ट्रायल होते ही फूट गया ज्वॉइंट, फिर बूँद-बूँद पानी के लिए तड़पे लोग

The joint broke as soon as the trial was done, then people yearned for water drop by drop
ट्रायल होते ही फूट गया ज्वॉइंट, फिर बूँद-बूँद पानी के लिए तड़पे लोग
ट्रायल होते ही फूट गया ज्वॉइंट, फिर बूँद-बूँद पानी के लिए तड़पे लोग



डिजिटल डेस्क जबलपुर। ललपुर वॉटर फिल्टर प्लांट की राइजिंग मेन लाइन को सीधा करने का कार्य के कारण पानी के लिए तरस रही जनता को तीसरे दिन भी राहत नहीं मिल पाई। शुक्रवार रात जैसे-तैसे इसका काम पूरा हुआ तो शनिवार सुबह ट्रायल होते ही मेन लाइन में पानी की तेज धार फूट पड़ी। तीन दिन की मेहनत पर पानी फिर गया। आधे शहर में पानी की सप्लाई नहीं हो पाई। लोगों को पानी के लिए तरसना पड़ा। गर्मी के बीच लोग एक-एक बाल्टी पानी के लिए भटकते रहे। हालांकि िनगम ने पानी बाँटने के िलए टैंकरों के साथ फायर ब्रिगेड को भी इस कार्य में लगा दिया है लेकिन यह व्यवस्था नाकाफी रही। लोगों में असंतोष व आक्रोश देखा गया। उम्मीद जताई गई है कि दो में से एक 55 एमएलडी प्लांट से रविवार सुबह 14 टंकियों तक कुछ पानी पहुँच जाएगा, जबकि 42 एमएलडी प्लांट से शाम को ही पानी िमलने की संभावना व्यक्त की गई है।
उल्लेखनीय है कि नगर निगम के जल विभाग ने ललपुर फिल्टर प्लांट की 700 एमएम की राइजिंग मेन लाइन को सीधा करने का कार्य गुरुवार सुबह से शुरू किया था। इस दिन सुबह जनता को पानी दिया गया था और यह वादा िकया गया था िक शनिवार की सुबह सामान्य जलापूर्ति शुरू कर दी जाएगी। काम भी उसी के अनुसार हुआ लेकिन अधिकारियों का अनुमान उस समय गड़बड़ा गया जब वेल्डिंग के कार्य में देरी हुई और शुक्रवार की शाम तक पूरा हो जाने वाला कार्य पूरी रात चलता रहा। शनिवार सुबह काम पूरा हुआ तो ट्रायल के िलए पम्प चालू किए गए और कुछ देर सब ठीक रहा लेकिन अचानक ही 42 एमएलडी की लाइन के बैंड से लीकेज शुरू हुआ और उसने 55 एमएलडी के ज्वॉइंट की कांक्रीटिंग को भी तहस-नहस कर िदया। पंप बंद िकए गए और दोपहर में सुधार कार्य फिर शुरू हुआ जो शनिवार की देर रात तक जारी रहा।
55 एमएलडी प्लांट चालू कर देंगे-
कार्यपालन यंत्री कमलेश श्रीवास्तव का कहना है िक 55 एमएलडी प्लांट की लाइन में कोई लीकेज नहीं है और वह ठीक काम कर रही है, लेकिन कई जगह लाइनें आपस में जुड़ी हैं जिससे उसका पानी 42 एमएलडी की जिस लाइन में काम चल रहा है उसमें वापस आ जाता है जिससे यह कार्य भी प्रभावित होता है परन्तु रात तक इस समस्या को दूर कर लिया जाएगा और 55 एमएलडी प्लांट चालू कर िदया जाएगा जिससे सुबह 14 टंकियों से जलापूर्ति की जाएगी।
टैंकर पहुँचते ही मच रही अफरा-तफरी-
लोग पानी के िलए कितने उतावले हैं इसका नजारा टैंकरों के पास देखा जा सकता है। जैसे ही िकसी प्रभावित क्षेत्र में टैंकर पहुँचता है तो वहाँ अफरा-तफरी मच जाती है और लोग गिरते-पड़ते बस पीने का पानी पाना चाहते हैं। क्या बच्चे और क्या बुजुर्ग सब एक बाल्टी पानी की चाहत में नजर आते हैं। कई जगह तो लोग टैंकरों पर कब्जा ही कर लेते हैं। पूर्व क्षेत्र में कई जगह पानी के िलए आपसी विवाद भी हुए।
सिर्फ 2 दमकल वाहन खड़े-
संकट के इस समय में फायर ब्रिगेड का पूरा अमला सक्रिय हो गया और 13 दमकल वाहनों तथा 2 टैंकरों और टैंकर शाखा के 20 टैंकरों की मदद से जनता को पानी पहुँचाया जा रहा है। फायर ब्रिगेड मुख्यालय में केवल 2 वाहनों को िकसी भी घटना के लिए तैयार रखा गया था। इतने टैंकरों से भी केवल 350 ट्रिप के लगभग पानी की आपूर्ति की गई जो कि ऊंट के मुँह में जीरे के समान है।
इन टंकियों से सुबह मिल सकता है पानी-
55 एमएलडी प्लांट से जुड़ीं 14 टंकियों से सुबह पानी मिल सकता है। इनमें ग्वारीघाट, भीम नगर, शारदा नगर, एसबीआई कॉलोनी, सिविल लाइन, सिद्धबाबा, दंगल मैदान, मदार छल्ला, करिया पाथर, कटंगा, चांदमारी की तलैया और कुलीहिल टैंक शामिल हैं।
इनका कहना है-
राइजिंग मेन लाइन का सुधार कार्य तेजी से कराया जा रहा है, जल विभाग के अधिकारी और कर्मचारी बिना सोए काम कर रहे हैं। उम्मीद है सुबह तक सब ठीक होगा और 55 एमएलडी प्लांट से आंशिक आपूर्ति होगी लेकिन शाम को सब सामान्य हो जाएगा।
-संदीप जीआर, नगर निगम कमिश्नर

 

Created On :   4 July 2021 6:11 PM IST

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