परिजनों ने जिला अस्पताल में मचाया हंगामा, तीन डॉक्टरों की टीम से कराया पीएम

सरकारी डॉक्टर ने निजी हॉस्पिटल में किया महिला का आपरेशन परिजनों ने जिला अस्पताल में मचाया हंगामा, तीन डॉक्टरों की टीम से कराया पीएम

डिजिटल डेस्क,कटनी। जिला अस्पताल में पदस्थ सर्जन डॉ.आर.बी. सिंह के निजी क्लीनिक में अपेंडिस का ऑपरेशन कराने वाली महिला लक्ष्मी सेन पति वीरेंद्र सिंह (29) निवासी ग्राम प्रलहन जिला रीवा की मौत से बवाल मच गया। इस घटना पर परिजनों के साथ विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल ने जमकर विरोध प्रदर्शन किया। मौत की वजह डॉक्टर की लापरवाही बताई गई। परिजनों का आरोप था कि आपरेशन के तीसरे दिन लक्ष्मी अस्पताल के बाथरूम में बेहोश होकर गिर गई थी।

जिसे पहले शहर के दूसरे प्राइवेट हास्पिटल ले जाया गया। वहां डॉक्टरों ने गंभीर हालत देख सीधे जिला अस्पताल भेज दिया। जहां ड्यूटी डॉक्टर ने देखते ही मृत घोषित कर दिया। मृतका के परिजन आपरेशन करने वाले डॉक्टर के खिलाफ पुलिस में एफआईआर दर्ज कराने की मांग कर रहे थे। जिला अस्पताल में तीन डॉक्टरों की टीम से मृतका का पोस्टमार्टम कराया गया एवं पीएम की वीडियोग्राफी कराई गई। बताया गया है कि जिला अस्पताल पहुंचने के करीब दो घंटे पहले ही महिला की मौत हो चुकी थी। आपरेशन करने वाले डॉ.आर.बी.सिंह को शोकाज नोटिस जारी किया गया है एवं निजी क्लीनिक से सभी रिकार्ड मंगाए गए हैं।

जिला अस्पताल से अपने क्लीनिक ले गए-

मृतका के भाई लवकुश सेन के अनुसार लक्ष्मी सेन  के पेट में दर्द की समस्या थी। 23 सितंबर को परिजन जिला अस्पताल लेकर आए थे। वहां डॉ. आरबी सिंह ने उनके निजी हॉस्पिटल लाने के लिए कहा था। आदर्श कॉलोनी में संचालित डॉ.सिंह के क्लीनिक ले गए, यहां पर चिकित्सक ने ऑपरेशन करने का सुझाव दिया। 24 सितम्बर को 30 हजार रुपए लेकर  ऑपरेशन किया गया। तीन दिनों तक मरीज की स्थिति ठीक रही। मंगलवार की रात अचानक बाथरूम में महिला गिर गई। उसकी तबीयत बिगडऩे लगी। डॉक्टर को फोन  जानकारी दी गई, पर वे नहीं आए। कई बार बुलाने पर एक घंटे के बाद डॉ.आरबी सिंह पहुंचे और महिला को गंभीर बताते हुए धर्मलोक हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया। वहां पर भी 3 से 4 हजार रुपए  इलाज के नाम पर लिए गए। इसके बाद जबलपुर रेफर कर दिया गया। वहीं धर्मलोक हॉस्पिटल प्रबंधक शेखर तिवारी का कहना है कि महिला  लक्ष्मी सेन को परिजन मंगलवार रात 11 बजे लेकर आए थे, उनकी स्थिति गंभीर थी। 15 मिनट तक कैजुअल्टी में ही डॉ.राजेश बत्रा ने जांच कर परिजनों को गंभीर स्थिति के बारे में बताया गया। अस्पताल में एडमिशन ही नहीं हुआ था और न ही फीस ली गई

दो घंटे पहले हो चुकी थी मौत-

परिजनों के अनुसार धर्मलोक हॉस्पिटल से वह लक्ष्मी को जिला अस्पताल लेकर पहुंचे यहां मौजूद ड्यूटी डॉक्टर ने परिजनों को बताया कि महिला की घंटे पहले ही मौत हो चुकी है। परिजनों ने मौत की पुष्टि की रिपोर्ट मांगी तो देने से मना कर दिया गया। डॉक्टर के मृत घोषित करते ही परिजनों ने रात में ही जिला अस्पताल में ही हंगामा मचाना शुरू कर दिया। बुधवार सुबह परिजनों व विश्व हिंदू परिषद बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने आपरेशन करने वाले डॉक्टर निलंबन एवं एफआईआर की मांग करते हुए प्रदर्शन किया।

इनका कहना है

लक्ष्मी सेन अपेंडिक्स का ऑपरेशन करवाने तीन दिन पहले डॉक्टर आरबी सिंह के पास आई थीं। परिजनों का आरोप है ऑपरेशन में लापरवाही हुई है। हालत बिगडऩे पर महिला को धर्मलोक हॉस्पिटल रेफर किया गया। वहां से जिला अस्पताल लाया गया, जिला अस्पताल पहुंचने के दो घंटे पहले महिला की मौत हो चुकी थी। तीन डॉक्टरों की टीम से शव का पोस्टमार्टम कराया गया है एवं पीएम की वीडियोग्राफी भी कराई गई है। डॉ.आर.बी.सिंह को शोकाज नोटिस जारी किया एवं निजी क्लीनिक के सारे रिकॉर्ड मंगवाएं गए हैं।
डॉ.यशवंत वर्मा सीएस जिला अस्पताल
 

Created On :   28 Sep 2022 1:08 PM GMT

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