप्ति और अशोक के िखलाफ इसी मामले को लेकर ईओडब्ल्यू में शिकायत की गई थी। जिसकी जाँच एसपी देवेन्द्र प्रताप सिंह राजपूत ने निरीक्षक स्वर्णजीत सिंह धामी को सौंपी थी। इसके बाद लगातार दोनों की सम्पत्ति और दूसरी गतिविधियों को लेकर सबूत जुटाए गए और पुख्ता प्रमाण िमलते ही बुधवार की सुबह डीएसपी मनजीत िसंह की अगुवाई में 14 सदस्यीय टीम ने धनवंतरी नगर स्थित प्रोफेसर दंपति के एलआईजी 517 नंबर मकान में दबिश दी।
घर के बगल में कमर्शियल कॉम्प्लेक्स बनाया
डॉ. तृप्ति और अशोक साहू ने धनवंतरी नगर के अपने मकान नंबर 517 के बगल वाला प्लॉट 516 भी खरीद रखा था, जिसमें एक कमर्शियल कॉम्प्लेक्स बनाया गया है। इसमें चार दुकानें और ऊपर एक बड़ा हॉल है, जिसे शादी-पार्टी के लिए किराए पर दिया जाता था। इसकी जानकारी भी प्रोफेसर दंपति ने छिपा रखी थी। ईओडब्ल्यू की टीम ने प्रोफेसर दंपति के दोनों मकानों, कमर्शियल कॉम्प्लेक्स का पीडब्ल्यूडी के इंजीनियरों से वैल्यूवेशन कराया है, जिसकी िरपोर्ट तीन से चार िदन में िमलेगी।
अकूत संपत्ति बटोरी है प्रोफेसर दंपति ने
एसपी ईओडब्ल्यू देवेंद्र सिंह राजपूत के मुताबिक डॉ. तृप्ति और अशोक 12 साल से नौकरी कर रहे हैं। दोनों की वैध आय सालाना 3.15 करोड़ है। लेकिन दोनों ने अपने रहन-सहन में 72 प्रतिशत से अधिक व्यय किया। भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम का प्रकरण दर्ज कर सर्चिंग की कार्रवाई की जा रही है। सर्चिंग में कुछ जानकारी सामने आई है। शाम तक आकलन कर विस्तृत जानकारी देंगे।
2011 में अशोक-तृप्ति ने किया था प्रेम विवाह
डॉ. तृप्ति गुप्ता मूलत: भोपाल की रहने वाली हैं, उनकी पढ़ाई भी भोपाल में ही हुई। वर्तमान में वे जबलपुर मेडिकल कॉलेज में प्रोफेसर हैं। यहीं पर पदस्थ प्रोफेसर अशोक साहू से 2011 में उन्होंने आर्य समाज मंदिर में प्रेम विवाह किया था। उनके दो बेटे हैं एक 6 साल का व एक 2 साल का। डॉ. तृप्ति मप्र की इकलौती मेडिकल यूनिवर्सिटी में प्रतिनियुक्ति पर प्रभारी परीक्षा नियंत्रक का दायित्व सँभाल चुकी हैं। माइंड लॉजिस्टिक कंपनी से मिलीभगत कर छात्रों को पास-फेल करने के प्रकरण से वे चर्चा में आई थीं। कुछ दिन पहले ही उनकी प्रतिनियुक्ति समाप्त कर वापस मेडिकल कॉलेज भेजा गया था।
इनका कहना है
मेडिकल यूनिवर्सिटी में पदस्थ डॉ. तृप्ति और उनके पति प्रोफेसर अशोक साहू के घर में कार्रवाई की गई है। अभी तक दोनों की वैध आय 72 प्रतिशत से अधिक पाई गई है। दोनों के िखलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत प्रकरण दर्ज कर विस्तृत जाँच की जा रही है। जो तथ्य सामने आएँगे उसके तहत वैधानिक कार्रवाई की जाएगी।
- देवेन्द्र प्रताप सिंह राजपूत, एसपी ईओडब्ल्यू

 

 

Created On :   16 March 2022 10:59 PM IST

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