इस बार 16 हजार मेगावॉट से अधिक हो सकती है बिजली की डिमांड

This time the demand for electricity may exceed 16 thousand MW
इस बार 16 हजार मेगावॉट से अधिक हो सकती है बिजली की डिमांड
अक्टूबर माह में बिजली कंपनियों ने ली राहत की सांस इस बार 16 हजार मेगावॉट से अधिक हो सकती है बिजली की डिमांड

डिजिटल डेस्क जबलपुर। इस वर्ष अच्छी बारिश के बावजूद प्रदेश में रबी सीजन के दौरान बिजली की माँग करीब 16 हजार मेगावॉट से ऊपर जाने के आसार हैं। हालांकि प्रदेश में बारिश का दौर थमने के बावजूद अक्टूबर माह में बिजली कंपनियों को राहत मिली है परन्तु आने वाले नवंबर और दिसंबर माह महत्वपूर्ण साबित होने वाले हैं। पिछले रबी सीजन में प्रदेश में बिजली की अधिकतम माँग 15700 मेगावॉट रिकॉर्ड की गई थी, पर इस वर्ष खेती का रकबा बढऩे और नये पंप कनेक्शनों की स्थापना से लोड डिमांड 16 हजार मेगावॉट से पार होने का अनुमान लगाया जा रहा है।
पिछले रबी सीजन में पश्चिम क्षेत्र में मध्य एवं पूर्व क्षेत्र के मुकाबले ज्यादा माँग दर्ज हुई थी। जनवरी 2022 में पश्चिम क्षेत्र में 6260 मेगावॉट बिजली की आपूर्ति की गई थी, जबकि मध्य क्षेत्र में यह माँग 5013 मेगावॉट तथा पूर्व क्षेत्र में 4510 मेगावॉट दर्ज की गई थी। इस बार विद्युत कंपनियों के अधिकारी पश्चिम क्षेत्र में 6500 मेगावॉट, मध्य क्षेत्र में 5000 मेगावॉट तथा पूर्व क्षेत्र में 5000 मेगावॉट विद्युत माँग का अनुमान लगाकर अपनी तैयारी कर रहे हैं।
विंड-सोलर एनर्जी से मिलेगी राहत -
इस रबी सीजन में मध्यप्रदेश की बिजली कंपनियाँ गैर परंपरागत ऊर्जा स्रोतों से उत्पादित बिजली के सहारे अनुमानित 16500 मेगावॉट से ऊपर की डिमांड पूरा करने की तैयारी कर चुकी हैं। सेंट्रल सेक्टर से विद्युत कंपनियों को 10 हजार मेगावॉट से ऊपर बिजली मिलेगी। अपने अंदरूनी स्रोतों, ताप विद्युत, जल विद्युत, विंड एनर्जी, सोलर एनर्जी, बायोमास तथा पॉवर बैंकिंग के सहारे कंपनियाँ बचे पाँच से छह हजार मेगावॉट की आपूर्ति करने की तैयारी कर रही हैं।
कोयले की आपूर्ति पर भी रहेगी निर्भरता -
बिजली कंपनियाँ हालांकि रबी सीजन के लिये कोयले की खरीदी कर रही हैं, पर उसकी आपूर्ति पर भी विद्युत उत्पादन निर्भर रहेगा। पानी पर्याप्त होने के कारण इस बार जलविद्युत पर निर्भरता ज्यादा रहेगी।
बारिश का फायदा मिलेगा -
- इस बार अच्छी बारिश होने से बाँध लबालब हैं इससे आने वाले समय में हाइडल बिजली उत्पादन पर्याप्त होगा। इसके साथ ही रबी सीजन में डिमांड भी देरी से बढ़ेगी। इससे आगामी सीजन में बिजली आपूर्ति की कोई समस्या नहीं आएगी।
- एमएस पटेल, सीई, लोड डिस्पैच

 

Created On :   16 Oct 2022 11:14 PM IST

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